10/08/2025
कल पूरे देश में राखी का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। भाइयों ने अपनी बहनों की रक्षा का वचन दिया, मिठाई और उपहार बांटे, और रिश्तों की मिठास का जश्न मनाया।
लेकिन दुख की बात यह है कि यही समाज अक्सर दोहरा चेहरा दिखाता है। अपनी बहन की इज्जत और सुरक्षा की कसमें खाने वाले कुछ लोग, किसी और की बहन को गलत नज़र से देखने से नहीं हिचकिचाते।
वे यह नहीं सोचते कि वह भी किसी की बहन, बेटी या मां है। असली राखी का मतलब केवल धागा बांधना नहीं, बल्कि हर महिला की गरिमा और सुरक्षा का सम्मान करना है।
भाई कहलाने का हक तभी है, जब हम हर महिला के प्रति वही आदर और सुरक्षा का भाव रखें जो अपनी बहन के लिए रखते हैं।
त्योहार तभी सार्थक होगा, जब हमारी सोच, नज़र और व्यवहार सच में बदलेंगे, और हर महिला को सम्मान की दृष्टि से देखा जाएगा।