24/06/2025
*सरकार और समाज गऊ को माता कहना बंद करदे या माँ जैसा सम्मान दे – जयहिन्द*
*जहां सैकड़ों गऊ म-री, नगर निगम की पहरावर गौशाला का दौरा करने पहुंचे जयहिन्द*
पहरावर(रोहतक 24 जून) / मंगलवार 24 जून को नवीन जयहिन्द रोहतक जिले के पहरावर गांव में स्थित गऊशाला में पहुंचे। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही गौशाला में सैकड़ों गऊ म/र गई थी। जयहिन्द गऊशाला में ठेकेदार से मिले और हालातों का मुआयना किया। जयहिन्द ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी व हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग व रोहतक के विधायक, सांसद व डीसी साहब से अपील करते हुए कहा कि आपको एक बार जरूर गौ शाला में आकर यहां की स्थिति देखनी चाहिए, आपके यहां आ जाने मात्र से ही स्थिति में बहुत सुधार हो सकता है। साथी ही समाज भी इस बात का ध्यान रखे कि गऊ माता को लावारिस सड़कों पर न छोड़े। सरकार व समाज दोनों ही अगर गऊ माता को माँ जैसा सम्मान नहीं दे सकते तो गऊ को माता कहना बंद करदे।
ठेकेदार ने जयहिन्द को बताया कि गऊ शाला में 2500 गऊ है, जिनमें से 22 गऊ दूध देती है और प्रतिदिन 20 से 25 गऊ शहर से यहां आती है। हमें एक गऊ का 35 रुपए प्रतिदिन का खर्च मिलता है, जिससे हम गऊ का चारा, तूड़ा और कर्मचारियों की तनख्वाह दी जाती है। साथ ही ठेकेदार ने बताया कि शहर के लगभग 15 आदमी ऐसे है जो गऊ को पालते है और उनका दूध निकालकर सड़कों पर छोड़ देते है अगर इन 15 आदमियों पर नकेल कसी जाए तो शहर की सड़को पर गऊ नहीं दिखेंगी।
ठेकेदार ने जयहिन्द को बताया कि हमें यहां बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और निगम की तरफ से कोई खास मदद नहीं मिल रही। ठेकेदार ने बताया कि यहां जो शेड लगा हुआ है वह टूटा होने कारण बारिश में पानी टपकता है, पूरी गऊशाला में 22 गेट है ओर एक भी ठीक नहीं है, यहां खम्बो पर लाइट नहीं है, गऊशाला की चारदीवारी टूटी हुई है। पिछले एक महीने से मै खुद अपनी तरफ से यहां व्यवस्था बनाए हुए हूं।
जयहिन्द ने पक्ष व विपक्ष के सभी विधायकों और सांसदों से अपील करते हुए कहा कि आपको गऊ माता की आवाज उठानी चाहिए, वोट लेने के लिए गऊ माता के साथ फोटो लेने से काम नहीं चलेगा। आपको सरकार पर दबाव बनाना पड़ेगा ताकि हरियाणा की सभी गौशालाओं की स्थिति ठीक हो सके। साथ जयहिन्द ने उन लोगों को पापी बताया जो गऊ का दूध निकालकर उसे सड़को पर छोड़ देते है। अगर किसी आदमी को परेशानी होती तो वह अपनी परेशानी किसी के पास भी जाकर अपनी परेशानी बता सकते है लेकिन गऊ माता किसके पास जाएगी। सरकार को सभी गौशालाओं पर ध्यान देना चाहिए।
जयहिन्द ने बताया भगवान भोलेनाथ ने नंदी की सवारी की थी, कृष्ण भगवान गऊ से बहुत प्रेम करते थे, भगवान परशुराम जी के पास भी कामधेनु गऊ थी और खाटू श्याम बाबा को मानने वाले हारे के सहारे है। जो भी जिस भगवान को मानता है उनकी यह जिम्मेदारी बनती है कि वे गऊ माता की आवाज उठाए क्योंकि इनकी आवाज उठाने वाला कोई नहीं है। जो लोग गौशालाओं के नाम से पैसा खाते है उन लोगों का सर्वनाश निश्चित है।