
02/07/2025
थैलेसीमिया जागरूकता पर राष्ट्रीय सेमिनार एवं सम्मान समारोह का सफल आयोजन
"एक कदम थैलेसीमिया मुक्त समाज की ओर"
"हम और आप सोशल वेलफेयर सोसाइटी" एवं "रक्तगिरी फाउंडेशन" के संयुक्त तत्वावधान में डेरा बाबा लक्ष्मणपुरी जी, गौकर्णधाम, रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय थैलेसीमिया सेमिनार व सम्मान समारोह सामाजिक चेतना का एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर सामने आया। इस भव्य आयोजन का उद्देश्य थैलेसीमिया जैसी गंभीर आनुवंशिक बीमारी के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना, विवाहपूर्व जांच को प्रोत्साहित करना तथा इस दिशा में कार्यरत योद्धाओं को सम्मानित करना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा कपिल पुरी जी महाराज के पावन सान्निध्य में हुआ, जिनकी उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री रणबीर गंगवा। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री श्री मनीष ग्रोवर, PGIMS के कुलपति प्रो. एच.के. अग्रवाल, CMO डॉ. रमेश चंदर आर्य, तथा LPS Bossard के MD श्री राजेश जैन ने भी अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई।
सेमिनार में देशभर से आए डॉक्टरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने थैलेसीमिया की रोकथाम, विवाहपूर्व स्क्रीनिंग और जनसहभागिता पर विस्तृत चर्चा की। छात्रों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रदर्शनी और जनजागरूकता गतिविधियाँ कार्यक्रम की विशेष आकर्षण रहीं।
इस अवसर पर उत्कृष्ट योगदान देने वाले सैकड़ों रक्तदाताओं, चिकित्सकों, समाजसेवियों एवं संस्थाओं को सम्मानित किया गया। विशेष रूप से संस्था उमेश अरोड़ा, फरीदाबाद और संजीव सचदेवा, करनाल को थैलेसीमिया मुक्ति अभियान में निरंतर योगदान हेतु विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
"हम और आप सोशल वेलफेयर सोसाइटी" के संरक्षक गुलशन निजहावन के नेतृत्व में चिराग बेरी, गुरप्रीत सिंह, संदीप दुआ, तरुण जुनेजा, अजय अरोड़ा, सोनू खान, अरुण विर्मानी, गौरव ढल, लकी धींगडा, विनय ग्रोवर एवं सभी स्वयंसेवकों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही रक्तगिरी फाउंडेशन की टीम का योगदान भी अत्यंत सराहनीय रहा।
सेमिनार के प्रमुख उद्देश्यों में निम्नलिखित बिंदु सम्मिलित रहे:
थैलेसीमिया जैसी गंभीर एवं आनुवंशिक बीमारी के प्रति आमजन में व्यापक जन-जागरूकता का प्रसार करना।
विवाहपूर्व थैलेसीमिया जांच की अनिवार्यता पर बल देते हुए इससे संबंधित सामाजिक जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करना।
इस क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रहे समाजसेवियों, चिकित्सकों, रक्तदाताओं एवं संस्थाओं को सम्मानित कर उनके योगदान को सार्वजनिक मंच पर मान्यता प्रदान करना।