03/07/2025
लोधी समाज के युवक के साथ हुई अमानवीय घटना के विरोध में राज्यपाल के नाम ज्ञापन, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
रायसेन।
अशोकनगर जिले की तहसील मुंगावली के ग्राम मूढ़रा बरवाह निवासी एक लोधी समाज के युवक के साथ मल खिलाने जैसे घृणित और अमानवीय व्यवहार की घटना के विरोध में अखिल भारतीय लोधी लोधा क्षत्रिय महासभा एवं अखिल भारतीय लोधी राजपूत कल्याण महासभा के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस गंभीर सामाजिक अन्याय के विरोध में लोधी समाज के कई संगठनों ने एकजुट होकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि पीड़ित युवक के साथ हुई घटना मानवता और समाज दोनों के लिए शर्मनाक है। घटना का वीडियो सामने आने के बावजूद प्रशासन ने समय रहते कोई कठोर कदम नहीं उठाया, जिससे समाज में शासन-प्रशासन के प्रति अविश्वास और पीड़ा की भावना गहराई है।
ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की गई कि इस पूरे प्रकरण को किसी भी प्रकार से राजनीतिक रंग न दिया जाए। यह केवल सत्ता और विपक्ष का मुद्दा नहीं है, बल्कि एक संपूर्ण समाज के आत्मसम्मान, सुरक्षा और न्याय से जुड़ा विषय है।
इस मौके पर अखिल भारतीय लोधी लोधा क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह लोधी ने कहा,
“हम समाज के साथ हुए इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे। शासन और प्रशासन को स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि यदि समय रहते दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो लोधी समाज सड़कों पर उतरकर लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष करेगा।”
वहीं अखिल भारतीय लोधी राजपूत कल्याण महासभा- मध्यप्रदेश अ रायसेन के जिला अध्यक्ष श्री राजेंद्र लोधी ने कहा,
“घटना के वीडियो, पीड़ित की पीड़ा और समाज की भावनाएं सभी सामने थीं। इसके बावजूद निष्क्रियता बरती गई। और जब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष माननीय जीतू पटवारी जी पीड़ित से मिलने पहुंचे, तो उल्टा उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई, जो कि पूरी तरह गलत है। इससे समाज में यह गलत संदेश जाएगा कि कोई भी जनप्रतिनिधि अगर पीड़ित की मदद को आगे आता है तो उसे निशाना बनाया जाएगा।”
ज्ञापन में समाज द्वारा चार प्रमुख मांगें रखी गईं—
1. पीड़ित लोधी युवक के साथ हुई घटना की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
2. विपक्ष के वरिष्ठ नेता जीतू पटवारी जी के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर की न्यायिक समीक्षा कर उसे रद्द किया जाए, क्योंकि यह राजनीति से प्रेरित प्रतीत होती है।
3. भविष्य में किसी भी जनप्रतिनिधि या समाजसेवी को पीड़ित से मिलने व न्याय की आवाज उठाने में कानूनी बाधा या प्रताड़ना का सामना न करना पड़े।
4. इस मामले को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और संविधान की भावना से देखा जाए।
इस अवसर पर अखिल भारतीय लोधी लोधा क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय सचिव, पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामबाबू लोधी, जनपद सदस्य हरिनारायण लोधी, बलवंत राजू लोधी साचेत, हेमराज लोधी, प्रवीण लोधी, धीरज लोधी, अंकित लोधी, अखिलेश लोधी, महाराज सिंह लोधी सहित लोधी समाज के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।