18/11/2025
नमस्कार मिर्जाचौकी
दिनांक 16 नवंबर रविवार की संध्या बेला में सभी लोगों के बीच सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति के माननीय कोषाध्यक्ष के द्वारा इस बार की दुर्गा पूजा के आय-व्यय का हिसाब रखा गया। जिसमें यह बताया गया कि अन्य वर्षों से अधिक खर्च करने के बाद भी इस वर्ष अच्छा बचत हुआ है। जबकि नई समिति को चंदा उठाने में कुछ पुराने लोगों का यथोचित सहयोग नहीं मिला। हां, अनावश्यक मदों पर खर्च कराने में वे आगे रहे।
ज्ञात हो - इस वर्ष से पहले कई वर्षो से दुर्गा पूजा समिति का हिसाब नहीं दिया गया। लोगों के दबाव पर हिसाब दिया भी तो घाटा दिखाया गया।
निष्कर्ष - कुछ लोगों ने चंदा को धंधा बना लिया था। माता को चढ़ाएं गए टिकली, भोग के लिए दिए गए काजू-किशमिश की हेरा फेरी के साथ प्रत्येक वर्ष लगभग 10 लाख का गबन किया जा रहा था।
ध्यान रहे - नई समिति के इस हिसाब में पीछले वर्ष का पोखर और धर्मशाला से अर्जित आय शामिल नहीं है। प्रतिदिन मंदिर की साफ सफाई और नित्य पुजा करने वाले बमबम बाबा का 1 वर्ष से मानदेय राशि नहीं दिया गया था, जिसका भुगतान भी नई समिति ने किया है। अगले वर्ष के हिसाब में जब धर्मशाला और पोखर का आय जुटेगा और इस वर्ष करायें गए अनावश्यक खर्च पर रोक लगेगी तो कम 10 लाख का बचत दिखाई देगा।
दुर्गा पूजा समिति के नए पदाधिकारियों का हार्दिक अभिनन्दन..... आभार.... धन्यवाद।