Niraj prashar

Niraj prashar दैनिक जागरण

भारी बारिश ने जिला ऊना के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है, जिससे उनकी आजीविका संकट में आ गई है। मक्की, धान और सब्जि...
09/09/2025

भारी बारिश ने जिला ऊना के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है, जिससे उनकी आजीविका संकट में आ गई है। मक्की, धान और सब्जियों की फसलें बुरी तरह प्रभावित होकर लाखों-करोड़ों रुपये का नुकसान झेल रही हैं।

धार्मिक नगरी चिंतपूर्णी का चहल-पहल से गुलजार रहने वाला बाजार अब सन्नाटे में डूबा नजर आ रहा है।
08/09/2025

धार्मिक नगरी चिंतपूर्णी का चहल-पहल से गुलजार रहने वाला बाजार अब सन्नाटे में डूबा नजर आ रहा है।

प्रकृति का संरक्षण ही असली विकास है। तलवाड़ा बाइपास पर मंदिर न्यास और वन विभाग की यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए हरी छा...
03/09/2025

प्रकृति का संरक्षण ही असली विकास है। तलवाड़ा बाइपास पर मंदिर न्यास और वन विभाग की यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए हरी छांव का तैयार कर रही है।

01/09/2025

संघर्ष से शिखर तक... ऊना की 53 वर्ष की शानदार यात्रा
आज जिला ऊना अपना स्थापना दिवस मना रहा है। 1 सितंबर, 1972 को कांगड़ा जिले के पुनर्गठन के बाद अस्तित्व में आया यह जिला गौरवशाली इतिहास और अनेक उपलब्धियों से भरा पड़ा है। कभी राजनीतिक गलियारों में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध थी कि ऊना उन्ना ही रह गया। इसका आशय यही था कि यह छोटा जिला जितना विकास का अधिकार रखता था, उतना विकास इसे नहीं मिल पाया। यह नारा लंबे समय तक चुनाव रैलियों में गूंजता रहा और कई बार सच भी प्रतीत होता था। लेकिन समय की धारा ने परिस्थितियों को बदला और आज यह कहावत बेमानी सी लगती है। कारण साफ है जिला के जनप्रतिनिधियों, प्रशासन और स्थानीय वासियों ने मिलकर विकास की वह इबारत लिखी है, जिसने जिले को एक नई पहचान दी है। चिंतपूर्णी से लेकर हरोली, ऊना से लेकर कुटलैहड़ और गगरेट तक पिछले दो से तीन दशक में विकास कार्यों ने नई गति पकड़ी है। प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में पंजाब से सटा यह जिला आज हर क्षेत्र में अपनी अलग छाप छोड़ रहा है। 1540 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले ऊना ने कृषि में अपनी पहचान बनाई है। कृषि ऊना की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है। यहां के लोग मेहनती हैं और आधुनिक तकनीक अपनाकर उन्होंने खेती को नए आयाम दिए हैं। धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में चिंतपूर्णी धाम का महत्व विश्वभर में श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। जिला के खैर के पेड़ से निकलने वाले कत्थे की देश भर में धाक है। सोमभद्रा नदी से निकलने वाली सिलिका रेत अद्वितीय है। दौलतपुर तक पहुंचा रेलवे ट्रैक और उस पर सरपट दौड़ती रेलगाड़ियां यहां के हर निवासी के सीने में गर्व भर देती है। स्थापना दिवस पर यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि ऊना ने अपनी स्थापना के बाद से अनगिनत मंजिलें तय की हैं और निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है। यह यात्रा आसान नहीं थी, लेकिन मेहनत, लगन और सहयोग से आज ऊना एक सशक्त और प्रगतिशील जिले के रूप में सामने आया है। इस शुभ अवसर पर हर ऊनावासी बधाई का पात्र है, क्योंकि जिले की यह प्रगति सामूहिक प्रयास और समर्पण का ही परिणाम है। सचमुच अब ऊना, उन्ना नहीं रहा है।

मणिमहेश यात्रा भले अधूरी रह गई और शिव के दर्शन न हुए हों, लेकिन इस अनुभव से जीवन का सच्चा अर्थ मिल गया।
31/08/2025

मणिमहेश यात्रा भले अधूरी रह गई और शिव के दर्शन न हुए हों, लेकिन इस अनुभव से जीवन का सच्चा अर्थ मिल गया।

🌧️ प्रकृति की मार के बीच जब हालात बिगड़े, तब लोक निर्माण विभाग ने सेवा और तत्परता का परिचय दिया।🚧 चिंतपूर्णी क्षेत्र की ...
30/08/2025

🌧️ प्रकृति की मार के बीच जब हालात बिगड़े, तब लोक निर्माण विभाग ने सेवा और तत्परता का परिचय दिया।
🚧 चिंतपूर्णी क्षेत्र की सभी 57 सड़कों को सुचारू बनाए रखना विभाग की बड़ी उपलब्धि बन गई।

मोबाइल की छोटी-सी स्क्रीन पर अब पूरी चौपाल बस जाती है, जहां बहसें, रूठना-मनाना और गुड मॉर्निंग के फूल रोज़ खिल जाते हैं।
29/08/2025

मोबाइल की छोटी-सी स्क्रीन पर अब पूरी चौपाल बस जाती है, जहां बहसें, रूठना-मनाना और गुड मॉर्निंग के फूल रोज़ खिल जाते हैं।

सावधानी हटी... दुर्घटना घटी ☹️
29/08/2025

सावधानी हटी... दुर्घटना घटी ☹️

बरसात की मार ने इस बार धार क्षेत्र के ग्रामीणों की थाली से हरी सब्जियां छीन लीं। खेतों में बेलें व फूल तो खूब फले-फूले, ...
28/08/2025

बरसात की मार ने इस बार धार क्षेत्र के ग्रामीणों की थाली से हरी सब्जियां छीन लीं। खेतों में बेलें व फूल तो खूब फले-फूले, लेकिन सब्जियां नदारद रहीं और लोग महंगे दामों पर बाजार का रुख करने को मजबूर हो गए हैं।

दहेज का स्वरूप बदल गया
28/08/2025

दहेज का स्वरूप बदल गया

श्रद्धा की नगरी चिंतपूर्णी के आंगन में मासूम बचपन भीख के कटोरे में कैद होकर कराह रहा है।
27/08/2025

श्रद्धा की नगरी चिंतपूर्णी के आंगन में मासूम बचपन भीख के कटोरे में कैद होकर कराह रहा है।

भारी बरसात ने चिंतपूर्णी की रौनक छीन ली है, सड़कों के खुले होने के बावजूद श्रद्धालुओं के कदम मंदिर की ओर नहीं बढ़ पा रहे...
27/08/2025

भारी बरसात ने चिंतपूर्णी की रौनक छीन ली है, सड़कों के खुले होने के बावजूद श्रद्धालुओं के कदम मंदिर की ओर नहीं बढ़ पा रहे।

Address

Chintpurni
Una
177110

Telephone

+919129999992

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Niraj prashar posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Niraj prashar:

Share