13/06/2025
पीएम नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया
अहमदाबाद में भीषण विमान हादसा: टेकऑफ के 2 मिनट बाद एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर क्रैश, 242 की मौत की आशंका
अहमदाबाद।
आज दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान AI‑171 के साथ एक दर्दनाक हादसा हो गया। टेकऑफ के दो मिनट के भीतर ही विमान नियंत्रण खो बैठा और शहर के बीचोबीच स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की इमारत से टकरा गया। टक्कर के साथ ही विमान में भीषण आग लग गई और देखते ही देखते विमान और हॉस्टल दोनों लपटों में घिर गए।
विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी की मौत की आशंका जताई जा रही है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है, लेकिन मौके से 204 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि हॉस्टल में रह रहे 41 छात्र घायल हुए हैं। कई छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे के वक्त हॉस्टल में दोपहर का खाना चल रहा था। छात्रों की थालियों में खाना आधा रह गया और कुछ ही सेकंड में उनका पूरा जीवन उलट गया। हॉस्टल की दीवारें चटक गईं, फर्श धँस गया और कई छात्र मलबे में दब गए। बाहर खड़े लोगों ने आसमान से जलता हुआ विमान गिरते देखा और कुछ ही देर में आग और धुएं का भयानक गुबार पूरे क्षेत्र में छा गया।
विमान के ब्लैक बॉक्स को बरामद कर लिया गया है और DGCA के साथ-साथ एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक संकेतों में तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है, हालांकि अधिकारी अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुँचे हैं। पायलट ने क्रैश से कुछ ही क्षण पहले “मेडे” सिग्नल दिया था, जिससे स्पष्ट होता है कि अंतिम समय में नियंत्रण की कोशिश की गई थी।
यह दुर्घटना भारत में बोइंग 787 विमान की पहली घातक दुर्घटना है और एयर इंडिया के इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक मानी जा रही है। इससे पहले 1985 में कनाडा में हुए कांड के बाद यह सबसे भीषण हादसा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और किंग चार्ल्स तृतीय ने भी घटना पर दुख जताते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों के लिए ₹10 लाख की घोषणा की है।
विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे। एयर इंडिया की ओर से परिजनों के लिए 24 घंटे चलने वाली हेल्पलाइन शुरू कर दी गई है।
हादसे के बाद सोशल मीडिया पर जनता का ग़ुस्सा फूट पड़ा है। लोगों ने विमानन क्षेत्र में लापरवाही और एयर इंडिया की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय नागरिकों ने रक्तदान शिविर लगाकर घायलों की मदद की और अस्पतालों में लंबी कतारें देखने को मिलीं।
यह हादसा न सिर्फ एक तकनीकी चूक है, बल्कि उस विश्वास का टूटना है जो हर उड़ान से जुड़ा होता है। जब कोई विमान उड़ता है, तो उसमें केवल यात्री नहीं होते — उनके साथ सपने, घर, परिवार और उम्मीदें होती हैं। और जब वह गिरता है, तो एक समाज की नींव हिल जाती है।
आज सिर्फ एक विमान नहीं गिरा, भरोसा गिरा है।
आज सिर्फ धातु की चादरें नहीं जलीं, सैकड़ों परिवारों की ज़िंदगी जलकर राख हो गई।