07/08/2025
                                            एक सौ चालीस करोड़ जनता के देश में इतनी साँठी नहीं होती है कि हरेक के बाटे में सीजन में दो चार बार  परांठे और पकौड़े आ जाएं।
लेकिन भस्मासुर के अंडे खेतों में इतना जहर जरूर डलवा देते हैं कि आधे जगत को रोग हो जाएं।
मैने शोध यात्रा में UP के कुछ किसान देखे थे जो अपने खेत में भैंसे चरा के सांठी को दूध में बदल लेते थे।
वो और उनके जीव इतने हट्टे कट्टे थे कि उन्हें देख कर मन भरता था।
इधर सब जगह भस्मासुरों के रिश्ते नाते वालों ने टारगेट सेट किए हुए हैं इनके इनाम भी ऐसे है  जिन्हें बताने में ही मेरी रेप्यूटेशन डाउन होने लगती है।
फिर भी कमजोर लीवर वालों फैटी लीवर वालों पहचान लो इस बूटी को किसी साफ सुथरी जगह से तोड़ लाना और देवी अन्नपूर्णा के सुपुर्द कर देना वो रगड़ पीट के अमृत बना देगी और थम परांठे पाड़ लेना दो दो चार।
सेधेंगे नहीं।