14/08/2025
"जीते जीते रक्तदान - जाते जाते नेत्रदान" की थीम पर रामदेवरा में 33 दिवसीय नेत्र कुंभ का भव्य आयोजन।
राजस्थान के लोकदेवता बाबा रामदेव की तपोभूमि रामदेवरा में सक्षम(समदृष्टि,क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल) द्वारा राजस्थान सरकार तथा 12 अन्य विचार परिवार संगठनों के सहयोग से *सर्वे इंद्रियांणां नयनं प्रधानम्* तथा *पश्येम शरद: शतम्* के वेद वाक्यों से प्रेरित तथा *जीते जीते रक्तदान - जाते जाते नेत्रदान* की थीम पर 1 अगस्त से 2 सितंबर 25 तक *लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्र कुंभ 2025* का भव्य और दिव्य आयोजन किया गया है। इसमें 1.25 लाख लोगों की निःशुल्क नेत्र स्वास्थ्य की जांच,1 लाख को दवा एवं चश्मा वितरण तथा 11000 नेत्र रोगियों के उनके नजदीकी सरकारी अथवा सूचीबद्ध निजी अस्पताल में ऑपरेशन भी निःशुल्क ही करवा रहे हैं। इस कार्य में बेंगलुरु से ट्रांसविजन कंपनी के नेत्र रोग विशेषज्ञ,ऑप्टोमेट्रिस्ट तथा चश्मा बनाने कुशल तकनीशियनों की टीम प्रातः 9 बजे से सायं 6 बजे तक 50 ओपीडी पर सेवाएं देती हैं तथा चश्मा भी आधा घंटे में दे दिया जाता है। अभी मेला भाद्रपद माह से परवान चढ़ेगा फिर भी प्रथम 10 दिनों में ही 20000 से अधिक नर नारियों की नेत्र जांच
की जा चुकी है। जिनमें सभी पंथों और वर्णों के लोग शामिल हैं। इस नेत्र कुंभ में नवलगढ़ से मुरली मनोहर चौबदार प्रधान भारत स्काउट गाइड नवलगढ़ ने भी अपनी 7 दिन की सेवाएं दे रहे हैं सेवाएं देकर 14 अगस्त को वापस नवलगढ़ अपने गृह निवास पहुंचेंगे
नेत्र कुंभ में राज्य सरकार के एलोपैथिक,आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक चिकित्सक में पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ अपनी सेवाएं दे रहे हैं। नेत्र जांच के साथ बीपी,शुगर तथा ब्लड प्रेशर की भी जांच की जाती है।
नेत्र कुंभ में सात बड़े हैंगर लगाए गए हैं जिनमें ओपीडी,सभागार,दवा भंडार, आवास तथा भोजनालय इत्यादि की सुंदर रचना की गई है। विशेष बात यह है कि इन सभी का नामकरण समरसता और सद्भाव के प्रेरणापुंज बाबा रामदेव एवं उनसे संबंधित विभूतियों के नाम पर रखे गए हैं जैसे श्री हरजी भाटी,श्री रत्ना राईका,रानी नेतलदे निवास,श्री अजमल नेत्र जांच केंद्र,श्री गुरु बालीनाथ जी स्वागत द्वार,लोकदेवता पाबूजी द्वार, गुरु जम्भेश्वर द्वार,लक्की बंजारा चिकित्सा भंडार,बहिन सुगना बाई भंडार, माता मेनादे भोजनशाला,बहिन डाली बाई रसोई घर प्रमुख हैं। जिससे लोक संस्कृति के महत्व और अपनत्व का पता चलता है। नेत्र कुंभ के लिए माननीय राज्यपाल श्री वागड़े के नेतृत्व में 21 सदस्यीय संरक्षक मंडल का गठन भी किया गया जिसमें शेखावाटी में स्थित देश प्रसिद्ध अखिल भारतीय सांगलिया धूणी पीठ के पीठाधीश्वर पूज्य संत श्री श्री 108 श्री ओम दास जी महाराज भी शामिल हैं।
