31/07/2025
रोहतक नगर निगम के अधिकारियों की लालफीताशाही के चलते पिछले 14 माह से अधिक समय से अटका पड़ा है सैनी आनंदपुर मौहल्ले की सैनी धर्मशाला के रिनोवेशन का काम
नगर निगम के मेयर राम अवतार बाल्मीकि ने कहा-जांच पड़ताल के बाद कमिश्नर दे देंगे रेनोवेशन की अनुमति
सांसद दीपेन्द्र के निर्देशों को निगम अधिकारियों ने नजरंदाज कर रद्दी की टोकरी में फैंका, हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं निगम अधिकारी
राकेश कुमार सैनी उर्फ मौनी का गंभीर आरोप-कांग्रेसी सांसद करवा रहे हैं रेनोवेशन, इसी कारण निगम अधिकारी जानबूझ कर डाल रहे हैं अड़चनें, अगर यही काम किसी भाजपा सांसद ने करवाते तो निगम अधिकारियों की हो जाती बोलती बंद
वार्ड नंबर 2 की निगम पार्षद आशालता से इस मामले में निगम अधिकारियों के रवैए को बताया बेहद खेदजनक
कहा-धर्मशाला को है रेनोवेशन की तत्काल जरूरत, इस काम के लिए उन्हें जो भी कदम उठाने पड़े, जरूर उठाएंगी
खण्ड़हर में तब्दील होती जा रही है सैनी आनंदपुर मौहल्ले की सैनी धर्मशाला, कोई हादसा हुआ तो निगम अधिकारी होंगे उसके जिम्मेदार : राकेश कुमार सैनी उर्फ मौनी
जिला उपायुक्त एवं निगम अधिकारियों ने रद्दी की टोकरी फैंक दिए सांसद एवं जिला एवं समन्वय समिति के चेयरमैन दीपेन्द्र के निर्देश
समाज के लोगों में है भारी आक्रोश, क्षेत्र के लोकसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा भी है अधिकारियों के रवैए से काफी नाराज
सांसद कोटे से रोहतक शहर की 4 धर्मशालाओं सैनी, ब्राह्मण, सांसी व शिव कालोनी का होना है रेनोवेशन
संयुक्त आयुक्त ने इस विषय पर बात करने से कर दिया साफ इंकार, निगमायुक्त ही कहा, बाद में बात करेंगे
अब खबर विस्तार से
रोहतक नगर निगम के अधिकारियों की लालफीताशाही के चलते सांसद कोटे से शहर की 4 धर्मशालाओं के रेनोवेशन नहीं हो पा रही है। पिछले एक वर्ष से अधिक समय बीतने के बावजूद निगम के अधिकारी इन धर्मशालाओं का एस्टीमेट तक तैयार नहीं कर रहे, जिस कारण न केवल संबंधित समाज के लोगों में भारी आक्रोश है, वहीं क्षेत्र के लोकसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा भी काफी नाराज हैं। हैरत की बात है कि दीपेन्द्र हुड्डा की नाराज़गी के बाद भी अधिकारियों के चेहरों पर एक भी शिकन नहीं है। यही कारण है कि उन्होंने रेनोवेशन कराने की दिशा में एक भी ठोस कदम उठाने की जहमत नहीं उठाई है।
बता दें कि शहर की सैनी आनंदपुर मौहल्ले की सैनी धर्मशाला के रिनोवेशन का काम निगम अधिकारियों के अड़ियल रवैए के चलते पिछले 14 माह से अधिक समय से अटका पड़ा है। सैनी आनन्दपुरा के लोग धर्मशाला का रेनोवेशन कराने को लेकर पिछले 14 माह से अधिक समय से निगम के अधिकारियों के यहां चक्कर पर चक्कर लगा रहे हैं लेकिन निगम अधिकारी चादर तान कर सो रहे हैं। सैनी समाज के लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर रेनोवेशन शीघ्र शुरू नहीं करवाया तो समाज सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएगा।
