12/07/2025
टिहरी गढ़वाल में सोना सजवाण निर्विरोध जिला पंचायत सदस्य बनीं हैं,जिला निर्वाचन अधिकारी ने उनके सभी प्रतिद्वंदियों के नामांकन निरस्त कर दिये गये हैं।दरअसल टिहरी जिले की चकरेड़ा जिला पंचायत/अखोड़ी वार्ड सीट से कुल 8 उम्मीदवारों ने नामांकन किये थे,लेकिन हैरतअंगेज रूप से स्क्रूटनी के दौरान 7 प्रत्याशियों का नामांकन रद्द कर दिये गये!जिले के निर्वाचन अधिकारी द्वारा ये बताया गया कि उनके सभी प्रतिद्वंदियों ने नगर पंचायत चुनाव में मतदान किया था,इसलिये वो जिला पंचायत की सदस्यता के लिए नामांकन के योग्य नहीं थे।यह जानकारी शिकायतकर्ता द्वारा स्क्रूटनी दस्तावेजों के माध्यम से दी गई थी।बचे हुये एक प्रत्याशी प्रशांत शाह ने भी नामांकन किया था,मगर उन्होंने भी नाम वापसी कर दी,जिससे केवल सोना सजवाण ही चुनाव मैदान में शेष रह गईं।इसलिये सोना सजवाण निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दी गयी।जिन प्रत्याशियों के नामांकन रद्द किये गये हैं,उन्होंने सोना सजवाण के निर्विरोध निर्वाचन के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय के द्वार खटखटाए हैं,जिसकी सुनवाई सोमवार को है,लेकिन इस कथित "गोल्डन वूमेन" बीच सोना सजवाण और उनके पति रघुवीर सजवाण के तीन जगहों, नगर निगम देहरादून,नगर पंचायत घनसाली और जिला पंचायत सीट चकरेड़ा/अखोड़ी वार्ड सीट की निर्वाचन सूची में नाम सोशल मीडिया में घूम रहे हैं,जिससे ये लगता है कि जिस नियम के तहत उनके 7 प्रतिद्वंदियों को निर्वाचन प्रक्रिया से बाहर किया गया है,वो तो सबसे पहले खुद उनपर लागू होना चाहिये था!इससे साफ दृष्टिगोचर होता है कि इस मामले में टिहरी जिले के निर्वाचन अधिकारियों ने सत्ता के दबाव में न्याय के नियम सत्ताधारियों और विपक्षियों के लिये अलग-अलग तय किये हुये हैं।ये जानकारी प्राप्त हुयी है कि सोना सजवाण पूर्व में भी इसी तरह तीन बार निर्विरोध चुनाव जीत चुकी हैं।लेकिन अगर इस तथ्य का संज्ञान लेते हुये सोमवार को उच्च न्यायालय से उनके प्रतिद्वंदियों को चुनाव लड़ने की हरी झंडी मिलती है,तो सत्ता और प्रशासन द्वारा उनको "निर्विरोध"जिला पंचायत सदस्य बनाने के षडयंत्र के खुलासे के बाद जनता अब उन्हें जमीन दिखाने के मूड में जरूर होगी।