
30/04/2023
मुरही-कचरी वाली काकी, गाँव चाहे एक घंटे के लिए आऊँ या एक सप्ताह के लिए
एक स्वाद जो अपनी ओर स्वतः ही खिंच लेता है । कुछ पल के ही सही लेकिन बचपन में वापस लौटना नई ऊर्जा दे देता है ॥
काकी बड़े स्नेह से कचरी तलती और मैं भी अपने पास से सबसे बड़ा नोट देकर चुपचाप निकल लेता हूँ । किसी भी फाइव स्टार होटल में टिप देने से वह सकून नहीं मिलता जो मुट्ठी बन्द करके यहाँ देने में मिलता है ॥ : शंभू शेखर