Saqlaini Shahi

Saqlaini Shahi Important Information about Silsila e Saqlainiya Sharafatiya

27/04/2025

♥️ दिल में इश्क़ 🌹
🕋 इश्क़ में आप 🤲
ये ही मेरी ख़्वाहिश 🫶
ये ही मेरा ईमान ✔️
हक़ मुर्शिद या मुर्शिद

🌹🌹दिल जिससे ज़िन्दा है 🌹🌹                           ♥️♥️वो तमन्ना तुम ही तो हो♥️🌺🌺हम जिस पर मर रहे हैं 🌺🌺               ...
18/04/2025

🌹🌹दिल जिससे ज़िन्दा है 🌹🌹
♥️♥️वो तमन्ना तुम ही तो हो♥️
🌺🌺हम जिस पर मर रहे हैं 🌺🌺
‌‌ 🌸🌸वो मुहब्बत तुम ही तो हो

31/03/2025

ईद -उल-फ़ित्र की तमाम आलम ए इंसानियत को बहुत बहुत मुबारकबाद

सक़लैनी शाही की जानिब से

30/03/2025

ईद मुबारक
तमाम उन सभी मुसलमान भाईयों को जिनका दिल मज़लूम, परेशान, तखलीक में मुब्तिला भाई के लिए धड़कता है 🕋🕋
फिलिस्तीन

13/03/2025

🌺 #मेरा_ईमान🌹
🌺 #मेरी_पहचान 🌹
🌺 #मेरी_जान 🌹
🌺 #मेरी_शान 🌹
हम सक़लैनियो के लिए सब कुछ हमारे पीरों मुर्शिद है
अश्शाह #मोहम्मद_सक़लैन मियाँ हुज़ूर की गुलामी हमारे लिए काफी है अल्हमदो लिल्लाह हमारी सुन्नियत की पहचान हमारे पीरों मुर्शिद से है
पीर को देखकर अल्लाह याद आ जाए वो मुहब्बत सबसे बेहतर है अल्लाह अल्लाह अल्लाह
यौम-ए-विलादत बहुत बहुत मुबारक हो तमाम आशिके शाह सक़लैन को

जन्नत में बन गया है घर हमारा #मियाँ_हुज़ूर
जब से मिला गया है दामन तुम्हारा #मियाँ_हुज़ूर

जन्नत तो मिल जायेगी आप की दुआ से मियाँ हुज़ूर
जन्नत में भी बनकर रहूं नौकर तुम्हारा मियाँ हुज़ूर

#शाह_शराफ़त_मियॉ की दुआ से हमको मिलें हैं आप
हम सक़लैनियों पर है एहसान वल्लाह तुम्हारा मियाँ हुज़ूर

#अहमद तो आपका ही गुलाम बनकर रहेगा सदा तुम्हारा मियाँ हुज़ूर
दुनिया और आख़िरत में रहे सहारा तुम्हारा मियाँ हुज़ूर

ुर्शिद_या_मुर्शिद
#लब्बैक_या_शाह_सक़लैन

📝📝 इन्तेजार अहमद सकलैनी अन्सारी शाही बरेली शरीफ़

*इंतेक़ाल-ए-पुर मलाल* 😭पीरो मुर्शिद क़िब्ला-ओ-काबा हज़रत *शाह सक़लैन मियाँ हुज़ूर* (अलैहिर्राहमां) के ब्रादरे अज़ीज़ उस्तादे शो...
07/02/2025

*इंतेक़ाल-ए-पुर मलाल* 😭

पीरो मुर्शिद क़िब्ला-ओ-काबा हज़रत *शाह सक़लैन मियाँ हुज़ूर* (अलैहिर्राहमां) के ब्रादरे अज़ीज़ उस्तादे शोरा आल्हाज *मुन्तख़ब अहमद नूर सक़लैनी काकरलवी* (नूर साहब) का इंतेक़ाल हो गया है।

नमाज़े जनाज़ा और तदफ़ीन का वक़्त अभी मुक़र्रर नहीं किया गया है।
अल्लाह अपने प्यारे हबीब ए करीम सल्लल्लहो अलैह वसल्लम के सदके में मियाँ हुज़ूर की वसीले से मगफिरत फरमाएं 😥😥😥😥😥😥

जश्ने शाह सक़लैन व 19 वॉ इज्तिमाई निकाह जेरे सरपरस्ती सरकार गाज़ी मियाँ हुज़ूर  सरजमीनें मुम्बई में बड़ी ही शान-शौकत के ...
03/02/2025

