12/07/2025
हनुमान चालीसा सिद्ध करने की विधि।
हनुमान चालीसा पाठ करते समय अपने पास किसी पात्र में जल भरकर अवश्य रखें, जल जीवन के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, साथ ही इसमें कई आध्यात्मिक गुण भी बसे हुए हैं। सनातन परंपरा के अनुसार, जल पंचभूत तत्वों में से एक है, और इसे देवता के रूप में स्वीकार किया गया है। जल में यादों को कायम रखने की क्षमता होती है। जल के इन्हीं आध्यात्मिक गुणों के चलते, प्राचीन काल में भी ऋषि-मुनि अपने साथ जल से भरा कमंडल रखा करते थे। हिंदू धर्म में जल को पवित्रता का प्रतीक माना गया है।
हनुमान चालीसा के लाभ:-
प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन और मस्तिष्क में आध्यात्मिक बल प्राप्त होता है। हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या का दाता कहा जाता है, इसलिए हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करने से आपकी स्मरण शक्ति और बुद्धि में तेज होती है। साथ ही आत्मिक बल भी मिलता है।
क्यों रखना चाहिए जल:--
अगर आप हनुमान चालीसा का पाठ करते समय अपने पास जल रखकर बैठते हैं तो इससे हनुमान चालीसा की शक्तियां बनी रहती हैं। हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद इस जल को पीना बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है। हनुमान चालीसा के अभिमंत्रित जल को पीने से आप हनुमान चालीसा की पूर्ण शक्ति का अनुभव कर सकते हैं।
इन नियमों का भी रखें ध्यान:--
हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना लाभकारी है। लेकिन मंगलवार के दिन इसका पाठ अवश्य ही करना चाहिए। क्योंकि मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। हनुमान चालीसा का पाठ हमेशा नहा-धोकर और साफ-सुथरे कपड़े पहनकर ही करें। दिन में तीन बार इसका पाठ करना चाहिए।
हनुमान चालीसा सिद्ध होने के बाद क्या होता है?
जो सत् बार पाठ कर कोई, छूटहि बंदि महासुख होई... जो हनुमान चालीसा का 108 ( 100 + 8 हवन के = 108 ) बार पाठ कर लेता है तो , बंधन से मुक्त होता है तथा महासुख को प्राप्त होता है, यह सहज ही संभव नहीं होता है, भौतिक अर्थ इसका भले ही कुछ और हो किंतु आध्यात्मिक रूप से यहां पर बंधन का अर्थ आतंरिक तथा शारीरिक दोनों बंधन से है।
हनुमान चालीसा से कौन सी सिद्धि प्राप्त होती है?
हनुमान चालीसा में इतनी शक्ति है कि, जब तक आप जप करेंगे, तब तक कोई भी नकारात्मक ऊर्जा आपका स्पर्श नहीं कर सकती, इसके निरंतर जाप करने से साधक सबकुछ प्राप्त कर सकता है।
हनुमान जी का मंत्र कितने दिन में सिद्ध हो जाता है?
किसी भी मंत्र का सिद्धि होने का समय व्यक्ति की साधना और अनुष्ठान की गहराई पर निर्भर करता है। हालांकि, बहुत से लोग मानते हैं कि, अगर व्यक्ति हनुमान जी के मंत्र का नियमित रूप से जप करता है और पूजा-अर्चना करता है, तो मंत्र का सिद्धि में सामान्य रूप से कुछ हफ्ते से लेकर कुछ महीने लग सकते हैं।
कैसे पता करें कि हनुमान चालीसा सिद्ध हो गई है?
साधना का क्रम यही रहेगा, २१ दिन या २१ मंगलवार तक तथा प्रतिदिन जो १०८ चने या तिल की रेवड़ी आप ने प्रभु को अर्पण किए थे, वो आप ही को खाना है, किसी को देना नही है। आपकी यह श्री हनुमान चालीसा साधना सफल हों और आपको भगवान हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त हों ।
हनुमान जी के मंत्र ।
"ॐ हं हनुमते नमः",।
2) "ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा",।
3) "ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः",।
4) "ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय"।
इन मंत्रों का जाप हनुमान जी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
हनुमान जी के कुछ शक्तिशाली मंत्र इस प्रकार हैं।
1. ॐ हं हनुमते नमः--
यह मंत्र हनुमान जी को समर्पित है और इसका अर्थ है "हे हनुमान, मैं आपको नमस्कार करता हूँ".।
2. ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा:--
यह मंत्र हनुमान जी की शक्ति और वीरता का प्रतीक है।
3. ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः--
यह मंत्र हनुमान जी को भगवान राम के दूत के रूप में संबोधित करता है।
4. ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय:--
यह मंत्र हनुमान जी को शत्रुओं का नाश करने वाला और सभी दुखों को दूर करने वाला बताता है।
5. अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्। दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्। रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥
यह मंत्र हनुमान जी की महिमा का वर्णन करता है,
इन मंत्रों के जाप से भक्त हनुमान जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, बाधाएं दूर कर सकते हैं, और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
सुबह 4:00 बजे हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है?
सुबह 4:00 बजे हनुमान चालीसा पढ़ने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है, जो कि मानसिक शांति और ध्यान के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इस समय हनुमान चालीसा का पाठ करने से शारीरिक और मानसिक बल में वृद्धि होती है, आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन की कठिनाइयों का सामना करने की शक्ति मिले।पं .शशिकांत आचार्य