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Devendra babu उद्दण्ड, उदार लड़का ।
(1)

अयोध्या नाथ की कृपा हुई तो ,अयोध्या भूमि के दर्शन हुए हैं।- Devendra babu
14/06/2025

अयोध्या नाथ की कृपा हुई तो ,
अयोध्या भूमि के दर्शन हुए हैं।

- Devendra babu






आ गया नववर्ष संवत्सर हमारा, हो रहा भगवा मयी संसार सारा। चैत्र का पावन महीना शुक्लपक्षी प्रतिपदा है ,खेत में चहुओर फैली स...
30/03/2025

आ गया नववर्ष संवत्सर हमारा,
हो रहा भगवा मयी संसार सारा।

चैत्र का पावन महीना शुक्लपक्षी प्रतिपदा है ,
खेत में चहुओर फैली स्वर्णरंगी संपदा है।

खुश बहुत है देख हलधर ये नज़ारा
आ गया नव वर्ष संवत्सर हमारा।

अखिल जग में काल गणना के पुरातन स्रोत हम हैं ।
जो तिमिर हर ले जगत का वेद का वह द्योत हम हैं।

हमसे ही था यह प्रकाशित विश्व सारा।
आ गया नव वर्ष संवत्सर हमारा।

योग का भी ज्ञान दुनिया को हमी ने ही दिया है,
जटिल रोगों से जगत को मुक्त भी हमने किया है।

विषमता में बन रहे हम ही सहारा ,
आ गया नववर्ष संवत्सर हमारा।

निज संस्कृति निज देश भारत वर्ष पर है गर्व हमको ,
सभ्यता का संचरण कर है मनाना पर्व हमको ।

ज्ञान का हो जागरण जन में दुबारा ।
आ गया नववर्ष संवत्सर हमारा।

Devendra babu

#देव

रात भले कितनी ही गहरी काली हो ।भोर आएगी जरूर।तुम हार मत जाना।हौंसला बनाए रखना।प्रतीक्षा करना भोर आने की।तुम्हारे हिस्से ...
20/03/2025

रात भले कितनी ही गहरी काली हो ।
भोर आएगी जरूर।
तुम हार मत जाना।
हौंसला बनाए रखना।
प्रतीक्षा करना भोर आने की।
तुम्हारे हिस्से का उजाला मिलेगा जरूर ।
बस
तुम हार मत जाना ।
-

लोग मुझसे पूछते हैं क्या हुआ था ?क्यों गई वह छोड़कर तुमको अधूरे रास्ते में।सात जन्मों की उठाती फिर रही थी जो कसम उस कसम ...
19/03/2025

लोग मुझसे पूछते हैं
क्या हुआ था ?
क्यों गई वह छोड़कर
तुमको अधूरे रास्ते में।
सात जन्मों की उठाती
फिर रही थी जो कसम
उस कसम का क्या हुआ था?
क्या हुए वादे सभी जो
एक दूजे से किए थे ।
एक दूजे के लिए
मरने तलक बेताब थे।
फिर क्या हुआ?
जो एक दूजे के बिना
तुम जी रहे हो अब तलक ।
पास में कोई नहीं उत्तर हमारे
तुम बताओ! क्या बताऊँ?
लोग मुझसे पूछते हैं
क्या हुआ था??
क्या बताऊँ क्या हुआ था ?
क्या हुआ था? तुम बताओ!

Devendra babu


- Devendra Babu














































19/03/2025

लोग मुझसे पूछते हैं
क्या हुआ था ?
क्यों गई वह छोड़कर
तुमको अधूरे रास्ते में।
सात जन्मों की उठाती
फिर रही थी जो कसम
उस कसम का क्या हुआ था?
क्या हुए वादे सभी जो
एक दूजे से किए थे ।
एक दूजे के लिए
मरने तलक बेताब थे।
फिर क्या हुआ?
जो एक दूजे के बिना
तुम जी रहे हो अब तलक ।
पास में कोई नहीं उत्तर हमारे
तुम बताओ! क्या बताऊँ?
लोग मुझसे पूछते हैं
क्या हुआ था??
क्या बताऊँ क्या हुआ था ?
क्या हुआ था तुम बताओ।
Devendra babu
Devendra Babu

होली के रंग    #2025
15/03/2025

होली के रंग
#2025

पुल पार करने सेपुल पार होता हैनदी पार नहीं होतीनदी पार नहीं होती नदी में धँसे बिनानदी में धँसे बिनापुल का अर्थ भी समझ मे...
13/03/2025

पुल पार करने से
पुल पार होता है

नदी पार नहीं होती
नदी पार नहीं होती नदी में धँसे बिना

नदी में धँसे बिना
पुल का अर्थ भी समझ में नहीं आता

नदी में धँसे बिना
पुल पार करने से

पुल पार नहीं होता
सिर्फ़ लोहा-लंगड़ पार होता है

कुछ भी नहीं होता पार
नदी में धँसे बिना

न पुल पार होता है
न नदी पार होती है।

Naresh Saxena

महफ़िल में जाहिर बेहद ही कम होते हैं....   #   #   #   #   #   #
12/03/2025

महफ़िल में जाहिर बेहद ही कम होते हैं....


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