13/04/2025
तेजस्वी यादव ने उठाए शराबबंदी पर सवाल, ललन सिंह का पलटवार—"शराब माफिया से है साठगांठ"
बिहार में शराबबंदी एक बार फिर सियासत के केंद्र में है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शराबबंदी कानून को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कानून की आड़ में दलितों, पिछड़ों और कमजोर तबकों को निशाना बनाया जा रहा है। जबकि शराब माफिया ने 40 हजार करोड़ रुपये की समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ी कर ली है।
तेजस्वी के इन आरोपों पर जेडीयू ने कड़ा पलटवार किया है। केंद्रीय पंचायती राज मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष की शराब तस्करों से साठगांठ है और उन्हीं लोगों से उन्हें फाइनेंस मिलता है।
ललन सिंह ने यह बयान पटना के बापू सभागार में आयोजित भीम संवाद कार्यक्रम के दौरान दिया, जहां वे डॉ. भीमराव आंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर शामिल हुए थे। उन्होंने दावा किया कि शराबबंदी कानून से किसी निर्दोष को परेशान नहीं किया जा रहा, बल्कि इसके विरोध में बोलने वाले ही माफियाओं से मिले हुए हैं।
इस बयान से बिहार की राजनीति और गरमा गई है। राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव तेजस्वी के बचाव में सामने आए और जेडीयू पर पलटवार करते हुए पूछा कि हरनौत में पकड़े गए शराब के बड़े स्टॉक के पीछे कौन था? उन्होंने आरोप लगाया कि जेडीयू नेताओं की खुद माफिया से नजदीकियां हैं और एक अणे मार्ग (मुख्यमंत्री निवास) तक उनकी पहुंच है।
तेजस्वी यादव ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि राजद की सरकार आती है, तो ताड़ी को शराबबंदी कानून से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने सवाल उठाया कि जब राज्य में शराबबंदी है, तो करोड़ों लीटर विदेशी शराब किस तरह से जब्त हो रही है?