जश्ने शाह सक़लैन व 19 वॉ इज्तिमाई निकाह जेरे सरपरस्ती सरकार गाज़ी मियाँ हुज़ूर सरजमीनें मुम्बई में बड़ी ही शान-शौकत के साथ मनाया गया अल्हमदो लिल्लाह मियाँ हुज़ूर की दुआ से तमाम हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी ऑफ इंडिया व तमाम हज़रत शाह सक़लैन फ़ाउन्डेशन की जितनी यूनिटों है अल्लाह अपने प्यारे हबीब ए करीम सल्लल्लहो अलैह वसल्लम के सदके में खूब तरक्की दें अल्लाह वालों का फैजान बंटता रहे

1296 वॉ उर्से मुबारक (1,2शाबान) #इमाम_ए_आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह नाम :नोमान, कुन्नियत :अबू हनीफा, वालिद का नाम :साब...
31/01/2025

1296 वॉ उर्से मुबारक (1,2शाबान) #इमाम_ए_आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह
नाम :नोमान, कुन्नियत :अबू हनीफा, वालिद का नाम :साबित, अल्काब :इमाम ए आजम, इमामुल अईम्मा, सिराजुल अईम्मा रईसुल फुकहा उल मुहद्दिसीन, सय्यदुल औलिया उल मुहद्दिसीन
उम्मतें मोहम्मदिया में चार इमाम पैदा किए
1-हजरत इमाम ए आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह
2-हजरत इमाम मालिक रहमतुल्लाह अलैह
3-हजरत इमाम शाफ़ई रहमतुल्लाह अलैह
4-हजरत इमाम अहमद बिन हम्बल रहमतुल्लाह अलैह
अब जो लोग हम से ये कहते हैं कि तुम मसलके इमामे आजम का नारा क्यू ज़्यादा लगते हो तो सुन लो
अगर आप सुन्नी हैं आप का मसलक हनाफ़ी है और आप इमाम ए आजम को नहीं जानते जिन्होंने इल्म ए फिक़ह को बाक़ाएदा एक Subject बना दिया फिक़ह ए हनाफी को दुनिया में जबरदस्त तरक्की मिली आपके बारे में हजरत इमाम शाफ़ई रहमतुल्लाह अलैह फरमाते है जो शख्स फिक़ह में कमाल पैदा करना चाहता है तो उसे इमाम अबू हनीफा के इल्म से मदद हासिल करना चाहिए
1=इमाम ए आजम हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम के रौज़ए मुबारक पे गये और कहा अस्सलामोअलैक या सैय्यदुलमुरसलीन तो जबाब आया वाअलैकुमअस्सलाम या इमामुल मुस्लेमीन
2=आप एक रात में तीन सौ रकअत अदा करते थे फिर हर शब में पाँच सौ रकअत अदा करने लगे फिर हर रात एक हजार रकअत पढ़ने लगे
3= इमाम आज़म अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह फरमाते है कि हजरत इमाम जाफरसदिक अलैहिस्सलाम की बैअत के आखिरी दो साल मुझे न मिले होते तो मैं हलाक हो जाता
4= इमाम-ए-आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह के विसाल का वक्त आया तो आप सज्दे में गये और उसी हालत में रूह परवाज़ कर गयी
5= कुरआन ए करीम में कोई सूरत ऐसी नही जो आप ने वित्र में न पढ़ी हो
6= हजरत दाउद ताई रहमतुल्लाह अलैह का कहना है कि मैं बीस साल इमामे आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह के पास रहा कभी उनको नंगे सर, पाँव फैलाते हुए न देखा
7= इमाम ए आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह का जिस जगह विसाल हुआ उस जगह आप ने सत्तर हजार कुरआन ए करीम मुकम्मल किए
आपने अल्लाहतआला का 99 बार दीदार किया
हजरत अली शेरे खुदा अलैहिस्सलाम ने आप के वालिद को दुआ से नवाज़ा और इल्म मे बरकत की दुआ फरमाई

