25/10/2025
👉भाजपा विधायक राजीव सिंह परीक्षा ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
👉 बीडा और तहसील में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
झांसी/लखनऊ -भाजपा के झांसी जिले की बबीना सीट से विधायक राजीव सिंह परीक्षा के पत्र ने सोशल मीडिया पर धूम मचा रखी है । मामला है झांसी में बन रही बीडा , यानी बुन्देलखण्ड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑथोरिटी द्वारा अधिग्रहित भूमि का , राजीव सिंह परीक्षा ने सूबे मुख्य योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखते हुए बीडा और तहसील में तैनात कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए है । उन्होंने लिखा कि किसानों की भूमि 8 माह पहले अधिग्रहित हो गई है पर अभी तक मुआवजा नहीं मिला।उन्होंने किसानों की बात रखते हुए लिखा कि कई बार बीडा के अधिकारियों से मिलकर लोगों ने अपनी भूमि का मुआवजा देने हेतु अनुरोध किया परन्तु कोई कार्यवाही नहीं की गई। किसानों के पास अपने परिवार के भरण पोषण हेतु यही कृषि भूमि थी जो बीडा द्वारा अधिग्रहीत करने के उपरान्त मुआवजा न देने से इनके समक्ष भीषण आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। मुख्यमंत्री को गुहार लगाते हुए लिखा कि आपके संज्ञान में लाना है कि इस तरह के कई प्रकरणों में बीडा द्वारा किसानों की कृषि भूमियों की रजिस्ट्रीयां करवा ली गयीं व कई माह बीत जाने के बाद भी उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया। जिससे किसान विवश होकर दलालों के माध्यम से अपना मुआवजा स्वीकृत करवा रहे हैं। इस पूरे प्रकरण में बीडा प्रशासन व तहसील के अधिकारियों की मिलीभगत है जो एक संगठित गिरोह बनाकर भोले भाले किसानों का मुआवजा कई महिनों तक रोककर उनसे अपने दलालों के माध्यम से उगाही कर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं जिससे क्षेत्र के किसानों में काफी रोष है व अधिकारियों के इस कृत्य से हमारी किसान हितैषी सरकार की छवि धूमिल हो रही है। पूर्व में मेरे द्वारा जिला प्रशासन को इस प्रकार के भ्रष्टाचार के बारे में कई बार अवगत कराया परन्तु कोई कार्यवाही नहीं की गयी जिससे किसानों का उत्पीड़न दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। साथ ही साथ विधायक राजीव सिंह परीक्षा ने मांग करी कि बीडा प्रशासन व तहसील के अधिकारियों की मिलीभगत से किये जा रहे इस भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाये साथ ही किसानों को समय से मुआवजा स्वीकृत कर शीघ्र दिलवाया जाये। राजीव सिंह परीक्षा की यह चिट्ठी बीडा के नाम पर बुन्देलखण्ड को कैसे सरकार ने ठगा यह दिखा रही है और साथ ही साथ अधिकारियों द्वारा किसानों का शोषण भी दिखा रही है । अब हुक्मरान क्या कदम उठाएंगे यह तो आनेवाला समय ही बताएगा, पर क्या केवल पत्र लिखने से जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी पूरी हो जाती है!
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#झांसी #बबीना