Papa ki Jaan

Papa ki Jaan मेरी बेटी मेरी जान

इनके साथ Hina bharti Official – मुझे अभी-अभी इनके उभरते हुए फ़ैन्स में शामिल किया गया है! 🎉
17/10/2025

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मन्दिर मे घंटी क्यो बजाते हैमंदिर में घंटी बजाने की परंपरा का धार्मिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व है। घंटी बजाने से व...
17/10/2025

मन्दिर मे घंटी क्यो बजाते है

मंदिर में घंटी बजाने की परंपरा का धार्मिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व है। घंटी बजाने से वातावरण शुद्ध और पवित्र होता है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और भक्त का मन एकाग्र होकर पूजा में लग जाता है���।धार्मिक कारणघंटी बजाने से भगवान की मूर्तियों में चेतना जागृत मानी जाती है, जिससे पूजा अधिक फलदायक होती है। ऐसा भी कहा गया है कि घंटी की आवाज़ भगवान को प्रिय है और इससे उनकी उपस्थिति का अनुभव होता है। हिन्दू ग्रंथों के अनुसार, घंटे की ध्वनि ‘ॐ’ के उच्चारण के समान पुण्य देती है और कई जन्मों के पाप भी नष्ट होते हैं���।वैज्ञानिक कारणघंटी बजाने से वातावरण में एक विशेष प्रकार का कम्पन उत्पन्न होता है, जिससे आसपास के सूक्ष्म जीवाणु, विषाणु आदि नष्ट होते हैं और वायु शुद्ध होती है। घंटी के कंपन से मनुष्य का दिमाग शांत होता है, पुराने विचार, चिंता, तनाव वगैरह दूर हो जाते हैं और मन सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है��।पूजा में घंटे का महत्वमंदिर या घर में पूजा के समय घंटी बजाना अनिवार्य माना गया है। इससे भक्तों का मन पूजा की ओर केंद्रित होता है और पूजा का माहौल पवित्र बनता है। मान्यता है कि घंटे की ध्वनि देवताओं को प्रसन्न करती है और आपके आने की सूचना भी देती है���

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प्रेमानंद जी महाराज एक विख्यात हिन्दू संत और आध्यात्मिक गुरु हैं जो वृन्दावन (उत्तर प्रदेश) में निवास करते हैं और श्री र...
16/10/2025

प्रेमानंद जी महाराज एक विख्यात हिन्दू संत और आध्यात्मिक गुरु हैं जो वृन्दावन (उत्तर प्रदेश) में निवास करते हैं और श्री राधा रानी के परम भक्त माने जाते हैं ��।जीवन परिचयप्रेमानंद जी महाराज का वास्तविक नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे है। इनका जन्म सन् 1972 में सरसौल ब्लॉक, अखरी गांव (कानपुर, उत्तर प्रदेश) के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था �। बचपन से ही उनमें आध्यात्मिक झुकाव था और वे घंटों ध्यान और भक्ति में लीन रहते थे। कहा जाता है कि उन्होंने किशोरावस्था में ही घर छोड़कर भक्तिमार्ग को अपना लिया ��।भक्ति और संन्यासप्रेमानंद जी ने आरंभ में वाराणसी को अपनी तपोस्थली बनाया, जहाँ वे गंगा तट पर साधना करते और भिक्षा से जीवन यापन करते थे ��। बाद में वे वृन्दावन पहुंचे, जहाँ उन्होंने श्री राधा वल्लभ सम्प्रदाय के महान संत हित गोविंद शरण जी महाराज से दीक्षा ली �। वे निस्संग जीवन जीते हैं और राधा-कृष्ण की प्रेम-साधना को जीवन का उद्देश्य मानते हैं।शिक्षाएँउनकी शिक्षाओं का मुख्य संदेश है कि ईश्वर-प्रेम और भक्ति किसी धर्म, जाति या परंपरा की सीमा में नहीं बंधी है — यह एक सार्वभौमिक अनुभव है जिसे हर व्यक्ति अपने हृदय की निष्ठा से महसूस कर सकता है �। वे जीवन में निस्वार्थ प्रेम, ईमानदारी और समर्पण पर बल देते हैं।स्वास्थ्य स्थितिप्रेमानंद जी महाराज किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। उनकी दोनों किडनियाँ काम नहीं कर रहीं, जिसके कारण उन्हें रोजाना डायलिसिस करवाना पड़ता है �। इसके बावजूद, वे प्रतिदिन अपने भक्तों से मिलते हैं और प्रवचन देते रहते हैं। उन्होंने कहा है कि वे राधा-कृष्ण को ही अपनी “किडनी” मानते हैं �।वर्तमान जीवनवर्तमान में वे वृन्दावन आश्रम में रहते हैं जहाँ रोजाना उनका दरबार लगता है, जिसमें हज़ारों श्रद्धालु दर्शन और आशीर्वाद के लिए आते हैं �। सोशल मीडिया पर भी उनके प्रवचन और वीडियो बहुत लोकप्रिय है

