Penguin Swadesh

  • Home
  • Penguin Swadesh

Penguin Swadesh If you want to publish with us, send us your submission with
1) A brief synopsis
2) 3-5 chapters

Hind Pocket Books is now an integral part of the family.

टोक्यो की सबसे समझदार लाइब्रेरियन पूछती हैं।सायूरी कोमाची अपनी लाइब्रेरी में आने वाले हर व्यक्ति की ज़रुरतों को भाँप लेत...
23/10/2025

टोक्यो की सबसे समझदार लाइब्रेरियन पूछती हैं।
सायूरी कोमाची अपनी लाइब्रेरी में आने वाले हर व्यक्ति की ज़रुरतों को भाँप लेती हैं कि उसे क्या चाहिए और फिर उसे वह किताब लाकर दे देती हैं, जिससे उसकी तलाश पूरी हो सके।
परेशान-सा एक रिटेल असिस्टेंट कुछ नया सीखना चाहता है, एक माँ मातृत्व अवकाश के बाद पदावनति से उबरने की कोशिश करती है, एक कर्तव्यनिष्ठ लेखाकार प्राचीन वस्तुओं की दुकान खोलने की इच्छा रखता है, हाल ही में रिटायर हुआ आदमी कुछ और नया करना चाहता है।
कोमाची द्वारा बताई गई शानदार किताबों में इन सब को वह मिलने वाला है; जिसकी मदद से वे अपने सपने पूरे कर पाएँगे और अपने लक्ष्य तक पहुँच सकेंगे।लाइब्रेरी में वह सबकुछ है, जिसकी आपको तलाश है! दरअसल लाइब्रेरी के जादू और संपर्कों की खोज के बारे में लिखा गया यह एक शानदार उपन्यास है। प्रेरणा से भरी इसकी कहानी पढ़कर हम यह जान पाते हैं कि कैसे, अपने दिल की बात सुनकर, अवसर का लाभ उठाकर और आगे बढ़कर, हम भी अपने जीवन भर के सपनों को पूरा कर सकते हैं।
आप किस किताब को पढ़ने की सलाह देंगे?

मिचिको आओयामा का जन्म 1970 में जापान के ऐची प्रांत में हुआ था। विश्वविद्यालय की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने सिडनी में एक जापानी समाचार-पत्र के लिए कुछ सालों तक एक रिपोर्टर के रूप में काम किया। पूरी तरह से लिखने के काम से जुड़ने से पहले मिचिको ने जापान वापस जाकर टोक्यो के एक प्रकाशन समूह में एक संपादक के रूप में भी अपनी सेवाएँ दी थीं। व्हॉट यू आर लुकिंग फॉर इज़ इन द लाइब्रेरी को जापान बुकसेलर्स अवार्ड के लिए नामित किया गया और यह जापानी बेस्टसेलर बनी। इस उपन्यास का तीस से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया जा रहा है। मिचिको आओयामा जापान के योकोहामा में रहती हैं।

हिंदी अनुवाद रोहिणी कुमारी

https://amzn.in/d/4nsPv14

त्योहार की भागदौड़ में जब मन और शरीर दोनों थक जाएँ, तो रोशनी सिर्फ़ दीपों की नहीं — पुस्तकों की दुनिया  से भी पाएँ।थोड़ा...
22/10/2025

त्योहार की भागदौड़ में जब मन और शरीर दोनों थक जाएँ, तो रोशनी सिर्फ़ दीपों की नहीं — पुस्तकों की दुनिया से भी पाएँ।
थोड़ा समय निकालें, किसी अच्छी किताब में डूब जाएँ —जहाँ शब्दों का उजाला आपकी थकान मिटाकर, आत्मा को नई ऊर्जा दे जाए।

https://amzn.in/d/d58LKvM
https://amzn.in/d/dtLsLst
https://amzn.in/d/g1NZ7Nn

19/10/2025

‘रामकथा की ऐसी युगानुरूप व्याख्या पहले कभी नहीं पढ़ी थी। इससे राम को मानवीय धरातल पर समझने की बड़ी स्वस्थ दृष्टि मिलती है और कोरी भावुकता के स्थान पर संघर्ष की यथार्थता उभर कर सामने आती है। कोहली जी की व्याख्या में बड़ी ताजगी है। तारीफ़ तो यह है कि आपने रामकथा की पारम्परिक गरिमा को कहीं विकृत नहीं होने दिया है।’

