07/01/2025
एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस Human Metapneumovirus)
यह कोई नया वायरस नहीं है. इससे संक्रमण के लक्षण प्रायः वही रहते हैं जो सर्दी-खांसी यानी फ़्लू के वायरस से संक्रमण के रहते हैं. एक अनुमान के अनुसार पाँच की उम्र तक अधिकतर लोग इससे संक्रमित हो चुके रहते हैं. कुछ में इससे कठिन बीमारी हो सकती है - न्यूमोनिआ भी. ऐसा तभी होता है जब शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र किसी कारण से कुछ कमजोर रहे. छोटे बच्चों में और 65 की उम्र से अधिक उम्र वालों को इससे कठिन बीमारी का खतरा अधिक रहता है.
पहली बार इस वायरस से संक्रमण पर कठिन स्थिति आने की आशंका अधिक रहती है. एक बार हो जाने पर संक्रमण से प्रतिरक्षा तंत्र वायरस को पहचानने लगता है. अधिक उम्र होने पर या किसी और कारण से प्रतिरक्षा तंत्र के दुर्बल हो जाने पर भी कठिन स्थिति आने की आशंका बढ़ जाती है.
फैलता कैसे है?
खांसी, छींक से. स्पर्श से भी. हाथ मिलाना कम कर सकते हैं. ऐसी जगह को छूना जिसे किसी संक्रमित ने छू रखा हो- फोन, कंप्यूटर के की बोर्ड, दरवाजों के हत्थे, खिलौने आदि.
लक्षण:
खाँसी, बुखार, बहती (या भरी) नाक, गले में खराश, साँस लेने में दिक्कत, दाने / चकत्ते (rash)
कठिन / जटिल स्थितियाँ:
ब्रॉन्कोटाइटिस
न्यूमोनिआ
ब्रोंकिओलिटिस
अस्थमा के कठिन दौरे
कान के संक्रमण
उपचार:
कोई ऐंटीवायरस दवा नहीं है. अधिकतर मामले घर पर ही सुलझ जाते हैं. कठिन स्थिति में अस्पताल जाना जरूरी हो सकता है. वहां लाक्षणिक उपचार दिए जाते हैं - ऑक्सीजन, शिराओं में पानी चढ़ाना, और कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स
ऐंटीबायोटिक्स से एचएमपीवी से संक्रमण में कोई लाभ नहीं होता क्योंकि संक्रामक बैक्टीरिया नहीं बल्कि वायरस है. किन्तु कभी कभी साथ में बैक्टीरिया से भी संक्रमण हो सकता है - सेकेंडरी इन्फेक्शन - और उससे निपटने के लिए डॉक्टर ऐंटीबायोटिक्स दे सकते हैं. बिना चिकित्सक की सलाह के ऐंटीबायोटिक्स लेना बहुत समझदारी का काम नहीं है.
रोकथाम और बचाव
(कोविड को याद करें)
हाथ धोना
छींकते समय नाक और मुँह ढकना- हाथ से नहीं, केहुनी से
रुग्ण व्यक्ति के साथ नहीं रहना
मास्क के प्रयोग
खाने के बर्तन - कप इत्यादि - अलग रखना
अस्पताल कब जाएं
103 डिग्री बुखार
साँस लेने में दिक्क्त
नख के नीचे नीला दिखना
जब भी लगे कि तबीयत अधिक खराब हो रही है.
अंत में फिर, कोई चिंताजनक बीमारी नहीं है. कोई नया वायरस नहीं है.
HMPV से संक्रमित व्यक्ति लक्ष्णानुसार होम्योपैथी दवा का उपयोग कर सकते हैं जो नीचे वर्णित है
Aconite napelus-200
Allium cepa-30
Brayonia alba -200
Arsenic album -30
Spongia-30
Ferrum phos-3x
इन दावों से HMPV के खतरों को काम किया जा सकता है, और ठीक भी किया जा सकता है।