अभिषेक बच्चन का जन्म 5 फरवरी 1976 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। वे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और प्रसिद्ध अभिनेत...
14/10/2025

अभिषेक बच्चन का जन्म 5 फरवरी 1976 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। वे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और प्रसिद्ध अभिनेत्री जया बच्चन के पुत्र हैं और हिंदी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता, निर्माता और उद्यमी हैं ���।प्रारंभिक जीवन और शिक्षाअभिषेक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के जमनाबाई नर्सी स्कूल और बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल से प्राप्त की। आगे चलकर उन्होंने दिल्ली के मॉडर्न स्कूल वसंत विहार और स्विट्ज़रलैंड के एग्लोन कॉलेज से अध्ययन किया। उन्होंने बाद में बोस्टन यूनिवर्सिटी में भी प्रवेश लिया, लेकिन स्नातक पूरा करने से पहले ही पढ़ाई छोड़ दी थी ��।
बचपन में अभिषेक डिस्लेक्सिया नामक सीखने की समस्या से जूझते थे, जो धीरे-धीरे उनके आत्मविश्वास और परिवार के सहयोग से ठीक हुई �।फिल्मी करियर की शुरुआतअभिषेक बच्चन ने 2000 में जे.पी. दत्ता की फिल्म ‘रिफ्यूजी’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इस फिल्म में उनके साथ करीना कपूर थीं। हालांकि फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल नहीं रही, लेकिन उनके अभिनय को आलोचकों ने सराहा था ��।
2000 से 2004 के बीच उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। 2004 में आई फिल्म ‘धूम’ उनके करियर के लिए अहम मोड़ साबित हुई। इसके बाद ‘युवा’, ‘बंटी और बबली’, ‘सर्कार’ और ‘गुरु’ जैसी फिल्मों ने उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान मजबूत करने में मदद की ��।व्यक्तिगत जीवनअभिषेक बच्चन ने 20 अप्रैल 2007 को अभिनेत्री और पूर्व मिस वर्ल्ड ऐश्वर्या राय से विवाह किया। उनकी एक बेटी है, आराध्या बच्चन, जिसका जन्म 2011 में हुआ था ��।अन्य पहलअभिषेक एक सफल उद्यमी भी हैं। वे प्रो कबड्डी लीग की टीम जयपुर पिंक पैंथर्स और इंडियन सुपर लीग फुटबॉल टीम चेन्नईयिन एफसी के सह-मालिक हैं �।
उनकी निर्मित फिल्म "पा" (2009) ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था �।इस तरह, अभिषेक बच्चन ने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपनी अदाकारी, व्यवसायिक सूझबूझ और सामाजिक योगदान से बॉलीवुड में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई

सलमान खान भारत के सबसे प्रसिद्ध और सफल हिंदी फिल्म अभिनेता हैं। उनका जन्म 27 दिसंबर 1965 को इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ थ...
12/10/2025

सलमान खान भारत के सबसे प्रसिद्ध और सफल हिंदी फिल्म अभिनेता हैं। उनका जन्म 27 दिसंबर 1965 को इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था। उनका पूरा नाम अब्दुल रशीद सलीम सलमान खान है। सलमान खान ने 1988 में फिल्म "बीवी हो तो ऐसी" से अभिनय की शुरुआत की और 1989 में फिल्म "मैंने प्यार किया" से उन्हें पहली बड़ी सफलता मिली, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवीन पुरुष अभिनेता पुरस्कार भी मिला। उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया है जैसे "हम आपके हैं कौन", "दबंग", "वांटेड", "किक", "बजरंगी भाईजान", "टाइगर जिंदा है" आदि। सलमान खान एक अभिनेता के अलावा निर्माता, गायक और टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता भी हैं। वे "बिग बॉस" जैसे लोकप्रिय रियलिटी शो के होस्ट भी रह चुके हैं। अपने व्यावसायिक करियर के साथ-साथ वे समाज सेवा के कार्यों में भी सक्रिय हैं और "बीइंग ह्यूमन" नामक एनजीओ चला रहे हैं। सलमान खान का योगदान हिंदी सिनेमा में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है और वे करोड़ों दर्शकों के दिलों में

