31/12/2023
#आभार2023
पथ में जिस-जिस से स्नेह मिला,उस-उस राही का धन्यवाद!
सुख-दुःख आगे -पीछे चलते,साथ चलती अपनों की याद !!
ज़िंदगी का एक और वर्ष बीतने के कगार पर है...जैसे मनपसंद सूप का अंतिम सिप बचा हो या सिगार का अंतिम कश...
पता है ख़त्म होना है लेकिन फिर भी जीने की ज़िद्द नहीं जाती...
जिविकोपार्जन की जद्दोजहद में बहुत बार कुछ अपने आहत हो जाते हैं...कुछ रुठ जाते हैं,कुछ टूट जाते हैं,कुछ छूट जाते हैं....
हालाँकि मेरा जीवन दर्शन हमेशा अटल जी की ये पंक्तियाँ रही हैं कि-
" हे ईश्वर! मुझे इतनी ऊँचाई कभी मत देना,
अपनों को गले ना लगा सकूँ ।
ग़ैरों को झुक कर ना उठा सकूँ,
इतनी रुसवाई कभी मत देना ।"
फिर भी कभी मेरी ग़लतियों की वजह से तो कभी सामने वाले की गलतफहमियों की वजह से कुछ रिश्तों में दूरियाँ तो कुछ में दरारें आयी हैं, मैं पुराने साल का सूरज ढलने से पहले और नये साल का नया सूरज निकलने से पहले मेरे उन सभी अपनों से sorry कहना चाहता हूँ...
ग़लती आपकी हो या मेरी,रिश्ता तो हमारा है ना...कृपया आप मेरी ज़िंदगी में बने रहें...
आप हैं तो मैं हूँ...गुलज़ार साहब ने कहा है-
" वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते ।
हाथ छूटे भी तो साथ नहीं छोड़ा करते ।"
मैं इस अवसर पर उन अपनों को भी शुक्रिया कहूँगा जो मेरी हर ग़लती के बावजूद मेरे साथ खड़े रहे,मेरे लिए अड़े रहे..और कहते रहे कि-
" सही ग़लत का फ़ैसला बाद में करेंगे !
अभी तो अपने होने का हक़ अदा करेंगे ।"
पुराने सारे भार को उतार कर नव वर्ष को नवसंकल्प,नवसोच,नवआहार,नवविहार,नवविचार,नवव्यवहार के साथ जीने का प्रयास है...
उम्मीद है आप अपनों के सहकार से ये प्रयास फलिभूत होगा।
आओ नववर्ष में एक-दूसरे को एक अच्छा जीवन जीने में सहयोग करें...पुनः शुक्रिया !
…✍️ Vdo Shankar Dodwadia