10/11/2023
Hindi News › Live › Bihar › Bihar Vidhan Sabha: Reservation Amendment Bill, Economic Survey, Tejashwi Yadav, Nitish Kumar; Ruckus By BJP
Bihar Vidhan Sabha: विधानसभा में आरक्षण संशोधन बिल पास, भाजपा ने दिया समर्थन; इस बात पर फिर भड़के सीएम नीतीश
Bihar Vidhan Sabha: Reservation Amendment Bill, Economic Survey, Tejashwi Yadav, Nitish Kumar; ruckus by BJP
विधानसभा में प्रदर्शन करते भाजपा विधायक।
खास बातें
Bihar Assembly News Live: बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 'शादी के बाद...' वाले बयान को लेकर बुधवार को कार्यवाही लगभग ठप ही रही। शीतकालीन सत्र का अब दो ही दिन बचा है। गुरुवार को सरकार बढ़े आरक्षण पर मुहर का प्रयास करेगी।
विज्ञापन
विधानसभा में आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 पास हो गया
बिहार विधानसभा में आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 पास हो गया है। विपक्ष में बैठी भाजपा ने भी इस बिल को अपना समर्थन दिया। हालांकि, भाजपा ने बिल पर चर्चा के वक्त ही इस बिल को सर्व सहमति से पास कराने की मांग थी। विधानसभा अध्यक्ष ने बिल के सभी खंड को पास कर दिया। इसके बाद बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच जमकर नोंकझोंक हो हुई। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जाति आधारित गणना और आरक्षण पर सवाल उठाया। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर से सदन में भड़क गए। इसको कुछ आइडिया है। मेरी गलती थी, मेरी मूर्खता से यह मुख्यमंत्री बन गया। इसको कोई सेंस है। जब मुख्यमंत्री बनाए थे तो मेरी पार्टी के लोग हमको कहने लगे कि ई तो गड़बड़ है, इनको हटाइए। उन्होंने भाजपा से पूछा कि नारा लगा रहे हो, पूछो कि किसने मुख्यमंत्री बनाया। सीएम ने भाजपा नेताओं से कहा कि आप लोग इन्हें क्यों नहीं राज्यपाल बना देते हैं। इसलिए यह भाजपा के साथ गए। इसके बाद भाजपा विधायक हंगामा करने लगे। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सदन में पूर्व दलित मुख्यमंत्री को बोलने दिया जाए। उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। सीएम फिर खड़े हो गए गुस्से में कहा कि मैंने ही इन्हे मुख्यमंत्री बनाया। अब यह राज्यपाल बनना चाहता है।
विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सभी दलों की सहमति से जाति आधारित गणना करवाया गया। हमलोग केंद्र सरकार के पास भी गए थे लेकिन केंद्र सरकार ने टाल दिया था। इसके बाद बिहार सरकार ने इसे करवाया। इसके बाद हमने जाति आधारित गणना करवाया। साथ ही सभी वर्ग, जाति के लोगों का आर्थिक सर्वे भी करवाया गया। सभी लोगों की राय से जब यह करवाया गया। इसके आधार पर आरक्षण बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। अब तो एकजुट होकर यह आरक्षण विधेयक बिल पेश होना चाहिए। हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार भी आरक्षण का दायरा बढा दे। हमलोग चाहते हैं कि 65 प्रतिशत आरक्षण को तत्काल लागू किया जाएग। सीएम नीतीश कुमार ने सदन में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग भी केंद्र सरकार से की।
विज्ञ
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि भाजपा इस विधेयक का समर्थन करती है। बिहार सरकार ने बताया कि महज 4 प्रतिशत लोग 50 हजार मासिक कमाते हैं। भाजपा की मांग है कि शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को इस आरक्षण बिल में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि इसका लाभ भी एक खास वर्ग और जाति के लोग ले लें।
भाजपा इस बिल का समर्थन करती है
विधानसभा सदन में विधायक नंद किशोर यादव ने कहा कि भाजपा आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 का समर्थन करती है। भाजपा हमेशा पिछड़ा और अतिपिछड़ा समेत समाज के सभी वर्गों के काम करती है। यह आरक्षण प्रस्ताव जनता के हित में है, गरीबों के पक्ष में है। इसलिए भाजपा इस बिल का समर्थन करती है।
