Firoz Khan writes

Firoz Khan writes # Poetry enthusiast

23/01/2025



वो खामोशी से भरा हुआ सख्स, अपने अंदर एक शोर लिए फिरता है।

23/01/2025

फिदा तो तेरी हर बात पर हूं मैं,
साथ तेरे दिन रात हूं मैं,
आजमा लेना मेरी वफाओं को तुम,
आखिरी सांस तक तेरे साथ हूं मैं!! 💕💖💗

23/01/2025



थोड़ा बहुत हमने भी कमा रखा है,
एक कोहिनूर को यार बना रखा है।💕😍

23/01/2025



बेचैन रहते हैं वो लोग, जिन्हें हर बात याद रहती है!!

22/01/2025



रूह को चाहने वाले होठों को चूमने से, ज्यादा माथे को चूमना पसंद करते हैं। 💕

22/01/2025



रुकने वाला वजह ढूंढता है, और जाने वाला बहाने!!!

22/01/2025



काश तुम आओ,
और गले लगा कर कहो, हम भी तो तुम्हारे बिना नहीं रह पाते हैं।। 😘💗

22/01/2025



सुनो तुम कई बार मिल चुके होते, तुम जो मिलते अगर दुआओं से। 💕🙏

22/01/2025



रह कर सामने ना सुन पाए वो मुझे रत्ती भर, था शायद बहुत शोर महफिल में, ये बुराई है। 😊

16/01/2025

✍️अब क्या कहूं मैं
क्या आता है, क्या नहीं आता,
बस मुझे मौसम की तरह
बदलना नहीं आता 💯

16/01/2025



लोग रूठ जाते हैं मुझसे और मुझे मनाना नहीं आता मैं चाहता हू क्या मुझे जताना नहीं आता। 😕💔

Address

Kudalwadi, Chikhali
Pune
411062

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Firoz Khan writes posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share