— शिवमंगल सिंह ‘सुमन’

https://amzn.in/d/j7m47qy

भारतीय पौराणिकता का आधुनिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने वाले देवदत्त पट्टनायक अपनी पुस्तकों में भारतीय संस्कृति, धर्म और दर्श...
18/10/2025

भारतीय पौराणिकता का आधुनिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने वाले देवदत्त पट्टनायक अपनी पुस्तकों में भारतीय संस्कृति, धर्म और दर्शन के गहरे अर्थों को सरल और रोचक तरीके से समझाते हैं। वे भारत के सबसे बड़े खलनायक, ‘लंकेश’ का विस्तृत विश्लेषण करते हैं, तो एकपत्नीव्रती राम की पत्नी ‘सीता’ के दृष्टिकोण से रामायण की कथा सुनाते हैं। पूरे देश में रामायण कई रूपों में लिखी गई है किंतु देवदत्त की पुस्तक ‘राम की गाथा’ आज के दौर में राम की प्रासंगिकता तलाशती है। ‘जय’ का उद्घोष भारत के सबसे महान महाकाव्य, महाभारत सेजुड़े संस्कृत ग्रंथों के साथ इसके कई रूपों को एक ही कथा में पिरोता है। भारतीय धार्मिक व सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य के साथ ‘धर्म और समलैंगिकता’ को लेकर सैकड़ों सवालों के सुलझे हुए स्पष्ट जवाब भी मिलते हैं।

यह कोई आध्यात्मिक पुस्तक नहीं है, बल्कि यह आत्म-शक्ति और व्यक्तिगत विकास पर केंद्रित एक सेल्फ-हेल्प पुस्तक है। जहाँ आध्य...
16/10/2025

यह कोई आध्यात्मिक पुस्तक नहीं है, बल्कि यह आत्म-शक्ति और व्यक्तिगत विकास पर केंद्रित एक सेल्फ-हेल्प पुस्तक है। जहाँ आध्यात्मिकता अक्सर जीवन की चुनौतियों को चुपचाप स्वीकार करने की बात करती है, वहीं यह पुस्तक आपको सिखाती है कि अपने भीतर छिपी ताकत को कैसे जगाएँ और बाधाओं को दूर करके सफलता हासिल करें।
ख़ुश मन के संस्कार एक प्रेरणादायक गाइड है, जो बताती है कि हमारे भीतर ही एक असीम ऊर्जा का स्रोत है। यह पुस्तक आपको ऐसे आसान नियम और अनुष्ठान सिखाती है, जो मन की सीमाओं को तोड़कर आपकी असली क्षमता को सामने लाते हैं।
यह किताब आपकी आत्म-शक्ति को फिर से पहचानने, आत्म-सम्मान बढ़ाने और ख़ुद पर विश्वास करने की दिशा में एक यात्रा है। इसमें बताए गए ऊर्जा अनुष्ठान किसी धर्म से जुड़े नहीं हैं – इनका उद्देश्य सिर्फ आपको बाहरी रुकावटों से मुक्त करना और आत्म-विश्वास से भरा जीवन जीने में मदद करना है।
पुस्तक में दिए गए उपाय व्यावहारिक हैं, जो आपकी आंतरिक शक्ति और आत्म-अनुशासन को जगाकर वह जीवन पाने में मदद करेंगे, जिसके आप वास्तव में हकदार हैं।

दीपांशु गिरि जी पेशे से एक इंजीनियर हैं और अंडरवाटर रोबोटिक्स की दुनिया में एक स्थापित नाम हैं। 2017-18 में उन्होंने ज्योतिष में अपनी रुचि को आगे बढ़ाने के लिए एक अवकाश लिया। दीपांशु गिरि जी का जन्म भगवान भृगु के वंश में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्हें अपने परिवार का भी आशीर्वाद प्राप्त है, जो पिछली सात पीढ़ियों से ज्योतिष और आयुर्वेद में संलग्न है।

