21/09/2025
कुटलैहड़ विधायक विवेक शर्मा ने किया 'शतद्रु वंदन सेलिंग एक्सपीडिशन 2025' का भव्य शुभारंभ गोविंद सागर की लहरों पर दिखा साहस, अनुशासन और देशभक्ति का अद्भुत संगम
कुटलैहड़ क्षेत्र की ऐतिहासिक गोविंदसागर झील के बीहड़ू घाट में एक अनोखे साहसिक और प्रेरणादायक आयोजन की साक्षी बनी, जब कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक विवेक शर्मा ने प्रथम एचपी नेवल यूनिट एनसीसी बिलासपुर द्वारा आयोजित 'शतद्रु वंदन सेलिंग एक्सपीडिशन 2025' का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया।
यह 12 दिवसीय जलयात्रा गोविंद सागर झील की गर्जन करती लहरों पर न केवल नेवल एनसीसी कैडेट्स के जोश का प्रतीक बनी, बल्कि सामाजिक जागरूकता की लहर भी बनकर निकली। ये अभियान उप मंडल बंगाणा के मंदली में स्थित बीहड़ू घाट से आरंभ होकर औहर, जगतखाना, नकराना, भाखड़ा, प्रोइयां, कोसरियां, रायपुर और कोलका से होता हुआ मंदली तक पहुंचेगा।
"पानी में उतरते ही लगा जैसे लहरें भी कह रही हों विधायक जी, अब बोटिंग तो बनती है!"
विधायक विवेक शर्मा
मंदली पहुंचने के बाद कैडेट्स तीन दिनों तक प्रवास करेंगे, जिसमें वे प्रतिदिन औसतन तीस किलोमीटर बोटिंग करेंगे। इसके साथ-साथ वे जलवायु परिवर्तन, जल संरक्षण, स्वच्छता और नशा मुक्ति जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता रैलियों का संचालन भी करेंगे।
इस अवसर पर विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि,"एनसीसी युवाओं के जीवन में अनुशासन, राष्ट्रभक्ति और आत्मविश्वास का संचार करती है। ऐसे आयोजनों से उनके व्यक्तित्व का चहुंमुखी विकास होता है, और राष्ट्र को जागरूक, सशक्त युवा मिलते हैं।"
उन्होंने स्वयं भी गोविंद सागर झील की खूबसूरत लहरों में कैडेट्स के साथ कुछ समय तक नाव यात्रा की और उनका उत्साहवर्धन किया।
इस आयोजन में शिविर कमांडेंट कमांडर सज्जन कुमार, थानाकलां स्कूल के प्रधानाचार्य संजीव पराशर, मंदली स्कूल के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह चौहान, ग्राम पंचायत मंदली के उपप्रधान कैप्टन रघुबीर सिंह, सेवानिवृत्त शिक्षक लोंगू राम, प्रधान दर्शन सिंह, संजय कुमार, रमेश बंगा, जीवन, बृजमोहन, बलवंत सिंह व मनमोहन सैणी सहित क्षेत्र के कई सम्मानित गणमान्यजन मौजूद रहे।
कार्यक्रम न केवल युवाओं में ऊर्जा और देशभक्ति का संचार करने वाला था, बल्कि उपस्थित जनसमुदाय के लिए भी यह एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। इस प्रकार के आयोजन प्रदेश के युवाओं को देश सेवा की राह पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं और हिमाचल के गौरव को राष्ट्रीय पटल पर उजागर करते हैं।