15/07/2025
"गांव में दवा महंगी मिलती थी…
दादी की दवा कभी पूरी नहीं हो पाती थी…
लेकिन अब जन औषधि केंद्र खुला है —
जहाँ वही दवा मिलती है, आधे से भी कम दाम पर।
> ये सिर्फ दवाएं नहीं… ये राहत है, सम्मान है, और जीने का हक़ है।
> अगर आपके गांव में जन औषधि केंद्र है —
तो वहां ज़रूर जाइए… और दूसरों को भी बताइए।"
"अब दवाई के पैसे के लिए किसी को उधार लेने की ज़रूरत नहीं…
जन औषधि केंद्र में मिलती हैं सस्ती और अच्छी दवाएं —
सरकार द्वारा प्रमाणित और भरोसेमंद।
हर गांव, हर शहर के लोगों को इसका लाभ ज़रूर लेना चाहिए।"
JanAushadhiKendra