arif sakhun

arif sakhun All Action, no filler

welcome to all friends, plz like and follow my page

04/01/2025

Mistakes when cleaning your bed

In this video, we explore the importance of regularly cleaning your beds for a healthier and more comfortable sleeping environment. Discover effective cleaning tips, the best products to use, and how often you should maintain your bedding. Join us as we share insights on why a clean bed is essential for your overall well-being





Hii friends
03/01/2025

Hii friends

31/12/2024

मेरी इंग्लिश भी ठीक है न

31/12/2024

ये सर्दी में मारेगी, लास्ट वाला विडियो मिस मत करना

31/12/2024

New funny pranks 2024 || Best Reaction Prank On Girls || Prank video || Funny
New funny pranks 2024 || Best Reaction Prank On Girls || Prank video || Funnyprank 2024
prank 2024prank 2024

31/12/2024

30/12/2024

मेरे अलवा और कोई नही देख सकता

30/12/2024

चड्डी वाली चुड़ैल का खौफ

30/12/2024

video clip

29/12/2024

अक्सर ख़ूबसूरत नजारा ख़तरनाक होते है।

29/12/2024

Bhiya कन छोरी देख र हसी

28/12/2024

इंडिया में जुगाड़ों में कोई कमी नहीं है

बाबू सोना करके दवाई खिलाता.फिर करता था घिनौना काम, कपडे उतारकर.फेसबुक से शुरू हुई बात, दवाई का खेल और चार बार का दर्दनाक...
28/12/2024

बाबू सोना करके दवाई खिलाता.फिर करता था घिनौना काम, कपडे उतारकर.

फेसबुक से शुरू हुई बात, दवाई का खेल और चार बार का दर्दनाक अंत

सोशल मीडिया की दुनिया में हर दिन कुछ न कुछ हैरान करने वाला होता है। पर एक मामला ऐसा सामने आया है, जो आपके दिल और दिमाग दोनों को झकझोर कर रख देगा। एक महिला ने अपनी आपबीती सुनाते हुए जो खुलासा किया, वह समाज के हर वर्ग के लिए एक चेतावनी है।

फ़ेसबुक से फँसाने का सिलसिला
महिला ने बताया कि उसे एक शख्स ने फ़ेसबुक पर दोस्ती का झाँसा दिया। धीरे-धीरे वह उसकी ज़िंदगी में शामिल हो गया। उसकी चिकनी-चुपड़ी बातों ने महिला का भरोसा जीत लिया। उसने दावा किया कि वह महिला के पति और परिवार वालों को जानता है। यहीं से शुरू हुआ शोषण का घिनौना खेल।

दवाई का घातक षड्यंत्र
महिला ने खुलासा किया कि वह व्यक्ति उसे "बाबू सोना" कहकर दवाई खिलाता था। उन दवाइयों से उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। लगातार महीनों तक उसे ब्लीडिंग होती रही, और हर बार उसे अस्पताल जाना पड़ता। मामला तब और गंभीर हुआ जब उसने चार बार गर्भपात करवाया।

भावनाओं का खेल या महिला की भूल?
वीडियो में महिला रोते हुए कहती है, "मुझे नहीं पता मैं कैसे इसके जाल में फँस गई।" यह मामला केवल भावनाओं का खेल नहीं, बल्कि एक घातक अपराध की ओर इशारा करता है।

समाज की प्रतिक्रिया
वीडियो वायरल होते ही लोगों ने अपनी-अपनी राय दी। कुछ ने महिला की गलती मानी तो कुछ ने आरोपी पर सख्त कार्रवाई की माँग की। एक यूजर ने लिखा, "इस तरह के मामलों में तुरंत पुलिस की मदद लेनी चाहिए।"

क्या सिखाता है यह मामला?
सोशल मीडिया पर अजनबियों पर भरोसा करना कितना खतरनाक हो सकता है, यह घटना इसका बड़ा उदाहरण है। यह केवल एक महिला की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है कि ऐसे मामलों में आवाज़ उठाई जाए और न्याय दिलाया जाए।

सावधान रहें, सतर्क रहें!
आज की यह कहानी एक सबक है—किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी अजनबी से दोस्ती करते समय सतर्क रहें और अपने परिवार को ऐसी किसी भी घटना की जानकारी दें।

#सोशलमीडिया_का_अपराध
#दवाई_का_जाल
#फेसबुक_फ्रॉड
#महिला_की_आपबीती
#सोशल_सेफ्टी

#ऑनलाइन_सावधानी


28/12/2024

रशियन लुगाई का जुगाड

27/12/2024

ठंड में मजाक नहीं

बॉक्स ऑफिस धमाका: मुफासा की दहाड़ ने मचाई तबाही, शाहरुख की आवाज बनी फिल्म का असली हीरो।नई दिल्ली: 20 दिसंबर को रिलीज हुई...
27/12/2024

बॉक्स ऑफिस धमाका: मुफासा की दहाड़ ने मचाई तबाही, शाहरुख की आवाज बनी फिल्म का असली हीरो।

नई दिल्ली: 20 दिसंबर को रिलीज हुई फिल्मों की भीड़ में एक नाम ऐसा है, जिसने वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर तूफान ला दिया है—डिज्नी की बहुप्रतीक्षित एनिमेटेड फिल्म ‘मुफासा: द लायन किंग’! 6 दिनों में 1500 करोड़ का आंकड़ा पार कर यह फिल्म इतिहास रच चुकी है। खास बात यह है कि हिंदी वर्जन में मुफासा के किरदार को आवाज देने वाले शाहरुख खान की आवाज दर्शकों के दिलों में गूंज रही है।

हालांकि, यह सिर्फ एक फिल्म की सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि एक ऐसी जंग की दास्तान है जहां ‘वनवास’, ‘विदुथलाई 2’, ‘मार्को’, और कन्नड़ की साइंस-फिक्शन फिल्म UI ने भी मैदान में उतरने की कोशिश की, लेकिन उनकी चमक कहीं फीकी पड़ गई।

मुफासा ने छठे दिन कैसे रचा इतिहास?

