गौरी गोपाल श्री अनिरुद्ध चार्य जी महाराज Short Reels Fansh

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सनातन धर्म की ध्वजा को लेकर पूरे विश्व में लाखों-करोड़ों लोगों को गौरी गोपाल भगवान की भक्ति और अपनी अमृतमयी वाणी से सेवा, संस्कृति और संस्कारों से जोड़कर लोगों का जीवन बदलने वाले श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज

07/09/2025
*किशोरी जू की, अद्भुत, छवि बलिहार।**चम्पक वरनि गौर तनु अद्भुत, रूप माधुरी सार।**अंग अंग सुन्दरता अद्भुत, अगनित रति वउँ व...
06/09/2025

*किशोरी जू की, अद्भुत, छवि बलिहार।*
*चम्पक वरनि गौर तनु अद्भुत, रूप माधुरी सार।*
*अंग अंग सुन्दरता अद्भुत, अगनित रति वउँ वार।*
*उनकी चितवनि मुसुकनि अद्भुत, गवनि हंस रिझवार।*
*उनकी गति मति रति अति अद्भुत, मोहति नंदकुमार।*
*सब 'कृपालु' अद्भुत अति अद्भुत, अद्भुत मानी h

🙏🏻🌷रात्रि चिंतन🌷🙏🏻*किसी को समझ पाओ तो एक पल ही काफी है… और ना समझो तो पूरी जिंदगी भी कम पड़ जाती है। बिंदास जिंदगी जिये ...
05/09/2025

🙏🏻🌷रात्रि चिंतन🌷🙏🏻

*किसी को समझ पाओ तो एक पल ही काफी है… और ना समझो तो पूरी जिंदगी भी कम पड़ जाती है। बिंदास जिंदगी जिये साधारण रहे पर असाधारण दिखे, कठोर रहे पर सरल दिखे, चिंतित रहें पर शांत दिखे, शुरुआत करें पर विजयी जैसे दिखे, यही जिंदगी का तरीका होना चाहिए।*

*सिर और किरदार हमेशा ऊँचे रखें, अच्छे और बुरे दिन आते जाते रहते हैं। धीरे-धीरे ये बात भी समझ में आ जाती है, कि.... कुछ लोग गिराने के लिए "धक्का" नहीं, "सहारा" भी देते हैं। बाकी:- संघर्ष से कभी डरना नहीं चाहिए क्यूंकि यह भी एक कहानी है जो सफल होकर सबको सुनानी है....*

_*🌼🌺जय श्रीराधैकृष्ण जी🌺🌼*_
*🌹🌹श्रीकृष्णमय रात्रि🌹🌹*

05/09/2025

🍁 साँवरिया..👭👬
दो अक्षर #मोहब्बत के भी क्या कमाल दिखाते हैं.!!
💢लगते हैं दिल पर और #चेहरे खिल जाते है.!!
🌳मुस्कान तेरी प्यारे जग में सब से प्यारी है,
इसलिए तो कान्हा ये जान तुझ पर वारी है
🙏💖जय श्री राधे राधे💖🙏
💐💐💐 जय श्री कृष्ण

❤️🔝❤️🔝❤️

🌹🚩*कठोरता-विनम्रता सामंजस्य**जीवन में कठोरता का भी अपना स्थान है। कभी-कभी जहाँ विनय काम नहीं आता वहाँ कठोरता काम कर जाती...
05/09/2025

🌹🚩*कठोरता-विनम्रता सामंजस्य*

*जीवन में कठोरता का भी अपना स्थान है। कभी-कभी जहाँ विनय काम नहीं आता वहाँ कठोरता काम कर जाती है। हमारी विनम्रता से किसी का अहित हो रहा हो तो उस विनम्रता से वो कठोरता कई गुना अधिक अच्छी है, जिससे किसी का हित हो जाए। जोड़ने के लिए नर्म बनो और जोड़े रखने के लिए कठोर बनने की सीख हमें सीमेंट से सीखनी चाहिए।*

