
10/07/2025
क्या सच में कानून सबके लिए बराबर है?"
आज एक गरीब को देखा…
पुलिस कभी लाइसेंस पूछ रही थी, तो कभी इंश्योरेंस…
सिर्फ इसलिए क्योंकि वो गरीब था, अकेला था, मजबूर था।
पर जब कोई अमीर ग़लती करता है –
तो या तो उसे छोड़ा जाता है, या सलाम किया जाता है।
इस देश में शायद दो कानून हैं –
एक गरीबों के लिए, एक अमीरों के लिए।
गरीब का जुर्म हो तो सज़ा तय,
अमीर का हो तो "जांच जारी है"।
ये पोस्ट उस सिस्टम को आईना दिखाने की एक छोटी कोशिश है –
कानून अगर अंधा है, तो उसे बेइमानी से बचाना ज़रूरी है।
हम चाहते हैं – कानून सबके लिए एक जैसा हो।