अक्षय कुमार, जिनका जन्म नाम राजीव हरिओम भाटिया है, बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय, मेहनती और फिट अभिनेताओं में से एक हैं। उनका...
11/10/2025

अक्षय कुमार, जिनका जन्म नाम राजीव हरिओम भाटिया है, बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय, मेहनती और फिट अभिनेताओं में से एक हैं। उनका जन्म 9 सितंबर 1967 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। उनके पिता हरिओम भाटिया सेना में अधिकारी थे और माता का नाम अरुणा भाटिया है। अक्षय की एक बहन भी है, जिनका नाम अलका भाटिया है। बचपन में अक्षय कुमार का परिवार दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में रहा, बाद में वे मुंबई चले गए जहाँ उन्होंने डॉन बॉस्को स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और उसके बाद गुरु नानक खालसा कॉलेज में दाखिला लिया, मगर अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी अक्षय कुमार बचपन से ही मार्शल आर्ट्स में रुचि रखते थे। आठवीं कक्षा से उन्होंने इसकी ट्रेनिंग शुरू कर दी थी। इसके बाद उन्होंने बैंकॉक (थाईलैंड) जाकर मुए थाई सीखी और वहाँ शेफ और वेटर की नौकरी भी की। मुंबई लौटने के बाद 7उन्होंने मार्शल आर्ट्स की क्लासेस लेना शुरू कर दिया और साथ ही मॉडलिंग में कपप फिल्मी करियर की शुरुआत 1991 में फिल्म ‘सौगंध’ से हुई। शुरुआत में उनकी फिल्में ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन 1992 की फिल्म ‘खिलाड़ी’ ने उन्हें बॉलीवुड का एक्शन हीरो और 'खिलाड़ी कुमार' बना दिया। 90 के दशक में उन्होंने मोहरा, सबसे बड़ा खिलाड़ी, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी जैसी सुपरहिट फिल्में दीं। थोड़े सालों बाद अक्षय ने हेरा फेरी, गरम मसाला, मुझसे शादी करोगी, भूल भुलैया जैसी कई हिट कॉमेडी फिल्मों में भी शानदार किरदार निभाए���।पुरस्कार और पहचानअक्षय कुमार को दो बार फिल्मफेयर अवार्ड मिल चुका है; एक बार फिल्म ‘अजनबी’ (2001) के लिए बेस्ट विलेन और एक बार फिल्म ‘गरम मसाला’ (2005) के लिए बेस्ट कॉमिक रोल के लिए। उन्होंने 125 से अधिक फिल्मों में काम किया है और वे अपने स्टंट खुद करने के लिए भी जाने जाते हैं��।व्यक्तिगत जीवन2001 में अक्षय कुमार ने ट्विंकल खन्ना से विवाह किया, जो मशहूर अभिनेता राजेश खन्ना और डिम्पल कपाड़िया की बेटी हैं। उनका एक बेटा आरव और एक बेटी नितारा है��। अक्षय अपने सादा जीवन, अनुशासन और फिटनेस के लिए भी प्रसिद्ध हैं। वे सुबह जल्दी उठने और क्लीन लाइफस्टाइल अपनाने के लिए जाने जाते हैं�।सामाजिक योगदान और अन्य कार्यअक्षय कुमार कई तरह की सामाजिक गतिविधियों से जुड़े रहते हैं। वे आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत गेमिंग – FAU-G के प्रचारक भी रहे हैं। इसके अलावा, वे समय-समय पर अपनी फिल्मों और सामाजिक संदेशों के माध्यम से लोगों को प्रेरित करते रहते

दिशा पटानी का जन्म 13 जून 1992 को उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में हुआ था। उनका परिवार उत्तराखंड के कुमाऊंनी राजपूत पृष्ठभू...
10/10/2025

