देश बदलाव चाहता है

देश बदलाव चाहता है बदनाम ज़िंदगी से गुमनामी अच्छी,
किसे फेमस होने का शौक है यहाँ,

Indore, India rajvada
17/02/2025

Indore, India rajvada

   #कहानी  भले कुछ भी हो आप क्या समझे .......????स्लोवाकिया का अधिकांश पहाड़ी क्षेत्र लगभग 49,000 वर्ग किलोमीटर (19,000 ...
02/09/2024

#कहानी भले कुछ भी हो आप क्या समझे .......????

स्लोवाकिया का अधिकांश पहाड़ी क्षेत्र लगभग 49,000 वर्ग किलोमीटर (19,000 वर्ग मील) में फैला है, जिसकी आबादी 5.4 मिलियन से अधिक है। राजधानी और सबसे बड़ा शहर ब्रातिस्लावा है, जबकि दूसरा सबसे बड़ा शहर कोसिसे है।

आइए जानते हैं एक देश की फेमस राजधानी के बारे में
कहानियों पर



यह मूर्ति स्लोवाक की राजधानी ब्रातिस्लावा में है, जो एक सफाईकर्मी की याद में बनाई गई है, जो एक लड़की से प्यार कर बैठा था। उसने जब उसे अपने काम के बारे में बताया, तो वह लड़की उसे छोड़कर चली गई। लड़की में उसका सामना करके उसे ठुकराने की हिम्मत नहीं थी, इसलिए उसने उससे वादा किया कि वह उसके साथ कॉफी पिएगी, लेकिन उसने अपना वादा तोड़ दिया।वह हर दिन, उसी समय और उसी जगह पर उसका इंतजार करता रहा। उसके दोस्तों (जिन्हें इस बारे में पता था) ने उससे सहानुभूति दिखाई और उसे सांत्वना देने की कोशिश की। वह कुछ महीनों बाद उदासी और दर्द के कारण चल बसा।शहर ने उसे सम्मानित करने के लिए इस मूर्ति को बनाया और उसके पास एक कॉफी शॉप खोली ताकि लोग उसके साथ कॉफी पीने आएं और उसके काम के लिए अपना प्यार, सहानुभूति और सराहना व्यक्त कर सकें।

31/07/2024

1100 रुपये का ईनाम एक गलती बताने वाले को
वीडियो यूट्यूब चैनल पर अपलोड होगी तो आपको लिंक मिल जाएगा यूट्यूब चैनल का

पिछले दिनों Gurgoan जाना हुआ । वहां एक मित्र के घर रुका । उनकी छोटी बहन अमरीका में रहती हैं । छुट्टियों में घर आई हुई थी...
27/07/2024

पिछले दिनों Gurgoan जाना हुआ । वहां एक मित्र के घर रुका । उनकी छोटी बहन अमरीका में रहती हैं । छुट्टियों में घर आई हुई थीं । बातों बातों में बताने लगी कि अमरीका में बहुत गरीब मजदूर वर्ग McDonald , KFC और Pizza Hut का burger पिज़्ज़ा और chicken खाता है ।

अमरीका और Europe के रईस धनाढ्य करोड़पति लोग ताज़ी सब्जियों उबाल के खाते हैं ,
ताज़े गुंधे आटे की गर्मा गर्म bread/रोटी खाना बहुत बड़ी luxury है ।
ताज़े फलों और सब्जियों का Salad वहां नसीब वालों को नसीब होता है ........ ताजी हरी पत्तेदार सब्जियां अमीर लोग ही Afford कर पाते हैं ।

गरीब लोग Packaged food खाते हैं । हफ़्ते / महीने भर का Ration अपने तहखानों में रखे Freezer में रख लेते हैं और उसी को Micro Wave Oven में गर्म कर कर के खाते रहते हैं ।

आजकल भारतीय शहरों के नव धनाढ्य लोग अपने बच्चों का हैप्पी बड्डे मकडोनल में मनाते हैं । उधर अमरीका में कोई ठीक ठाक सा मिडल किलास आदमी McDonalds में अपने बच्चे का हैप्पी बड्डे मनाने की सोच भी नही सकता ......... लोग क्या सोचेंगे ? इतने बुरे दिन आ गए ? इतनी गरीबी आ गयी कि अब बच्चों का हैप्पी बड्डे मकडोनल में मनाना पड़ रहा है ?