https://amzn.in/d/gFKMeFs

15/10/2025

पृथ्वी के बिना जीवन का अस्तित्व क्या है? मानवता के बिना पृथ्वी का क्या मतलब है? ऐसे अनेक सवालों के साथ छह अंतरिक्षयात्री अपने अंतरिक्षयान में बैठ कर लगातार पृथ्वी का चक्कर लगा रहे हैं। एक साथ मिलकर वे हमारी इस शांत नीले रंग के ग्रह को निहारते रहते हैं: एक ही दिन में शानदार सौंदर्य के अंतहीन नज़ारे उनकी आँखों के सामने से गुजरते हैं। हालाँकि वे दुनिया से अलग-थलग हैं लेकिन फिर भी लगातार होने वाली इसकी खींचतान से भागने का कोई विकल्प उनके पास नहीं है। उनकी बातचीत, उनके डर, उनके सपने, सब कुछ ही मानव जीवन की क्षणभंगुरता से लबरेज़ है। यह पुस्तक इस ग्रह पर हमारे जीवन के एक ऐसे स्वरूप से जोड़ती है, जिसके बारे में आपने पहले कभी सोचा तक नहीं होगा।

समैंथा हार्वी ऑर्बिटल, द वाइल्डरनेस, ऑल इज़ सॉन्ग, डियर थीफ़ और द वेस्टर्न विंड उपन्यासों और एक नॉन-फ़िक्शन कृति, द शेपलेस अनीस: ए ईयर ऑफ़ नॉट स्लीपिंग की लेखिका हैं। ऑर्बिटल बुकर पुरस्कार 2024 की विजेता थी, और उनके अन्य कार्यों को जेम्स टैट ब्लैक पुरस्कार, गार्जियन फ़र्स्ट बुक पुरस्कार और वाल्टर स्कॉट पुरस्कार के लिए चुना गया है। द वाइल्डरनेस को बेट्टी ट्रास्क पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

14/10/2025

त्योहारों की छुट्टियों में आप कुछ ऐसा पढ़ना चाहते हैं जो रोचक, ऐतिहासिक और कालजयी होने के साथ-साथ ज्ञानवर्धक भी हो तो हम लाए हैं ऐसी चार किताबें जो हमारे साहित्यिक इतिहास के साथ-साथ आपके भविष्य को भी मज़बूत करेंगी।

https://www.penguin.co.in/book/kamayani-2/
https://amzn.in/d/2Urjlo0
https://amzn.in/d/4MFtNZ3
https://www.penguin.co.in/book/kavi-kulguru-kalidas-%e0%a4%95%e0%a4%b5%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%81-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b8/

https://www.penguin.co.in/book/kavi-kulguru-kalidas-%e0%a4%95%e0%a4%b5%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%81-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b8/

https://amzn.in/d/2Urjlo0

मंत्रों के जाप की परंपरा बहुत प्राचीन और हमारे जमीनी संस्कारों से जुड़ी हुई है। इन परंपराओं को इनकी शुद्धता के साथ प्रास...
10/10/2025

मंत्रों के जाप की परंपरा बहुत प्राचीन और हमारे जमीनी संस्कारों से जुड़ी हुई है। इन परंपराओं को इनकी शुद्धता के साथ प्रासंगिक बनाए रखना एक चुनौती भी है। राधिका दास की ये किताब आधुनिक भाषा में भी भक्ति परंपराओं की शुद्धता, आदर्श और गंभीरता को सहेजती है। इसीलिए ये किताब मंत्रों के जाप के समृद्ध खजाने तक पहुँचने का रास्ता दिखाती है। ईश्वरीय शक्ति से जुड़ने और एक मजबूत संबंध की नींव रखती है। यह पुस्तक मंत्रों की बेमिसाल दुनिया में गोते लगवाकर उन्हें उसे समझाती है और उनका अनुभव कराती है।

राधिका दास लंदन में रहने वाले कीर्तन कलाकार और भक्ति योग के शिक्षक हैं, जो 16 वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने अपना जीवन लोगों को मंत्र, भक्ति योग और ध्यान के माध्यम से आध्यात्मिक तृप्ति पाने में मदद करने के लिए समर्पित कर दिया है। उनकी बातचीत और कार्यक्रम दुनिया भर के 30 से अधिक शहरों और देशों में फैले हुए हैं और वे पॉडकास्ट ‘फॉर सोल्स सेक’ के होस्ट भी हैं।

पुस्तक प्राप्ति का लिंकः https://www.amazon.in/dp/0143475347

Address


Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Penguin Swadesh posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share