
04/06/2025
भारत का एक मात्र ऐसा #गुरुद्वारा जिसमे #लंगर (भोजन) गुरुद्वारा के अंदर गर्म पानी का एक कुंड है उस पर ही बनता हैं। भोजन चाय जितना भी खाना बनता हैं उस गर्म पानी में ही बनता हैं।
मणिकरण हिमाचल प्रदेश में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक और पर्यटन स्थल है। यह कुल्लू से लगभग 40 किलोमीटर दूर पार्वती घाटी में 1,829 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
#गुरुद्वारा #मणिकरण साहिब यह सिखों का एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। ऐसी मान्यता है कि गुरु नानक देव जी यहां आए थे। यहां का सबसे प्रमुख आकर्षण गुरुद्वारा है जो पार्वती नदी के किनारे बना हुआ है।
#हिंदू तीर्थस्थल मणिकरण हिंदुओं के लिए भी एक पवित्र स्थान है। यहां रघुनाथजी और शिव मंदिर स्थित हैं। एक प्राचीन किंवदंती के अनुसार, मणिकरण भगवान शिव और माता पार्वती से भी जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि यहां माता पार्वती का #कर्णफूल (कान की बाली) खो गया था, जिसके बाद इस स्थान का नाम मणिकरण पड़ा।
गर्म पानी के झरने (हॉट स्प्रिंग्स) - मणिकरण अपने गर्म पानी के झरनों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इन झरनों का पानी अत्यधिक गर्म होता है और इसमें सल्फर (गंधक) और रेडियम जैसे तत्व पाए जाते हैं।
माना जाता है कि इस पानी में स्नान करने से त्वचा रोग, गठिया और अन्य बीमारियों से राहत मिलती है।
श्रद्धालु चावल पोटलियों में बांधकर जल में डालते हैं जो कुछ ही मिनटों में पक जाते हैं।
मणिकरण खूबसूरत पहाड़ों से घिरा हुआ है, जो इसे एक आकर्षक पर्यटन स्थल बनाते हैं।
कैसे पहुंचें:
निकटतम हवाई अड्डा कुल्लू-मनाली हवाई अड्डा (भुंतर) है, जो मणिकरण से लगभग 36 किमी दूर है। दिल्ली, चंडीगढ़ और जुबबार-हत्ती (शिमला) से उड़ानें उपलब्ध हैं।
मणिकरण सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और बसों और टैक्सियों द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
संक्षेप में, मणिकरण अपनी धार्मिक मान्यताओं, गर्म पानी के झरनों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। 🙏🙏