इधर, भाजपा के हंगामे के बीच विधानसभा में आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 पेश किया गया है। इसे 60 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत (65 प्रतिशत + 10 प्रतिशत EWS) करने का प्रस्ताव रखा गया है। संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मूल रूप से आरक्षण को बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने का ही प्रस्ताव है। EWS के रूप 10 प्रतिशत आरक्षण केंद्र सरकार ने पहले ही दूसरे अधिनियम से आच्छादित है। भाजपा विधायकों ने सर्व सहमति से इस बिल को पास कराने की मांग की।
विज्ञापन
NCERT बुक लेकर विधान परिषद् पहुंचे जदयू मंत्री
विधान परिषद् की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के एमएलसी हंगामा करने लगे। वह सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफा की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं। इसके बाद जदयू के एमएलसी बॉयोलॉजी की किताब लेकर खड़े हो गए। मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पहले ही नीतीश कुमार अपने बयानों पर माफी मांग चुके हैं। इसके बावजूद भाजपा साजिश के तरह सदन नहीं चलने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो बयान उसपर जानबूझकर विवाद खड़ा किया जा रहा है। जिस बात के लिए यह लोग कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री शर्म करो। वह बात तो NCERT की 12वीं की बॉयोलॉजी की पाठ्य पुस्तक में लिखी गई है। 12वीं कक्षा के बुक के सिलेबस में NCERT ने जो लिखा उसे भी बाहर निकाला जाना चाहिए। इस पर भाजपा वाले क्यों नहीं कुछ बोलते हैं। उन्हे इसे पढ़ना चाहिए। भाजपा वाले जानबूझ कर यह हंगामा कर रहे हैं। यह लोग चाहते हैं कि आरक्षण पर बात न हो।
भाजपा नेता वेल में आकर हंगामा करने लगे
विधानसभा परिसर में हंगामे के बाद सदन में सत्र की शुरुआत होते ही भाजपा विधायक हंगामा करने लगे। भाजपा नेता वेल में आकर हंगामा करने लगे। इतना ही नहीं भाजपा विधायक ने कुर्सी भी उठा ली। इसके बाद स्पीकर ने उन्हें ऐसा न करने की अपील की। हंगामा बढ़ते देख स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करते भाकपा माले के विधायक। - फोटो : अमर उजाला
विधानसभा परिसर महागठबंधन के सहयोगी दल भाकपा माले अपने ही सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। वह आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को सरकारी कर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही बिहार में झोपड़ी में रहने वाले लोगों को जमीन पर मालिकाना हक देने की मांग कर रहे हैं।
सत्र की शुरूआत से पहले भाजपा विधायक परिसर में इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। भाजपा विधायक सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि केवल माफी मांगने से काम नहीं चलेगा मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। साथ ही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मांफी मांगनी चाहिए।
Bihar Vidhan Sabha: विधानसभा में आरक्षण संशोधन बिल पास, भाजपा ने दिया समर्थन; इस बात पर फिर भड़के सीएम नीतीश
बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। सदन में आज महागठबंधन सरकार आरक्षण संशोधन बिल 2023 पेश करेगी। चर्चा है कि सीएम नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को उनके जन्मदिन पर बिहारवासियों को तोहफा देना चाहती है। दरअसल, आरक्षण बढ़ाने का प्रस्ताव सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को सदन में रखा था। इसके बाद कैबिनेट में भी इस एजेंडे पर मुहर लग गई। आज इस बिल को पेश किया जाएगा। इधर, भाजपा फिर से सीएम नीतीश कुमार द्वारा दिए गए बयान और तेजस्वी यादव द्वारा इसे समर्थन देने के मामले को लेकर सदन में हंगामा कर सकती है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने बुधवार शाम में मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव को माफी मांगने की बात कही थी।