26/09/2025
कृपया इस लेख को जरूर पढ़िएगा , मेरे अपने दिल का मर्म है -
मैं अपने घर से 2500 Km दूर जॉब करता हूं, सैलरी ठीक ठाक है घर परिवार चल जाता है ,
जब मैं घर से बाहर अपने काम पर वापस आ जाता हूं तो अपने परिवार वालों को बहुत मिस करता हूं , लेकिन ये सिलसिला चलता रहता है और प्रत्येक दिन परिवार वाले लोग से बात करता हूं और उसको मिस करता रहता हूं , और ये सोचता रहता हूं कि जो काम यहां पर हम जितनी सैलरी में कर रहे हैं न उससे आधी सैलरी में अपने गांव या शहर में काम मिल जाता तो वही कर लेता और अपने परिवार वालों के साथ जिंदगी गुजरता , लेकिन क्या करूं सिर्फ ये सब सोचता रहता हूं , पर कुछ कर नहीं पाता हूं ।
सबसे बड़ा दुख तब होता है जब 10 या 20 या 1 महीने की छूटी पर घर जाता हूं तो परिवार में सब खुशहाल रहते हैं हमें भी मजा आता है लेकिन घर से आने का रिजर्वेशन तो पहले से तय रहता है इस दौरान 20 दिन भी घर पर रहते हैं तो कोई दिक्कत नहीं होता है लेकिन 21वा दिन जैसे ही रात को ट्रेन पकड़ना होता है तो उस दिन सुबह से ही परिवार के सभी सदस्य का मुंह लटका हुआ होता है , मां बोलती है - चैल जेबही केतना दिन भेलो य, तोरा आइल। तब हम समझाते हैं मम्मी को की नहीं जाएंगे तो कंपनी निकाल देगी तो दूसरा नौकरी ढूंढने में 2 महीना लग जाएगा तबतक बेरोजगार हो जाएंगे, इसलिए हमको जाना बहुत ही जरूरी है।
उसके बाद जब शाम होता है , घर का कोई भी सदस्य नहीं होगा जिसका आंखे आंसू से भरा न हो , लेकिन क्या करें हम हौसला उन सब का बुलंद कर देते हैं उसके सामने , लेकिन सीना तो हमारा भी फटता है घर से निकलने में।
हर दुख को झेल कर हमलोग परदेश कमाने आते हैं। हमको तो इतना अच्छा व्यवस्था मिलता है रिजर्वेशन करा के आराम से आते हैं, फिर भी हमको बाहर आने का मन नहीं करता है , लेकिन आप हमारे दुख से उन गरीब , लाचार , बेवस की दुख को समझिए , जो कि जनरल बोगी की बाथरूम तक में घुश करके , दिल्ली , पंजाब , हरियाणा , गुजरात , महाराष्ट्र , और तमिलनाडु तक जाते हैं और कमा कर घर लाते है 2 वक्त की रोटी के लिए ।
मौजूदा सरकार पर तो हमें भरोसा नहीं है लेकिन आगे आने वाले समय में जो संभावित चेहरा है , उनसे मेरा गुजारिश है कि बिहार में उद्योग धंधा की शुरुआत कीजिए , क्योंकि अभी शुरुआत नहीं करेंगे तो , अभी हम तो दूसरे राज्य में काम कर ही रहे हैं आगे आने वाले समय में हमारे बच्चे भी प्रवासी बनकर रह जाएंगे।
Rahul Gandhi Ravish Kumar Dhruv Rathee Ajit Anjum Tejashwi Yadav