24/07/2025
सावन खत्म होने को है और इसी सावन में खेतों में पानी लगे होते थे लेकिन अभी का ऐसा दौर है कि खेत में एक बंद पानी नहीं है दरार पड़ चुका है ।। आताल- पाताल को निहार रहा है और पाताल- आताल को ।।
आज चम्पारण के कुछ ऐसे इलाके है जहां पानी का स्तर 200 फीट पहुंच चुका है, जिस चम्पारण के धरती से महज 30 फीट पे पीने का स्वच्छ पानी आ जाता था वे चंपारण के धरती पानी के लिए बेहाल है।।
👉 बिजली :-
जब से बिजली बिल माफ करने का ऐलान महोदय #नीतीश जी ने किया है उस दिन से बिजली विभाग भी न जाने बिजली की भी कटौती शुरू कर दी है 20- 22 घंटा बिजली रहता था न जाने विगत 10 दिनों से बिजली की स्थिति भी बिगड़ती जा रही है किसी भी किसान परिवार के पास इतना पैसा भी नहीं की वे इनवर्टर लगा सके और इस चिलचिलाती गर्मी में आराम से आराम कर सके , अपने बच्चे को गर्मी की तपिश से बचा सके ।।
👉 यूरिया:-
किसान तो किसान है न साहब उसका भला 50 हजार ,1 लाख रुपया का कर्ज कोई माफ कैसे करेगा देश और राज्य की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी। देश को संकट में कोई ऐसा कर के क्यों डालेगा देश और राज्य को चलने वाले बड़े बड़े उद्योगपति का कर्ज अगर माफ होता है तो वे कम से कम देश को बनाने में तो मदद करेंगे उनका सहयोग तो रहेगा इस देश के निर्माण में, इन उद्योगपतियों के चेहरे की मुस्कान कम नहीं होना चाहिए ।।
देश का किसान एक बोरी यूरिया के लिए कतार में खड़ा है किसी को पल्ले नहीं पड़ रहा उन उद्योगपतियों से सवाल तो पूछना पड़ेगा आखिर क्यों वे इन यूरिया को अपने स्टोर रूम में भर देते है और महंगे दामों पर बेच ते है , क्या फायदा उनके हजारों करोड़ों रुपया को माफ करने का ।।
#चंपारण #जनसुराज #राजद