डिज्नी की इस फिल्म ने सिर्फ एनिमेशन का जादू नहीं चलाया, बल्कि शाहरुख खान की दमदार आवाज ने इसे हिंदी दर्शकों के लिए और खास बना दिया। सैकनिल्क के आंकड़ों के अनुसार, मुफासा ने सातवें दिन भारत में 7 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, जिससे इसका देशभर का कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 74.25 करोड़ रुपये पहुंच गया।

‘वनवास’ की नाव क्यों डूबी?

दूसरी तरफ, नाना पाटेकर और उत्कर्ष शर्मा की फिल्म ‘वनवास’ का हाल बुरा है। दर्शकों की बेरुखी ने फिल्म की कमाई को शुरुआती दिनों से ही ठंडा कर दिया। ओपनिंग डे पर केवल 60 लाख रुपये की कमाई करने वाली यह फिल्म सातवें दिन सिर्फ 11 लाख पर सिमट गई।

विदुथलाई 2 और मार्को की कैसी रही परफॉर्मेंस?

साउथ स्टार विजय सेतुपति की ‘विदुथलाई 2’ ने अपने पहले पार्ट की चर्चा का फायदा उठाने की कोशिश की, लेकिन सातवें दिन 1.50 करोड़ रुपये का कलेक्शन फिल्म की रफ्तार को धीमा बता रहा है। वहीं, मार्को ने 2.50 करोड़ और UI ने केवल 1.10 करोड़ की कमाई की है।

शाहरुख का जलवा, डिज्नी का जादू

मुफासा की कामयाबी ने यह साबित कर दिया है कि एनिमेटेड फिल्मों के लिए भी भारत में बड़ा बाजार है, बशर्ते कहानी और प्रस्तुति दमदार हो। शाहरुख खान की आवाज के साथ मुफासा ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी है।

क्या आप भी शाहरुख की आवाज में मुफासा की दहाड़ सुनने के लिए तैयार हैं? आज ही थिएटर का रुख करें और इस एनीमेशन मैजिकल एक्सपीरियंस का हिस्सा बनें!

नौकरी छोड़ो, खुशी पकड़ों: पुष्पा का संदेश?"पुष्पा 2: सफलता की नई परिभाषा या समाज की बदलती सोच का प्रतीक?सिनेमा की बदलती ...
27/12/2024

नौकरी छोड़ो, खुशी पकड़ों: पुष्पा का संदेश?"

पुष्पा 2: सफलता की नई परिभाषा या समाज की बदलती सोच का प्रतीक?

सिनेमा की बदलती धाराएं और युवा वर्ग का बढ़ता प्रभाव

हाल ही में रिलीज हुई "पुष्पा 2" ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाते हुए नए रिकॉर्ड कायम किए हैं। लेकिन फिल्म की सफलता केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं है; यह समाज में हो रहे मानसिक बदलावों की भी झलक दिखाती है।

युवाओं के बीच इस फिल्म की लोकप्रियता ने एक नया ट्रेंड सेट किया है, जहां मनोरंजन को करियर और परंपरागत जिम्मेदारियों से ऊपर रखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि "पुष्पा राज" का बागी अंदाज और "जो चाहो, वही करो" की मानसिकता ने युवाओं को आकर्षित किया है।

बदलती प्राथमिकताएं: नौकरी से ज्यादा संतोष की तलाश

एक ओर जहां पहले युवा वर्ग करियर बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करता था, वहीं आज की पीढ़ी संतोष और पल भर की खुशी को ज्यादा महत्व देती दिख रही है। इंटरनेट मीम्स और सोशल मीडिया पर छाए ट्रेंड्स इस बदलाव की गवाही दे रहे हैं।

फिल्म के डायलॉग्स और गानों ने हर वर्ग को प्रभावित किया है, लेकिन इसका गहरा असर खासतौर पर उन युवाओं पर पड़ा है, जो जीवन में परंपरागत नियमों को चुनौती देने की सोच रखते हैं।

"ब्लो-ऑफ" कल्चर की ओर बढ़ता झुकाव

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह ट्रेंड केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है। युवाओं में अपने सपनों को फॉलो करने और "जॉब" जैसी जिम्मेदारियों से दूरी बनाने की चाह बढ़ती जा रही है। हालांकि इसे "ब्लोजॉब प्रायोरिटी" जैसे मजाकिया नाम दिए जा रहे हैं, पर गहराई से देखें तो यह उस मानसिक बदलाव की ओर इशारा करता है, जहां खुशी और संतुष्टि को प्राथमिकता दी जा रही है।

क्या यह बदलाव सकारात्मक है?

समाज में हो रहे इस बदलाव को हर कोई सकारात्मक नजर से नहीं देखता। कुछ का मानना है कि यह लापरवाही को बढ़ावा दे सकता है, जबकि अन्य इसे मानसिक दबाव से मुक्त होने का जरिया मानते हैं।

"पुष्पा 2" केवल एक फिल्म नहीं है; यह समाज की बदलती सोच का आइना है। सवाल यह है कि हम इसे कैसे देखते हैं—एक चेतावनी के रूप में या एक नई दिशा की ओर बढ़ते कदम के रूप में।

27/12/2024

आज तो दोस्त गया

Address

Vpo Sakhun
Sakhun
303008

Telephone

+919694166319

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when arif sakhun posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to arif sakhun:

Share