ध्यान रहे कि 6 मार्च, 2024 को लोकसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने सैनी धर्मशाला के रेनोवेशन कराने के लिए सांसद कोटे से 11 लाख रुपए देने का ऐलान किया था। सिर्फ यही नहीं, सांसद ने सैनी धर्मशाला के अलावा इन्दिरा कालोनी की ब्राह्मण धर्मशाला, शिव कालोनी की की शिव धर्मशाला और खोखराकोट की सांसी धर्मशाला रेनोवेशन कराने के लिए सांसद कोटे से इतनी ही धनराशि देने की घोषणा कर रखी है।
इस संबंध में सैनी आनन्दपुरा के पूर्व पार्षद पुत्र एवं प्रमुख समाजसेवी राकेश कुमार सैनी उर्फ मौनी कहते हैं कि उनके मौहल्ले की धर्मशाला खण्ड़हर में तब्दील होती जा रही है। धर्मशाला के मुख्य द्वार की तो हालत खराब है ही, धर्मशाला के अन्दर की स्थिति भी ठीक नहीं है। धर्मशाला के अन्दर कई जगह दरारें पड़ चुकी हैं तो कहीं मलबा भी टूट कर गिरने लगा है।
उनका कहना है कि अगर धर्मशाला के रेनोवेशन का काम तुरन्त शुरू नहीं किया गया तो इसमें कोई जनहानि भी हो सकती है क्योंकि इस धर्मशाला में समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। अगर किसी कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी नगर निगम के अधिकारियों की होगी।
समाजसेवी राकेश कुमार सैनी उर्फ मौनी ने कहा कि निगम के अधिकारियों की अनदेखी के चलते सैनी धर्मशाला ही नहीं 3 अन्य धर्मशालाओं के 14 माह से अधिक समय बीतने के बावजूद रेनोवेशन कराने के लिए एस्टिमेट तक नहीं बन पाए हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निगम अधिकारी रेनोवेशन के काम को कागजों में फंसाएं हुए हैं। उन्होंने बताया कि 14 साल पहले सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने इस धर्मशाला का सांसद कोटे से करीब 75 लाख रुपए खर्च करके पुनर्निर्माण करवाया था।
उनका कहना है कि हमारे पूर्वजों के कोई औलाद नहीं होने के कारण इस जमीन को धर्मशाला के लिए दान दे दी थी। पुराने समय में दान की गई जमीन वगैरा की कोई लिखत-पढ़त नहीं की जाती थी। अब निगम अधिकारी समाज के लोगों से रजिस्ट्री अथवा दान करने के कागजात मांग रहे हैं, जो संभव नहीं है। उनका कहना था कि 70-80 साल पहले जिन लोगों का स्वर्गवास हो गया और उनके कोई वाली-वारिस नहीं हो तो ऐसे में रजिस्ट्री व दान के कागजात कहां से मिलेंगे।
राकेश कुमार सैनी उर्फ मौनी ने कहा कि जब 14 साल पहले भी तो सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने 70-80 लाख रुपए व्यय कर इस धर्मशाला का पुनर्निर्माण करवाया था तो उस समय तो ये दिक्कत नहीं आई, अब निगम अधिकारी रेनोवेशन कराने में क्यों अड़ंगा डाल रहे हैं। उनका तो यहां तक कहना है कि चूंकि रेनोवेशन एक कांग्रेसी सांसद करवा रहे हैं, इसी कारण निगम अधिकारी जानबूझ कर अड़चनें डाल रहे हैं। अगर यही काम किसी भाजपा सांसद ने करवाना होता तो निगम अधिकारी चूं भी नहीं करते।
उन्होंने बताया कि समाज के लोग रेनोवेशन कराने के लिए जेई, एसडीओ और एक्सईएन से मिल चुके हैं। इस दौरान 3 जेई तो तबादला हो कर जा चुके हैं। वे निगम अधिकारियों को 14 साल पहले धर्मशाला का जो पुनर्निर्माण हुआ था, उसके वर्क आर्डर की कापी और बिल वगैरा अधिकारियों को सौंप चुके हैं लेकिन निगम अधिकारी फिर भी नहीं मान रहे।
समाजसेवी राकेश कुमार सैनी उर्फ मौनी ने बताया कि इस संबंध में समाज के लोग सांसद एवं जिला एवं समन्वय समिति के चेयरमैन दीपेन्द्र हुड्डा से भी मिले थे। इसके बाद उन्होंने पिछली 23 अप्रैल को जिला एवं समन्वय समिति की बैठक में हमें भी बुलाया था ताकि जो अड़चन आ रही है, उस बारे अधिकारियों से पूछ उसका हल निकालेंगे।