#इमाम_जाफर_ए_सादिक_अलैहिस्सलाम से आपने इल्म हासिल किया और आप उनकी गुलामी में रहें
#इमाम_शाफ़ई फरमाते हैं कि अगर इमाम ए आज़म अबु हनीफ़ा एक मिट्टी के सुतून को सोना कह दें तो किसी भी इल्म वाले में इतना दम नही के उसे मिट्टी का सुतून साबित कर सके
इमाम ए आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह के जनाजे की नमाज 6बार पढ़ी गई और जितने भी आदमियों ने पढ़ी उस का अन्दाज़ लगाया गया तो पचास हजार से ज्यादा तादाद साबित हुई इमाम ए आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह ने पचपन हज अदा फरमाए। इमाम ए आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह पैंतालीस साल इशा के वुजू से फ़ज्र की नमाज पढ़ी।
अल्लाह और उसके प्यारे हबीब सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम के बेहतर आप की शान कोई नहीं समझ सकता
हम सब पर एहसान हैं इमाम ए आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह का हम सिर्फ मसलके इमामे आजम का नारा लगते रहेगें जिसे परेशानी है वो परेशान रहे
हमारे इमाम शहीद हुए हैं अहले बैत की मुहब्बत में हम सब गुलाम है पंजतन ए पाक के
आप के बेशुमार फजाईल है अल्हमदो लिल्लाह
उर्से इमाम-ए-आजम अबू हनीफा रहमतुल्लाह अलैह के पूर-नूर मौके पर मै सब को दावत देता हूँ नारा लगने के लिए
मसलके इमाम-ए-आजम जिन्दाबाद जिन्दाबाद जिन्दाबाद
📝📝गुलाम ए सक़लैन अहमद सक़लैनी शाही

तेरी नज़र से दिल को सुकूं है करार हैतेरे करम से मेरे चमन में बहार हैमेहशर में सबके हाथ में हैं नामाए अमलये देखो मेरे हाथ...
29/01/2025

तेरी नज़र से दिल को सुकूं है करार है
तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

मेहशर में सबके हाथ में हैं नामाए अमल
ये देखो मेरे हाथ में तस्वीरें यार है

Haq murshid ya murshid

11/01/2025

अली का जिक्र इबादत है अली का चेहरा देखना इबादत है
13रजब
यौम ए विलादत मौला ए कयानात शेरे खुदा अलैहिस्सलाम

उर्स ए बशीरी बहुत बहुत मुबारक हो दी विलादत की खुशख़बरी  मियॉ बशीर ने मेरे पीरों मुर्शिद का मुकाम अल्लाह ही जानें कुतुबे ...
28/11/2024

उर्स ए बशीरी बहुत बहुत मुबारक हो
दी विलादत की खुशख़बरी मियॉ बशीर ने
मेरे पीरों मुर्शिद का मुकाम अल्लाह ही जानें

कुतुबे दौरां पेशवा-ए-आरिफाँ हज़रत शाह मौलाना मोहम्मद बशीर मियॉ रहमतुल्लाह अलैह सिलसिले के बुजुर्गों की फ़ातिहा की बहुत ज्यादा ख्याल रखते थे और जो लोग ऐसा करते थे आप उनसे बहुत खुश रहते थे आप फ़रमाते हैं कि बुजुर्गों की फ़ातिहा करने से दीन -दुनिया दोनों का भला होता है और बातिनी तरक्की होती है आप फरमाते हैं कि हमे अपना माल चूल्हे के रास्ते जाता हुआ बहुत अच्छा लगता है बगैर मेहनत किसी को कुछ नहीं मिलता । आलीशान हवादार मकान और ठण्डा पानी अल्लाह के फ़कीरों को नुकसान देता है फकीर की इबादत नफ्स की मुखालिफत है अल्लाह का जिक्र सिर्फ मुंह से ही न करो बल्कि दिल से भी करो सखावत और इबादत पर्दे में रहे तो बेहतर है
अल्हमदो लिल्लाह हमारे पीरों मुर्शिद हजरत शाह मोहम्मद सकलैन मियॉ हुजूर में यह सब चीजें है
आप आस्ताने पर सुबह और असर में हर रोज फ़ातिहा करते हैं और 24 घंटे लंगरे आम होता है
गुलाम ए शाह सक़लैन इन्तेजार अहमद सकलैनी अन्सारी शाही

तालिमाते पीरों मुर्शिद अश्शाह मोहम्मद सक़लैन मियाँ हुज़ूर रहमतुल्लाह अलैह
02/11/2024

तालिमाते पीरों मुर्शिद
अश्शाह मोहम्मद सक़लैन मियाँ हुज़ूर रहमतुल्लाह अलैह

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