21/07/2025
हर महादेव सभी को 🙏🏻 🙏🏻
आप सभी साहित्य प्रेमियों से विनम्र निवेदन है कि मेरे दूसरे पेज "मेरी कविताएं" को फॉलो अवश्य करें। इस पेज में कुछ problem
होने के कारण मैं यहां कविता पोस्ट नहीं कर पाऊंगी, कविता और कहानी आपको सिर्फ दूसरे पेज पर उपलब्ध होंगी । पेज का लिंक नीचे दिया गया है।
धन्यवाद ।
https://www.facebook.com/share/p/1C4gFtYvmt/
बरसे बदरिया धीरे -धीरे ,
आ रही है तेरी याद धीरे -धीरे ।
घन -घन मेघा गरजे
मेरे नयन तेरे दरश को तरसे ।
हुआ जाए जियरा बेचैन सांवरिया ,
जब चमके बिजुरिया ।
सज गई हरी चूड़ियां कलाई में ,
हो गया सावन का आगाज धीरे -धीरे
आ रही है तेरी याद धीरे -धीरे ।
काली घटा छाई
झम -झम बरसे बदरिया ,
नाचने लगे मोर
धरा खिल गई,पवन करने लगी,
शोर धीरे -धीरे ।
जाने कब होगी
तेरी-मेरी मुलाकात धीरे -धीरे ।
बरसे बदरिया धीरे -धीरे
आ रही है तेरी याद धीरे -धीरे ।
✍️ मधु जोशी