
16/06/2025
मैं हर बार इन मासूमों को देखता हूं, मेरा दिल बैठ जाता है।
ये वही तीन बच्चे हैं जो उस विमान में सवार हुए थे...
जो सपनों के साथ उड़े, लेकिन कभी जमीन पर वापस नहीं आए।
मैं इन बच्चों को नहीं जानता था, लेकिन अब लगता है...
कि उन्हें भूलना असंभव है।
उनकी मुस्कराहट की निर्दोष चमक, उनकी आंखों की रोशनी...
अब बस तस्वीरों में ही रह गई है।
काश यह एक यात्रा की तस्वीर होती, काश ये मुस्कराहटें अभी भी हमारे बीच होतीं...
काश समय थोड़ा और दयालु होता।
ॐ शांति