22/01/2025
पटना: बिहार की राजधानी की संपूर्ण जानकारी
परिचय
पटना, भारत के सबसे पुराने और ऐतिहासिक शहरों में से एक है। यह बिहार की राजधानी और गंगा नदी के तट पर स्थित है। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था, जो मौर्य, गुप्त और नंद वंश के दौरान भारत का एक प्रमुख प्रशासनिक केंद्र था।
भौगोलिक स्थिति
स्थान: गंगा, सोन, गंडक और पुनपुन नदियों के संगम पर स्थित।
क्षेत्रफल: लगभग 250 वर्ग किलोमीटर।
जनसंख्या: लगभग 20 लाख (2021 के अनुमान अनुसार)।
इतिहास
पाटलिपुत्र: पटना का मूल नाम, जिसे अजातशत्रु ने मगध साम्राज्य की राजधानी बनाया।
सम्राट अशोक: पाटलिपुत्र मौर्य साम्राज्य की राजधानी रहा और बौद्ध धर्म के प्रचार का केंद्र भी।
गुप्त साम्राज्य: यह शहर शिक्षा और कला का महत्वपूर्ण केंद्र बना।
मुगल काल: इस समय इसे आधुनिक पटना का रूप मिला।
संस्कृति और परंपरा
पटना अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ छठ पूजा सबसे प्रमुख त्योहार है। साथ ही, यह मैथिली, मगही और भोजपुरी जैसी भाषाओं के साहित्य का केंद्र भी है।
प्रमुख स्थल
1. गोलघर: अनाज भंडारण के लिए बना एक ऐतिहासिक भवन।
2. गांधी घाट: गंगा नदी के किनारे स्थित, यहाँ हर शाम गंगा आरती होती है।
3. महावीर मंदिर: भगवान हनुमान को समर्पित प्रसिद्ध मंदिर।
4. कुम्हरार: मौर्य साम्राज्य के अवशेष।
5. संजय गांधी जैविक उद्यान: एक प्रमुख चिड़ियाघर और पर्यटक स्थल।
आधुनिक पटना
आज पटना बिहार का शिक्षा, व्यापार और प्रशासनिक केंद्र है।
शैक्षणिक संस्थान: एनआईटी, एएन कॉलेज, पटना यूनिवर्सिटी।
स्वास्थ्य सेवा: एम्स पटना और आईजीआईएमएस।
यातायात: जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डा, रेलवे और राष्ट्रीय राजमार्ग इसे भारत के अन्य हिस्सों से जोड़ते हैं।
खास व्यंजन
पटना अपने लिट्टी-चोखा, ठेकुआ, सत्तू पराठा और खाजा जैसी स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है।
निष्कर्ष
पटना न केवल बिहार की राजधानी है, बल्कि इसका ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक महत्व इसे एक अद्वितीय शहर बनाता है। यह शहर प्राचीन और आधुनिकता का संगम है।
हमारा संदेश
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