10/05/2025
पाकिस्तान सेना ने पूरे पश्चिम मोर्चे पर लगातार आक्रामक गतिविधियां जारी रखी। उसमें UCAV drone, long range weapons और लड़ाकू विमानों का उपयोग कर भारतीय सैन्य ढांचे को निशाना बनाया।
नियंत्रण रेखा पर भी ड्रोन घुसपैठ और भारी कैलिबर हथियारों से गोलाबारी की। अंतरराष्ट्रीय सीमा और LoC पर श्रीनगर से नलिया तक 26 से अधिक स्थानों पर हवाई घुसपैठ के प्रयास किए गए। भारतीय सशस्त्र बलों ने अधिकांश खतरों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया।
फिर भी वायुसेना स्टेशनों पर- उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज, बठिंडा स्टेशन- इन सब पर उपकरण व personnels को हानि पहुंचाई।
मैं यह भी बताना चाहती हूं कि पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल सुबह 1:40 बजे इस्तेमाल कर पंजाब के एयर बेस स्टेशन को दागने की कोशिश की। एक निंदनीय और अनप्रोफेशनल एक्ट के तहत पाकिस्तान ने श्रीनगर, अवन्तिपुर और उधमपुर के वायुसेना अड्डों पर, चिकित्सा केंद्र और स्कूल परिसर को निशाना भी बनाया। जिससे उसके द्वारा सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला करने की गैर-जिम्मेदाराना प्रवृत्ति फिर उजागर हुई।
पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के पश्चात भारतीय सशस्त्र बलों ने त्वरित जवाबी हमले किए। टेक्निकल इंस्टॉलेशन्स, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स, रडार साइट्स और हथियार भंडार को चुनकर निशाना बनाया गया।
रफ़ीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनिया स्थित पाक सैन्य ठिकानों पर Air launch, सटीक हथियारों व लड़ाकू जेट से प्रहार किए गए। पसरूर स्थित रडार साइट्स और सियालकोट का एविएशन बेस भी precision ammunition से टारगेट किए गए। इन कार्रवाईयों के दौरान भारत ने कम से कम कोलैटरल डैमेज की क्षति सुनिश्चित की।
चिंता का विषय यह रहा कि पाकिस्तान ने लाहौर से उड़ान भरने वाले नागरिक विमानों की आड़ लेकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई मार्गों का दुरुपयोग किया ताकि वह अपनी गतिविधियां छिपा सकें। ऐसी चालों ने भारतीय वायु प्रतिरक्षा तंत्र को नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए अत्यधिक संयम के साथ कार्य करने के लिए विवश किया।
साथ ही साथ पाकिस्तान ने मिस-इन्फॉर्मेशन का सहारा लेते हुए आदमपुर स्थित S-400 प्रणाली, सूरतगढ़ व सिरसा के हवाई अड्डों, नगरोटा के ब्रह्मोस बेस, तोपखाना पोजिशन तथा चंडीगढ़ के अग्रिम गोला बारूद डिब्बों को नष्ट करने के झूठे दावे सोशल मीडिया पर फैलाए।
भारत इन false narratives को पूर्णतः खारिज करता है। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने ड्रोन घुसपैठ और भारी तोपखाना गोलाबारी के कई प्रयास किए। कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी और अखनूर सेक्टर्स में तोप, मोर्टार एवं हल्के हथियारों से भीषण गोलाबारी जारी रही। भारतीय सेना ने प्रभावी और तुलनात्मक प्रत्युत्तर देते हुए पाक सेना को काफी क्षति पहुंचाई।
पाकिस्तान सेना के अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों की डिप्लॉयमेंट बढ़ती दिख रही है, जो स्थिति को और भड़काने की मंशा दर्शाती है। भारतीय सशस्त्र बल, पूर्ण परिचालन तत्परता की स्थिति में हैं। अभी तक सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाईयों का प्रभावी ढंग से सामना कर उपयुक्त जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बल दोहराते हैं कि वे तनाव वृद्धि नहीं चाहते, बशर्ते पाकिस्तान भी ऐसा ही व्यवहार करे।
: कर्नल सोफिया कुरैशी
आदित्य सिंह