*सदा विनम्र रहो लेकिन जहाँ पर हमारी विनम्रता किसी श्रेष्ठ कार्य के साथ-साथ हमारे व सामने वाले के हित में बाधक बन रही हो वहाँ पर थोड़ा कठोरता दिखाकर उस श्रेष्ठ कार्य की परिपूर्णता ही श्रेयस्कर हो जाती है। परिवार का मुखिया नर्म न हो तो परिवार का जुड़ना कठिन है और परिवार का मुखिया कठोर न हो तो परिवार का जुड़े रहना भी कठिन ही है*

सठ सन बिनय कुटिल सन प्रीति।
सहज कृपन सन सुंदर नीति॥

*संसार तब तक साथ देता है जब तक हम मजबूत हैं, दुर्बल पड़ते ही सब किनारा कर लेते हैं। इसलिए स्वयं को संभालना सीखो ।

आत्मरक्षा में धर्मयुद्ध करना मनुष्य का परम धर्म है*

श्रृंगार दर्शन श्री लाड़ली जी बरसाना धाम  #श्री_राधे 🙏🏻🌹🙏🏻"हम क्या थे और क्या बना दिया आपकी यादों में मधुसूदन हमें रोना ...
05/09/2025

श्रृंगार दर्शन श्री लाड़ली जी बरसाना धाम
#श्री_राधे 🙏🏻🌹🙏🏻
"हम क्या थे और क्या बना दिया आपकी यादों में मधुसूदन हमें रोना सिखा दिया..!!"
"रहेंगे कर्ज़दार हम उम्र भर आप श्री अनिरुद्ध के जिन्होंने हमें वृन्दावन का पता बता दिया..!!

*🙏एक बेटी की अर्जी:* *"पापा! आज आप मेरी एक बात मानेंगे...?"*  *पापा: "गुटखा छोड़ने के अलावा जो भी कहेगी, सब मानूंगा।"*  ...
04/09/2025

*🙏एक बेटी की अर्जी:*

*"पापा! आज आप मेरी एक बात मानेंगे...?"*
*पापा: "गुटखा छोड़ने के अलावा जो भी कहेगी, सब मानूंगा।"*

*बेटी: "मैं आपसे गुटखा छोड़ने को नहीं कहूंगी बस इतना चाहती हूं कि आप सुबह से शाम तक जितना गुटखा खाते हैं, वह सब आकर मुझे बता दिया करें।"*
*पापा: "हाँ, मैं तुझे वचन देता हूँ कि बिलकुल सच्चाई से तुझे सब कुछ बता दूँगा।"*

*फिर बेटी ने दूसरी बात रखी: "अगर मैं कुछ और मांगू तो देंगे?"*

*पापा: "हाँ बेटा! ज़रूर दूँगा,आज तेरा जन्मदिन है, जो मांगेगी, वो दूँगा।"*

*बेटी: "पर आप पलट तो नहीं जाएंगे ना...?"*
*पापा ने कहा: "तेरे सामने कभी नहीं पलटूंगा।"*

*बेटी ने मौका देखकर कहा,"जितनी बार आप दिनभर गुटखा खाएं, उतने ही थप्पड़ आपको शाम को घर आकर मेरे गाल पर जोर से मारने होंगे।"*

*बेटी की बात सुनकर पिता स्तब्ध रह गए,पिता के पैरों तले से ज़मीन खिसक गई।*
*पिता बोले: "अपने जान के टुकड़े को मैं थप्पड़ मारूं...?"*

*तब बेटी ने कहा:*
*"पापा! भगवान न करे, पर अगर गुटखा खाने से जो नुकसान होता है, वो आपको भी हो गया और आप हमारे बीच नहीं रहे, तो दुनिया आपकी गैर मौजूदगी में हमें ऐसे तमाचे मारेगी जिन्हें मैं कभी सह नहीं पाऊंगी।"*

