21/07/2025
आज हम गर्व और संकल्प के साथ भीम आर्मी के दसवें स्थापना दिवस और द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन मना रहे हैं। यह केवल संगठन की एक वर्षगांठ नहीं, बल्कि बहुजन समाज के संघर्ष, आत्मसम्मान और संगठनबद्ध प्रतिरोध की एक दशक लंबी यात्रा का प्रतीक है।
भीम आर्मी उस विचार की संतान है जिसे राष्ट्रपिता ज्योतिबाफुले, छत्रपति शाहू जी महाराज व परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी ने जन्म दिया – ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।’ हमने शिक्षा के माध्यम से शोषितों को अधिकारों का ज्ञान दिलाया, संगठन के बल पर अन्याय के खिलाफ खड़े हुए और संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष को अपना धर्म बनाया।
हमारा अधिवेशन केवल कार्यकर्ताओं की मुलाकात नहीं, यह भारत की जातिवादी व्यवस्था को चुनौती देने वाले योद्धाओं की रणनीति का मंच है। हम यहां से यह संकल्प लेते हैं कि जब तक एक भी बहुजन पर अत्याचार होता रहेगा, तब तक भीम आर्मी की मशाल जलती रहेगी।
इस अवसर पर मैं देश के युवाओं से आह्वान करता हूँ – उठो, पढ़ो, सवाल करो, और अन्याय के खिलाफ संगठित हो जाओ। यह लड़ाई सत्ता की नहीं, समानता और इंसाफ की है। हमें संसद से सड़क तक, न्यायालय से गांव की चौपाल तक हर जगह संविधान के प्रहरी बनकर खड़ा होना है।
भीम आर्मी न किसी से झुकी है, न किसी से बिकेगी ना रुकेगी – यह बहुजन समाज की सबसे मजबूत आवाज़ है। हम बाबा साहेब, मान्यवर साहब कांशीराम जी और सभी महापुरुषों के सपनों को ज़मीन पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
देश व दुनिया मे रहने वाले सभी भारतीय संविधान प्रेमियों को भीम आर्मी भारत एकता मिशन के दसवें स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाये।
जय भीम! जय भारत!
#भीम_आर्मी_स्थापना_दिवस