दिशा पटानी का जन्म 13 जून 1992 को उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में हुआ था। उनका परिवार उत्तराखंड के कुमाऊंनी राजपूत पृष्ठभूमि से है। उनके पिता का नाम जगदीश सिंह पटानी है, जो उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी (डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस) हैं, और उनकी मां एक स्वास्थ्य निरीक्षक हैं। दिशा के एक छोटे भाई सूर्यवंश और बड़ी बहन खुशबू हैं।उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा बरेली में पूरी की और बाद में लखनऊ और नोएडा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की, लेकिन मॉडलिंग के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। दिशा ने 2013 में "पॉन्ड्स फेमिना मिस इंडिया" में हिस्सा लिया और पहले रनर-अप बनीं। इसके बाद उन्होंने तेलुगु फिल्म "लोफर" से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, और बाद में "एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी" से बॉलीवुड में डेब्यू किया।वे एक सफल अभिनेत्री और मॉडल हैं जिन्होंने कई विज्ञापनों में भी काम किया है। दिशा पटानी की कुल संपत्ति लगभग 50 से 55 करोड़ रुपये के बीच बताई जाती है। उनकी प्रतिभा, सुंदरता, और फिटनेस के कारण वे बॉलीवुड में बहुत पसंद की जाती हैं। वे किताबें पढ़ने, जिमनास्टिक और नृत्य करना पसंद करती हैं और उनका सपना एयर फोर्स पायलट बनने का भी था।

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अमिताभ बच्चन हिंदी सिनेमा के सबसे प्रसिद्ध और सम्मानित अभिनेता हैं। उनका जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबा...
09/10/2025

अमिताभ बच्चन हिंदी सिनेमा के सबसे प्रसिद्ध और सम्मानित अभिनेता हैं। उनका जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था। वह प्रसिद्ध हिंदी कवि हरिवंश राय बच्चन के पुत्र हैं और उनकी माता तेजी बच्चन समाज सुधारक थीं���।प्रारंभिक जीवन और परिवारअमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन हिंदी साहित्य के बड़े कवि थे और उनकी किताब 'मधुशाला' सर्वाधिक प्रसिद्ध मानी जाती है। उनकी माता तेजी बच्चन कराची में जन्मी थीं और उन्हें थिएटर में रुचि थी���। अमिताभ बच्चन की पत्नी जया भादुड़ी भी अभिनेत्री हैं। इनके दो बच्चे हैं - श्वेता नंदा और अभिषेक बच्चन। अभिषेक बच्चन भी अभिनेता हैं, जिनका विवाह ऐश्वर्या राय से हुआ है��।करियर और उपलब्धियाँअमिताभ बच्चन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1969 में फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' से की। 1970 के दशक में ‘जंजीर’, ‘दीवार’ और ‘शोले’ जैसी फिल्मों से उन्हें अपार लोकप्रियता मिली��। इनकी बेज़ोड़ आवाज़, शानदार अभिनय और व्यक्तित्व के कारण उन्हें बॉलीवुड का ‘शहंशाह’ कहा जाता है��। अमिताभ बच्चन ने तीन राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, बारह फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड सहित कई सम्मान प्राप्त किए हैं। इसके अलावा, वर्ष 2000 में शुरू हुए टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के होस्ट के रूप में उन्होंने नई पहचान बनाई��।आज़ भी सक्रिय82 वर्ष की उम्र में भी अमिताभ बच्चन रोज़ 16 घंटे काम करते हैं और अपने हर सीन के लिए कई बार रिहर्सल करते हैं। उनका समर्पण और अनुशासन इंडस्ट्री में मिसाल है��।सामाजिक योगदानअमिताभ बच्चन पोलियो उन्मूलन अभियान, तंबाकू निषेध परियोजना और एचआईवी/एड्स जागरूकता के लिए यूनिसेफ के साथ सद्भावना राजदूत के रूप में भी काम कर चुके है

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प्रियंका चोपड़ा एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री, गायिका और मॉडल हैं, जिनका जन्म 18 जुलाई 1982 को जमशेदपुर (वर्तमान झारखंड) में...
08/10/2025