सांसद ने समिति की बैठक में जिला उपायुक्त और निगम अधिकारियों को धर्मशाला के तुरन्त रेनोवेशन कराने के निर्देश भी दिए थे लेकिन लगता है कि सांसद के निर्देशों को नजरंदाज कर निगम अधिकारियों ने रद्दी की टौकरी में फैंक दिया है। तभी तो आज तक निगम अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
इधर वार्ड नंबर 2 की निगम पार्षद आशालता से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने निगम अधिकारियों के रवैए को बेहद खेदजनक बताया। उनका कहना है कि वाकई सैनी धर्मशाला की हालत बेहद खराब है और इसके रेनोवेशन की तत्काल जरूरत भी है। वे इस मामले में अधिकारियों से भी बात करेंगी और इस मामले को निगम की बैठक में प्रमुखता से उठाया भी जाएगा। इस काम के लिए उन्हें जो भी कदम उठाने पड़े, जरूर उठाएंगी।
इस संबंध में प्यारा हिन्दुस्तान प्रतिनिधि ने जब निगम के संयुक्त आयुक्त से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस विषय पर बात करने से साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में निगमायुक्त ही जवाब देंगे किन्तु निगमायुक्त ने भी कहा कि इस मामले की पूरी जानकारी नहीं है, वे इस बारे बाद में बात करेंगे।
इस मामले में जब प्यारा हिन्दुस्तान ने नगर निगम के मेयर राम अवतार बाल्मीकि से सवाल किए तो उन्होंने कहा कि निगम की बैठक में उनके संज्ञान में यह मामला आया था। तब निगम के कमिश्नर, ज्वाईंट कमिश्नर, पार्षदों के अलावा सभी अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने इस संबंध में कमिश्नर से पूछा था कि जब सैनी धर्मशाला का पुनर्निर्माण सांसद कोटे से हो चुका है। सरकार की ग्रांट भी वहां पहले लग चुकी है। मैं भी की बार वहां जा चुका हूं। मैंने उनसे इस मामले को सुलझाने को कहा तो कमिश्नर ने आश्वासन दिया था कि मैं मामले को देखूंगा और रेनोवेशन की प्रमीशन मैं दे दूंगा।
एक सवाल के जवाब में मेयर ने कहा कि सरकार नियम से चलती हैं। जब पहले इस धर्मशाला का पुनर्निर्माण हुआ था तो तत्कालीन सरकार में अधिकारियों ने आनन-फानन में उस काम को बिना जांच पड़ताल के आगे बढ़ाया हो। सामाजिक अथवा धार्मिक कार्य को आगे बढ़ा भी देना चाहिए। किन्तु अगर इस समस्या का उसी समय हर कर लिया जाता तो आज यह समस्या नहीं आती। हालांकि अब कमिश्नर ने कहा है कि जांच पड़ताल के बाद निश्चित ही हम रेनोवेशन की अनुमति दे देंगे।
रोहतक नगर निगम की बैठक में सैनी आनन्दपुरा की रेनोवेशन का मुद्दा वार्ड नम्बर 2 के पार्षद प्रतिनिधि धर्मबीर सैनी ने उठा चुके हैं। उन्होंने बैठक में कहा कि 14 माह पहले रोहतक के सांसद ने सैनी धर्मशाला की रेनोवेशन कराने के लिए सांसद कोटे से 11 लाख देने का ऐलान किया था लेकिन आज तक भी रेनोवेशन का एस्टीमेट नहीं बनाया गया है। निगम अधिकारी जानबूझ कर धर्मशाला का रेनोवेशन कराने के काम में रोड़ा अटका रहे हैं।
रोहतक नगर निगम के मेयर ने इस बारे अधिकारियों से जवाब तलबी की तो निगम के कमिश्नर आनन्द कुमार शर्मा ने सदन को बताया कि सैनी धर्मशाला के रेनोवेशन का मामला उनके संज्ञान में है, वे इसे प्राथमिकता के तौर पर करवाएंगे।