02/11/2023
#संगीत सुनने के ये 7 #फायदे जानकर हैरान हो जाएंगे आप, बदल जाएगी जिंदगी..
#इंसान की जिंदगी से संगीत का रिश्ता हमेशा से अटूट रहा है। ऐसे में अगर आप जीवनभर तनाव से दूर और खुशहाल रहना चाहते हैं तो जितनी जल्दी हो सके संगीत से रिश्ता कायम कर लीजिए। कहने का मतलब अगर आप संगीत सुनना पसंद करते हैं, मतलब आप हमेशा खुश रहना चाहते हैं। संगीत की खूबी भी यही है कि जब चाहें, जैसा चाहें सुने और फिर अपना मूड बदल लें। ..इसलिए जरूरी है #संगीत
जिस तरह हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक खाने की आवश्यकता पड़ती है ठीक उसी तरह हमारी आत्मा को स्वस्थ और सकारात्मक रखने के लिए संगीत की आवश्यकता पड़ती है। आप चाहे कितने भी व्यस्त क्यों ना हों हम यही कहेंगे कुछ समय अपने लिए भी निकालिए और संगीत का संग अपनाइए। वजह, कई शौध यही बताती है कि संगीत का असर हमारे शरीर और मन दोनों पर पड़ता है।
महान वैज्ञानिक #चार्ल्स_डार्विन कहते हैं- 'अगर मेरे पास फिर से जीने के लिए जीवन होता, तो मैं कुछ कविता पढ़ने और हर हफ्ते कम से कम एक बार म्यूजिक सुनने के लिए एक नियम बना देता।' हालिया शोध से पता चला है कि संगीत सुनने से कोई भी व्यक्ति शारीरिक के साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है। एक रिसर्च बताती है- अगर आप अपने पसंद का संगीत सुनते हैं तो आपका मूड खुश-मिजाज रहता है और सोचने-समझने की शक्ति भी बढ़ती है। इतना ही नहीं अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो वो समस्या भी धीरे-धीरे सुधरने लगती है। संगीत यानी गीत का संग, रोजाना 20-30 मिनट संगीत के संग देने से किसी भी शख्स का अकेलापन व तनाव भी दूर होता हैं। आइए जानते हैं संगीत सुनने के 7 फायदे।
तनाव और चिंता को करता है दूर
जानकारों की मानें तो #संगीत सुनने से रोगों से लड़ने की क्षमता (Immune System) में इजाफा होता है। नियमित संगीत सुनने दिमागी सुकून तो मिलता ही है, साथ ही ब्रेन फंक्शन भी बेहतर होता है। इससे हमारी सर्जनात्मक क्षमता भी बढ़ती है।
#हाई ब्लड-प्रेशर और स्ट्रोक में मददगार
शारीरिक व मानसिक दर्द करता है कम
दर्द चाहे शारीरिक हो या फिर मानसिक, बेहतर संगीत दोनों ही स्थितियों में मनुष्य के लिए लाभदायक रहता है। खासकर मानसिक परेशानी की स्थिति में संगीत किसी जादू की मानिंद काम करता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि असहनीय दर्द में जब शख्स को संगीत सुनाया जाता है तो वह अपने दर्द की प्रतिक्रिया देना भूल जाता है। मसलन, बीमार बच्चों को अच्छा संगीत सुनाने से उन्हें इंजेक्शन लगाने के दौरान कम दर्द होता है।
#पीठ का दर्द तक करता है कम
धीमा संगीत सुनने से उच्च-रक्तचाप और दिल की धड़कन भी धीमी हो जाती है। जिससे हम आराम से और बेहतर सांस ले पाते हैं। एक रिसर्च में यह पाया गया है कि जिन लोगों को बैक सर्जरी के बाद म्यूज़िक थैरेपी दी गई उन्हें सर्जरी के बाद बैकपेन में बहुत राहत मिली।
बढ़ाता है #याददाश्त
अगर आप अपनी पसंद का धीमा संगीत सुनते हैं तो पढ़ा हुआ बेहतर याद रहता है। पसंदीदा म्यूज़िक सुनने से स्ट्रोक का खतरा कम होता है और ध्यान में भी एकाग्रता लाता है।
#नींद अच्छी आती है
अगर आप अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं तो सोते समय सुखदायक संगीत सुनना शुरू कर दीजिए। एक सुखद नींद के लिए सोने से पहले 30-45 मिनट का संगीत सुनने की आदत अवश्य डालें। रॉक या रेट्रो म्यूज़िक से रात को दूर रहे, नहीं तो परिणाम विपरीत भी आ सकते हैं। सोने से कुछ समय पहले शास्त्रीय संगीत को सुनें, क्योंकि शास्त्रीय संगीत सहानुभूति तंत्रिका तंत्र की गतिविधि को कम करके चिंता को घटाता है। मांसपेशियों को आराम देता है और उन विचारों की व्याकुलता को दूर करता है जो आपके सोने में बाधक है।
#संगीत कम खाने में मददगार है
भोजन के दौरान अगर सॉफ्ट म्यूज़िक सुना जाये तो खाना खाने वाले का पेट जल्दी भरता है। संगीत ऐसे लोगों को जागरूक बनाता है कि आपका पेट भर चुका है। एक शोध से यह सामने आया है कि संगीत कैलोरी के सेवन को कम करके संयमी बनाने में मदद करता है। चिंता में व्यक्ति कार्बोहाइड्रेट और वसा युक्त भोजन को खाने की ज्यादा इच्छा रखता है। जैसा की आप जानते हैं संगीत से चिंता भी दूर होती है और इससे आपको स्वस्थ खाने में मदद मिल सकती है।
– #बिहार_संगीत_कला_केंद्र, बख्तियारपुर, पटना।।
डायरेक्टर:- मनोज सिंह जी।