भारत का गरीब से गरीब आदमी भी ताजी सब्जी , ताजी उबली हुई दाल भात खाता है ......... ताजा खीरा ककड़ी खाता है । अब यहां गुलामी की मानसिकता हमारे दिल दिमाग़ पे किस कदर तारी है ये इस से समझ लीजे कि Europe अमरीका हमारी तरह ताज़ा भोजन खाने को तरस रहा है और हम हैं कि Fridge में रखा बासी packaged food खाने को तरस रहे हैं । अमरीकियों की Luxury जो हमें सहज उपलब्ध है हम उसे भूल उनकी दरिद्रता अपनाने के लिए मरे जाते हैं ।

ताज़े फल सब्जी खाने हो तो फसल चक्र के हिसाब से दाम घटते बढ़ते रहते है ।
इसके विपरीत डिब्बाबंद Packaged Food के दाम साल भर स्थिर रहते है बल्कि समय के साथ सस्ते होते जाते हैं । जस जस Expiry date नज़दीक आती जाती है , डिब्बाबंद भोजन सस्ता होता जाता है और एक दिन वो भी आ जाता है कि Store के बाहर रख दिया जाता है , लो भाई ले जाओ , मुफ्त में । हर रात 11 बजे Stores के बाहर सैकड़ों लोग इंतज़ार करते हैं ....... Expiry date वाले भोजन का ।

140करोड़ लोगों की विशाल जनसंख्या का हमारा देश आज तक किसी तरह ताज़ी फल सब्जी भोजन ही खाता आया है ।
ताज़े भोजन की एक तमीज़ तहज़ीब होती है । ताज़े भोजन की उपलब्धता का एक चक्र होता है । ताज़ा भोजन समय के साथ महंगा सस्ता होता रहता है । आजकल समाचार माध्यमों में टमाटर और हरी सब्जियों के बढ़ते दामों के लेकर जो चिहाड़ मची है वो एक गुलाम कौम का विलाप है ........ जो अपनी ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत को भूल अपनी गुलामी का विलाप कर रही है ।

भारत बहुत तेज़ी से ताजे भोजन की समृद्धि को त्याग डिब्बेबन्द भोजन की दरिद्रता की ओर अग्रसर है ।

भारत में लड़के और लड़कियों में कुछ अंतर.. 1.  लड़का छोटे कपडे पहने तो कोई दिक्कत नी लड़की छोटे कपडे पहने तो दिक्कत.लड़का...
20/07/2024

भारत में लड़के और लड़कियों में कुछ अंतर..
1. लड़का छोटे कपडे पहने तो कोई दिक्कत नी लड़की छोटे कपडे पहने तो दिक्कत.लड़का देर रात बाहर से घर आए तो कोई दिक्कत नी पर लड़की देर रात कहीं ना जानी चाहिए और ना कहीं से आनी चाहिए।
2. लड़का कुछ बी करें तो ठीक पर लड़की कुछ भी करें तो पाबंदी।
3. लड़कियों को अच्छी शिक्षा दी जाती है पर लड़कियों को 12वीं के बाद घर. संभालना सिखाया जाता है।पैरो पर खड़ा होना नी सिखाएगा।ये सिखाया जाएगा ससुराल ही तेरा घर है गलत को भी सहना सीखना.
4. लड़के कितना भी गलत करले उनको सपोर्ट किया जाएगा लड़का था फिसल गया होगा पर लड़की की गलती छोटी भी क्यों ना हो समाज में बात फैल जाती है। परवरिश तक पर सवाल उठ जाते हैं।
5. लड़के के 100 गर्लफ्रेंड हो किसी को कोई दिक्कत नी पर लड़की का कोई कॉलेज फ्रेंड भी उससे कहीं बात कर ले तो दिक्कत चाहे वो लड़की कुछ सामान्य ही बात क्यों न कर रही हो।
6. आज एक लड़का एक लड़की फेसबुक पर अपनी फोटो डाल दे तो लिखना पढ़ता है # मेरी बहन #.


इस पोस्ट का उद्देश्य थोड़ा सोच और समाज में बदलाव लाना है। ग्रुप सिर्फ मस्ती और टाइमपास करने के लिए नी होता .ग्रुप आपको अच्छा भी सिखाता है .ये डिपेंड करता है आप पर ..आप ग्रुप से सिखते क्या है.......ग्रुप में लड़की किसी की पोस्ट पर कमेंट क्या कर दे हजारो परेशान करने वाले आ जाते हैं.कोई भी उस लड़की के लिए स्टैंड नहीं लेता जो अवांछित टिप्पणी से परेशान है.कृपया ऐसा न करें कोई महिला यहाँ अपना अपना घर और पढाई से कुछ समय निकालकर अपने आप को रिलैक्स फील करती हैं। कृपया महिला और लड़की का सम्मान करें तभी वे आपका सम्मान करेंगी👏👏

मान लीजिये आज आपने 20 रुपये की पानी की बोतल खरीदी और पीकर फेंक दी तो इस बोतल का 90 फीसदी हिस्सा 27-28 वीं सदी में नष्ट ह...
20/07/2024

