24/07/2025
ओम् नमः शिवाय 🙏
सावन माह🌿 में पार्थिव शिवलिंग बनाकर करें पूजा🙏
शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है, और इसकी स्थापना व पूजन से घर में सकारात्मक ऊर्जा और शुभ फल प्राप्त होते हैं। शिव महापुराण में पार्थिव शिवलिंग पूजन की महिमा बताई गई है।
जानें मिट्टी से शिवलिंग बनाने की विधि:
सावन के महीने में खासतौर पर सावन की शिवरात्रि पर मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पूजन का विशेष महत्व है। इसे पार्थिव शिवलिंग भी कहा जाता है। पार्थिव शिवलिंग, मिट्टी से बना हुआ शिवलिंग होता है, जिसे भगवान शिव की पूजा के लिए बनाया जाता है।
इसके अनुसार, पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से धन, धान्य, आरोग्य और संतान की प्राप्ति होती है। शारीरिक-मानसिक क्लेश से मुक्ति मिलती है और अकाल मृत्यु का डर नहीं रहता है।
मान्यता है कि पार्थिव पूजन करने वाला दस हजार कल्प यानी करोड़ों साल तक स्वर्ग में रहता है। यह पार्थिव पूजन पुरुष और महिलाएं दोनों कर सकते हैं।
शिवपुराण में लिखा है कि पार्थिव पूजन सभी दुःखों को दूर करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है। प्रतिदिन पार्थिव पूजन करने वाले को इस लोक और परलोक में शिव भक्ति की प्राप्ति होती है।
पार्थिव शिवलिंग बनाने की विधि:
नदी-तालाब की मिट्टी में दूध, गाय के गोबर, चंदन, मक्खन और भस्म, पुष्प आदि मिलाकर उसका शोधन करें।
इसके बाद ओम नमः शिवाय मंत्र बोलते हुए मिट्टी से शिवलिंग बनाने की क्रिया शुरू करें।
इन सभी सामग्रियों को मिलाकर एक शिवलिंग का आकार दें। शिवलिंग को 2 अंगुल से अधिक ऊंचा नहीं होना चाहिए.
शिवलिंग को बनाने के बाद, गणेश जी, विष्णु भगवान, नवग्रह और माता पार्वती की पूजा करें.
अंत में, शिवलिंग का विधिवत पूजन और अभिषेक करें.
कलियुग में मोक्ष पाने के लिए और मनोकामनाओं की पूर्ति के पार्थिव शिवलिंग पूजन करना चाहिए।
कैसे करें पार्थिव पूजन:
प्रदोष काल का समय पार्थिव शिवलिंग पूजा के लिए शुभ होता है।
गणेश जी, विष्णु भगवान, नवग्रह और माता पार्वती का आह्वान करें।
ओम नम: शिवाय का जाप करते हुए शिवलिंग पर जल और पंचामृत चढ़ाएं।
इत्र, पुष्प, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करने के बाद आरती करें।
पुष्पांजलि के बाद भगवान से उनके स्थान पर जाने का निवेदन करें।
इसके बाद पार्थिव शिवलिंग को जल में विसर्जित कर दें।
पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन:
पार्थिव शिवलिंग को पूजा के बाद, घर के गमले में या किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर सकते हैं। मिट्टी से बना होने के कारण यह आसानी से विसर्जित हो जाता है।
पार्थिव शिवलिंग पूजन के लाभ:
पार्थिव शिवलिंग की पूजा से धन, धान्य, आरोग्य और पुत्र की प्राप्ति होती है
मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है
अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है
सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं