
23/12/2024
अहमदाबाद, राजकोट और सोमनाथ का सफर: मस्ती, मील और मंदिर
"गुजरात घूमने निकले, और सफर शुरू हुआ अहमदाबाद से। यहां का खाड़िया बाजार घूमा, ढोकला खाया और फाफड़ा खाते-खाते सोचा, 'भाई, ये लोग इतने पतले कैसे रहते हैं?' साबरमती आश्रम गए तो मन में गांधीजी की शांति थी, लेकिन बाहर सेल्फी लेने वालों की भीड़ देखकर लगा, 'शांति तो सिर्फ किताबों में है!'
फिर पहुंचे राजकोट। यहां के लोग इतने कूल हैं कि हमने सोचा, ये क्या खाते हैं? जवाब मिला- 'माखनिया लस्सी!' और यहां का जुब्बली गार्डन? ऐसा लगा जैसे पूरा राजकोट यहां पिकनिक मना रहा हो।
आखिर में पहुंचे सोमनाथ। मंदिर की भव्यता देखकर लगा, 'भाई, ये तो लाइफटाइम एक्सपीरियंस है!' लेकिन जैसे ही सेल्फी लेने की कोशिश की, पंडितजी बोले, 'भगवान के साथ सेल्फी नहीं, ध्यान लगाओ।'
तो अगर आप मस्ती, स्वाद और शांति का मजेदार कॉम्बो चाहते हैं, तो अहमदाबाद, राजकोट और सोमनाथ जरूर जाइए। बस याद रखना, भगवान के साथ सेल्फी नहीं!"