30/11/2025
हिंदुस्तान का कोई भी कलाकार दो कौड़ी का नहीं होता । अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करना वह अपनी कला प्रस्तुत करना संवैधानिक अधिकार है जिससकी बराबरी नहीं की जा सकती उसकी बदनामी कर दी जाती है।
लक्की भाई यह दुनिया का रसूल है।
आपने आपकी कला को देश में ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय लेवल में प्रस्तुत किया। आपके इस प्रस्तुति को देखकर यह लोग बौखला रहे हैं। इस प्रकार भाषा का प्रयोग करना घटिया मानसिकता
Lucky udaan dancer