मान लीजिये आज आपने 20 रुपये की पानी की बोतल खरीदी और पीकर फेंक दी तो इस बोतल का 90 फीसदी हिस्सा 27-28 वीं सदी में नष्ट होगा,
करीब 450 से 500 साल लगेंगे❗️
याने जिस बोतल में पानी पिया होगा वह तब भी मौजूद होगी,
हर 60 मिनट में 6 करोड़ बोतल बेची जा रही हैं, अरबों खरबों का व्यापार है,
हिन्द महासागर में करीब 28 पैच (प्लास्टिक पहाड़) का बन चुका है,
जानवर मर रहे हैं,
मछलियां,
समुद्री जीव मर रहे हैं,
अगला नम्बर आपका और मेरा है❗️

फाइव स्टार और अन्य होटल में भारत में रोज़ करीब 4 लाख पानी की बोतल का कूड़ा निकलता है,
शादी विवाह में अब कुल्हड़ में पानी पीना, तांबे पीतल के जग से पानी पिलाना ज़रूरी होना चाहिएं,
बेल, कच्चे आम, पुदीना या लस्सी के शर्बत की जगह पेप्सी कोक की बोतल देना फैशन है, नही तो लोग गंवार समझेंगे❗️
विज्ञान के अनुसार सोडा प्यास नही बुझाता बल्कि बढ़ाता है, फिर भी ठंडा मतलब ठंडा, प्यास लगे तो पेप्सी,
यह टीवी में दिखाता है❗️
यूरोप के बहुत देशों ने अपने प्रदूषण पर काबू पाया है, अब उनके नल का पानी पीने योग्य हो गया,
देश में पानी का व्यापार अरबों रुपये का है, लगातार भूजल नीचे जा रहा है,
एनसीआर डार्क जोन बन गया है,
देश के महानगर में कूड़े और इससे रिसता लीचेत कैंसर पैदा कर रहा है,
तो क्या हुआ❓ जो होगा देखा जाएगा.. ये सोच दिमाग़ में बैठी है,
सोचना आपको-हमको है कि आने वाली पीढ़ी को हम क्या देकर जाना चाहते हैं⁉️

.. बेटा घर में घुसते ही बोला," मम्मी कुछ खाने को दे दो यार बहुत भूख लगी है. यह सुनते ही मैंने कहा," बोला था ना ले जा कुछ...
17/07/2024

.. बेटा घर में घुसते ही बोला," मम्मी कुछ खाने को दे दो यार बहुत भूख लगी है. यह सुनते ही मैंने कहा," बोला था ना ले जा कुछ कॉलेज, सब्जी तो बना ही रखी थी". बेटा बोला," यार मम्मी अपना ज्ञान ना अपने पास रखा करो.

अभी जो कहा है वो कर दो बस और हाँ, रात में ढंग का खाना बनाना . पहले ही मेरा दिन अच्छा नहीं गया है". कमरे में गई तो उसकी आंख लग गई थी. मैंने जाकर उसको जगा दिया कि कुछ खा कर सो जाए.

चीख कर वो मेरे ऊपर आया कि जब आँख लग गई थी तो उठाया क्यों तुमने? मैंने कहा तूने ही तो कुछ बनाने को कहा था. वो बोला,"मम्मी एक तो कॉलेज में टेंशन ऊपर से तुम यह अजीब से काम करती हो. दिमाग लगा लिया करो कभी तो".

तभी घंटी बजी तो बेटी भी आ गई थी. मैंने प्यार से पूछा ,"आ गई मेरी बेटी कैसा था दिन?" बैग पटक कर बोली ,"मम्मी आज पेपर अच्छा नहीं हुआ". मैंने कहा," कोई बात नहीं. अगली बार कर लेना".

मेरी बेटी चीख कर बोली," अगली बार क्या रिजल्ट तो अभी खराब हुआ ना. मम्मी यार तुम जाओ यहाँ से. तुमको कुछ नहीं पता".

मैं उसके कमरे से भी निकल आई.

शाम को पतिदेव आए तो उनका भी मुँँह लाल था . थोड़ी बात करने की कोशिश की , जानने की कोशिश कि तो वो भी झल्ला के बोले ,"यार मुझे अकेला छोड़ दो. पहले ही बॉस ने क्लास ले ली है और अब तुम शुरू हो गई".

आज कितने सालों से यही सुनती आ रही थी. सबकी पंचिंंग बैग मैं ही थी. हम औरतें भी ना अपनी इज्ज़त करवानी आती ही नहींं.

मैं सबको खाना खिला कर कमरे में चली गई. अगले दिन से मैंने किसी से भी पूछना कहना बंद कर दिया. जो जैसा कहता कर के दे देती. पति आते तो चाय दे देती और अपने कमरे में चली जाती. पूछना ही बंद कर दिया कि दिन कैसा था?

बेटा कॉलज और बेटी स्कूल से आती तो मैं कुछ ना बोलती ना पूछती. यह सिलसिला काफी दिन चला.