प्रियंका चोपड़ा एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री, गायिका और मॉडल हैं, जिनका जन्म 18 जुलाई 1982 को जमशेदपुर (वर्तमान झारखंड) में हुआ था। उनके माता-पिता भारतीय सेना में चिकित्सक थे। प्रियंका ने 2000 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीता था और उसी वर्ष मॉडलिंग के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। उनका फिल्मी करियर 2002 में तमिल फिल्म "थामिज़ान" से शुरू हुआ, और 2003 में हिंदी फिल्म "द हीरो: लव स्टोरी ऑफ़ अ स्पाई" से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की।प्रियंका ने बॉलीवुड में कई हिट फिल्में दीं जैसे ऐतराज़, फैशन, बाजीराव मस्तानी और बर्फी। उन्होंने अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और कई फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते हैं। साल 2015 से वह हॉलीवुड में भी सक्रिय हैं, और अमेरिकी टीवी शो "क्वांटिको" में उनके किरदार ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।उनकी निजी जीवन में, दिसंबर 2018 में उन्होंने अमेरिकी गायक और अभिनेता निक जोनास से शादी की। प्रियंका सामाजिक मुद्दों जैसे लैंगिक समानता और महिलाओं के अधिकारों के पक्ष में सक्रिय हैं और यूनिसेफ की गुडविल अम्बेसडर भी हैं। भारत सरकार ने उन्हें 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया।उनका बचपन विभिन्न शहरों में बीता क्योंकि उनके पिता भारतीय सेना में थे। 13 वर्ष की उम्र में वह अमेरिका में अपनी चाची के साथ रहने गईं, जहां उन्होंने स्कूल की पढ़ाई के साथ थिएटर और संगीत का प्रशिक्षण लिया।सामान्यतः, प्रियंका चोपड़ा ने बिना किसी फिल्मी पृष्ठभूमि के अपने दम पर बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों में अपनी एक मजबूत पहचान बनाई है और आज वे एक अंतरराष्ट्रीय स्टार मानी जाती हैं।यह संक्षिप्त जीवनी प्रियंका चोपड़ा के जीवन और करियर की प्रमुख बातें प्रस्तुत करती

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03/10/2025

"बरेली जिले का इतिहास

बरेली" (Bareilly) उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण शहर है, जिसे हिंदी में "बरेली" ही लिखा और बोला जाता है���।बरेली का संक्षिप्त परिचयबरेली उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का जिला और मंडल मुख्यालय है�।यह शहर ऐतिहासिक रूप से "बांस-बरेली" के नाम से भी जाना जाता है, जो राजा जगत सिंह के दो पुत्रों के नाम 'बांस' और 'बरल' पर आधारित है��।बरेली रामगंगा नदी के किनारे स्थित है और यह व्यापार, शिक्षा और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है��।इसे "झुमका सिटी" और "नथ नगरी" जैसे उपनाम भी मिले हैं��।बरेली का ऐतिहासिक महत्वमहाभारत काल में यह क्षेत्र 'पंचाल' के नाम से जाना जाता था, जहाँ द्रौपदी का जन्म हुआ था��।मुग़ल काल में यहाँ पर कई ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण हुआ और बाद में यह रोहिलखंड कीभाषा
ध्यान रखें
भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में स्थित बरेली जनपद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक के राष्ट्रीय राजमार्ग के बीचों-बीच स्थित है। प्राचीन काल से इसे बोलचाल में बांस बरेली का नाम दिया जाता रहा और अब यह बरेली के नाम से ही पहचाना जाता है। इस जनपद का शहर महानगरीय है। यह उत्तर प्रदेश में आठवां सबसे बड़ा नगर और भारत का ५०वां सबसे बड़ा शहर है। बरेली उत्तराखंड राज्य से सटा जनपद है। इसकी बहेड़ी तहसील उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर की सीमा के निकट है।रामगंगा नदी के तट पर बसा यह शहर प्राचीन रुहेलखंड का राजधानी मुख्यालय रहा है। बरेली का राज्य दर्जा प्राप्त महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखंड विश्विद्यालय होने की वजह से उच्च शिक्षा के लिए इस विश्वविद्यालय का अधिकार क्षेत्र बरेली और मुरादाबाद मंडल के जिन नौ जिलों तक विस्तारित है, वे जिले ही प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौर में रुहेलखंड का हिस्सा रहे। ऐसे में आज भी बरेली को रुहेलखंड का मुख्यालय ही माना जाता है।महाभारत काल में बरेली जनपद की तहसील आंवला का हिस्सा पांचाल क्षेत्र हुआ करता था। ऐसे में इस शहर का ऐतिहासिक महत्व भी है। धार्मिक महत्व के चलते बरेली का खास स्था राजधानी रहा��।1857 की क्रांति में बरेली की महत्वपूर्ण भूमिका रही है�।बरेली का हिंदी नाम "बरेली" है, जिसे कभी-कभी ऐतिहासिक रूप से "बांस-बरेली" भी कहा जाता

28/09/2025

मैंने पिछले 90 दिनों में 301 फ़ॉलोअर मिले, 12 पोस्ट की गईं और 16 रिएक्शन मिले! मुझे सपोर्ट करते रहने के लिए आपका धन्यवाद. आप सभी के बिना यह नहीं हो पाता. 🙏🤗🎉

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16/09/2025

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