15/12/2024
कैसे कैसे मंत्री बनाए हैं...
ये साहब जोराराम जी कुमावत हैं। राजस्थान की भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। बाड़मेर के प्रभारी भी हैं। एक साल से बतौर कैबिनेट मंत्री काम कर रहे हैं। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर फर्जीवाड़े से बड़े पैमाने पर जमीनों के बेचान पर जब इनसे सवाल पूछा गया, तो इनका जवाब देखिए।
पहली बात तो इनको मामले की ही जानकारी नहीं है, इसका मतलब पूरा सिस्टम कॉलेप्स है। फिर ये कह रहे हैं की बॉर्डर जैसी कोई बात नहीं है। इसका मतलब इन्हें बॉर्डर पर जमीनों की बड़े पैमाने पर बिक्री की गंभीरता का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों की समझ भी जीरो दिखती है। फिर ये कह रहे हैं कि जांच पूरी होने और दोषी साबित होने पर ही कोई कार्रवाई की जाती है। तो फिर मंत्रीजी, अगर इस तरह से होता है तो फिर इस सिस्टम का और राजस्थान का भगवान ही मालिक होगा।
जांच होने तक एपीओ करने की व्यवस्था व्यर्थ ही बनाई हुई है। लगता है मंत्री जी न तो अखबार पढ़ते हैं, न उन्होंने बाड़मेर जिले का प्रभारी होने के बावजूद यहां का कोई फीडबैक सिस्टम बनाया है। न यहां का प्रशासन और पार्टी कैडर उन्हें अपडेट्स देता है। लगता है जैसे सब कुछ रामभरोसे चल रहा है लेकिन इस तरह चलने नहीं दिया जा सकता। यह राजस्थान, यह बॉर्डर इन नेताओं और अफसरों का ही नहीं है कि ये इसके साथ चाहे जैसा सलूक करें। इस गैर जिम्मेदारी के खिलाफ चारों ओर से आवाज उठनी चाहिए। अगर हमने आज आवाज नहीं उठाई तो इतिहास हमें माफ नहीं करेगा। हो सकता है आवाज उठाने की हमें कीमत चुकानी पड़े, कुछ मुश्किलें भी पेश आएं लेकिन देश से बढ़कर तो कुछ भी नहीं है।
सुनिए इनका बयान –
Bhajanlal Sharma CMO Rajasthan BJP Rajasthan Madan Rathore Joraram Kumawat