नेत्रकुंभ में सक्षम और भागीदार संगठनों - बाबा रामदेव सेवा समिति रामदेवरा,सेवा भारती, विद्यार्थी परिषद,विद्या भारती, विश्व हिंदू परिषद,नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन, जनसेवा समिति जैसलमेर, भारत विकास परिषद, राजस्थान शिक्षक संघ(राष्ट्रीय)के कार्यकर्ता स्वेच्छा से अपने खर्चे पर यहां आकर एक एक सप्ताह या अधिक समय तक रहकर सेवा में श्रमदान कर रहे हैं। 8 अगस्त से 14 अगस्त तक के सप्ताह में सेवाएं देने के लिए सीकर से श्री रतनलाल शर्मा(प्रांत संरक्षक,सक्षम) राधा किशन चोबदार(जिला अध्यक्ष,सक्षम) तथा श्री उमेश कुमार माथुर(जिला उपाध्यक्ष,सक्षम) झुंझुनूं से श्री मुरली मनोहर चोबदार(जिला संयोजक,सक्षम) तथा चुरु से श्री मैनपाल सिंह शेखावत(कार्यालय प्रमुख,सक्षम) आए हैं। यहां की दिनचर्या प्रातः 5 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 10 बजे तक अनुशासनपूर्वक चलती है।
राज्य सरकार द्वारा भूमि आवंटन,विद्युत व्यवस्था, जलदाय,चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ,पुलिस तथा स्वच्छता कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर आयोजन को सफल बनाने में उल्लेखनीय सहयोग दिया जा रहा है। नेत्र कुंभ में जनता से भी आर्थिक सहयोग का आह्वान किया गया है। नेत्र कुंभ में राज्य सरकार के आदेश पर जैसलमेर जिले में कार्यरत नवलगढ़(झुंझुनूं) निवासी श्री सोहन लाल जाग्रत (सेक्टर हेल्थ सुपरवाइजर)तथा फतेहपुर शेखावाटी निवासी श्री संदीप कुमार(सामुदायिक स्वा.अधिकारी) भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इस नेत्र कुंभ का उद्घाटन भी राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने 1 अगस्त को किया था। उल्लेखनीय है कि सक्षम का यह चौथा नेत्र कुंभ है। इसके पूर्व वर्ष 2019 में प्रयाग कुंभ में,2021 में हरिद्वार अर्धकुंभ में तथा 2025 में प्रयाग महाकुंभ में नेत्र कुंभ के रूप में सेवा के महायज्ञ आयोजित किए जा चुके हैं। इन नेत्र कुंभों में कुल 837 नेत्र रोग विशेषज्ञों एवं 1273 ऑप्टोमेट्रिस्ट द्वारा 153 153 शिविर दिवसों में 488729 नेत्र रोगियों की जांच, 356947 को दवा एवं चश्मा वितरण तथा 45000 लोगों के नेत्र ऑपरेशन किए जा चुके हैं।
रामदेवरा नेत्र कुंभ में 1.25 लाख नेत्र जांच,1 लाख दवा एवं चश्मा वितरण रास्ता 11000 नेत्र ऑपरेशन का लक्ष्य है। साथ ही लोगों को मरणोपरांत नेत्रदान कर दृष्टिबाधित लोगों को रोशनी प्रदान करने के बारे में भी संकल्पित करवा कर जन जागरण किया जाएगा।
शिविर के दौरान रक्षाबंधन का पर्व नेत्रकुंभ में देश की रखवाली करने वाली सुरक्षा बल - बीएसएफ की 72 वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर तथा 100 जवानों को राखी बांधकर मनाया गया,यह पल जीवन में सदैव अविस्मरणीय रहेगा। देश की रक्षा के लिए उनका उच्च मनोबल ही हमें अपनी सुरक्षा के बारे में आश्वस्त करता है।
नेत्र कुंभ में सेवा देना मानव जीवन को सार्थक बनाने का एक स्वर्णिम अवसर सा लग रहा है।