संडे वाले दिन तीनो मेरे पास आए और बोले तबियत ठीक है ना?क्या हुआ है इतने दिनों से चुप हो. बच्चे भी हैरान थे. थोड़ी देर चुप रहने के बाद में बोली. मैं तुम लोगो की पंचिंग बैग हूँ क्या?जो आता है अपना गुस्सा या अपना चिड़चिड़ापन मुझपे निकाल देता है. मैं भी इंतज़ार करती हूं तुम लोंगो का. पूरा दिन काम करके कि अब मेरे बच्चे आएंगे ,पति आएंगे दो बोल बोलेंगे प्यार के और तुम लोग आते ही मुझे पंच करना शुरु कर देते हो. अगर तुम लोगों का दिन अच्छा नहींं गया तो क्या वो मेरी गलती है? हर बार मुझे झिड़कना सही है?

कभी तुमने पूछा कि मुझे दिन भर में कोई तकलीफ तो नहीं हुई. तीनो चुप थे. सही तो कहा मैंने दरवाजे पे लटका पंचिंग बैग समझ लिया है मुझे. जो आता है मुक्का मार के चलता बनता है. तीनों शरमिंदा थे.

दोस्तोंं हर माँ, हर बीवी अपने बच्चों और पति के घर लौटने का इंतज़ार करती है . उनसे पूछती है कि दिन भर में सब ठीक था या नहीं. लेकिन कभी - कभी हम उनको ग्रांटेड ले लेते हैं. हर चीज़ का गुस्सा उन पर निकालते हैं. कभी- कभी तो यह ठीक है लेकिन अगर ये आपके घरवालों की आदत बन जाए तो आप आज से ही सबका पंचिंंग बैग बनना बंद कर दें .

सभी महिलाओं को समर्पित*,

कम बच्चे होने का सबसे बड़ा खमियाजा आपके बच्चों को ही भुगतना पड़ता है ।।1. बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है अगर तीन चा...
15/07/2024

कम बच्चे होने का सबसे बड़ा खमियाजा आपके बच्चों को ही भुगतना पड़ता है ।।
1. बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है अगर तीन चार बच्चे हों तो आपस में खेलते रहते हैं लड़ते झगड़ते कब बड़े हो जाते हैं पता ही नहीं चलता । एक बच्चा गुमसुम सा एक कोने पड़ा हुआ meggi खाकर मोबाइल देखता है या टीवी देखता रहता हैं ।खाने में कोई कंपटीशन नहीं होता जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है ।
2. माता पिता के जाने के बाद जब कोई विपत्ति आती है तो उनके पास कोई भाई बहन नहीं होता जिसके पास वह जा सकें।
3. अगर तीन चार बच्चे हैं तो एक बच्चे के आईएएस बनने के अधिक चांस हैं ।
4.अगर एक ही बच्चा है और वह जिंदगी में फेल हो गया तो उसको कोई सफल नहीं बना सकता अगर तीन चार बच्चे हैं तो एक बच्चा भी सब को कामयाब कर सकता है ।
5 फैमिली based business के लिए बड़े परिवार की बहुत अधिक महत्ता है । एक बिजनेस के लिए कम से कम दो तीन भाई चाहिए ही होतें हैं अकेला बच्चा सारी टाई लगाकर 9 to 5 की जॉब के काबिल ही रह जाता है ।
6. कई बार एक बच्चे की फैमिली टूट जाती है या उसकी पत्नी उसको तलाक देकर चली जाती है या उसके बच्चा नहीं होता । तो उसकी बहुत बुरी हालत होती है उसकी सारी उम्र अवसाद ,अकेलेपन में निकल जाती है।
इसलिए छोटा परिवार सुखी परिवार के प्रोपेगंडा से बाहर निकले । छोटे परिवार से दुखी परिवार और कोई नहीं।
बड़ा परिवार सुख का आधार के नियम पर चलें ।

मूर्ख हिंदुओ के दिमाग में यह बात घुसी हुई है कि अगर हम एक बच्चा पैदा करेंगे तो उसको पढ़ा लिखा कर आईएएस बना देंगे ।।

गांवों मे कोई दारू पीता है लोग यही बोलते है क्यो पी' वह,, यह मूत'' है घर आने पर घरवाले भी यही बोलते हैं आज फिर आ गया ‘मू...
19/05/2024

गांवों मे कोई दारू पीता है लोग यही बोलते है क्यो पी' वह,, यह मूत'' है घर आने पर घरवाले भी यही बोलते हैं आज फिर आ गया ‘मूत’ पी के !

इतना पॉपुलर शब्द सुनकर एक शराब बनाने वाली कंपनी ने अपनी ब्रांड का नाम ही ‘मूत’ रख लिया !
अब कोई बोलेगा मूत पीकर आया है तो बोटल दिखा देना

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