*"आपके थप्पड़ मैं सह सकती हूँ पापा, लेकिन दुनिया के ताने नहीं!"*

*बेटी की बात सुनकर पिता का दिल पिघल गया जो गुटखा कोई नहीं छुड़ा सका, वो गुटखा बेटी ने हमेशा के लिए छुड़वा दिया।आशा करते हैं कि हर परिवार,समाज और देश को ऐसे बेटे-बेटियाँ मिलें, और साथ ही ऐसे पिता भी,जो अपने बच्चों की भावनाओं को समझ सकें।*

👏

_भगवान श्री गणेश के 32 मंगलकारी स्वरूप_              || ॐ गं गणपतये नमः || ----------------------------------------     ...
04/09/2025

_भगवान श्री गणेश के 32 मंगलकारी स्वरूप_

|| ॐ गं गणपतये नमः ||
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"मुद्गल पुराण"

श्री गणेश बुद्धि और विद्या के देवता है। जीवन को विघ्र और बाधा रहित बनाने के लिए श्री गणेश उपासना बहुत शुभ मानी जाती है। इसलिए हिन्दू धर्म के हर मंगल कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश की उपासना की परंपरा है। माना जाता है कि श्री गणेश स्मरण से मिली बुद्धि और विवेक से ही व्यक्ति अपार सुख, धन और लंबी आयु प्राप्त करता है।

धर्मशास्त्रों में भगवान श्री गणेश के मंगलमय चरित्र, गुण, स्वरूपों और अवतारों का वर्णन है। भगवान को आदिदेव मानकर परब्रह्म का ही एक रूप माना जाता है। यही कारण है कि अलग-अलग युगों में श्री गणेश के अलग-अलग अवतारों ने जगत के शोक और संकट का नाश किया। इसी कड़ी में मुद्गल पुराण के मुताबिक भगवान श्री गणेश के ये 32 मंगलकारी स्वरूप नाम के मुताबिक भक्त को शुभ फल देते हैं।

1. श्री बाल गणपति 👉 छ: भुजाओं और लाल रंग का शरीर....

2. श्री तरुण गणपति 👉 आठ भुजाओं वाला रक्तवर्ण शरीर....

3. श्री भक्त गणपति 👉 चार भुजाओं वाला सफेद रंग का शरीर....

4. श्री वीर गणपति 👉 दस भुजाओं वाला रक्तवर्ण शरीर....

5. श्री शक्ति गणपति 👉 चार भुजाओं वाला सिंदूरी रंग का शरीर....

6. श्री द्विज गणपति 👉 चार भुजाधारी शुभ्रवर्ण शरीर....

7. श्री सिद्धि गणपति 👉 छ: भुजाधारी पिंगल वर्ण शरीर....

8. श्री विघ्न गणपति 👉 दस भुजाधारी सुनहरी शरीर....

9. श्री उच्चिष्ठ गणपति 👉 चार भुजाधारी नीले रंग का शरीर....

10. श्री हेरम्ब गणपति 👉 आठ भुजाधारी गौर वर्ण शरीर....

11. श्री उद्ध गणपति 👉 छ: भुजाधारी कनक यानि सोने के रंग का शरीर....

12. श्री क्षिप्र गणपति 👉 छ: भुजाधारी रक्तवर्ण शरीर....

13. श्री लक्ष्मी गणपति 👉 आठ भुजाधारी गौर वर्ण शरीर....

14. श्री विजय गणपति 👉 चार भुजाधारी रक्त वर्ण शरीर....

15. श्री महागणपति 👉 आठ भुजाधारी रक्त वर्ण शरीर

16. श्री नृत्त गणपति 👉 छ: भुजाधारी रक्त वर्ण शरीर....

17. श्री एकाक्षर गणपति 👉 चार भुजाधारी रक्तवर्ण शरीर....

18. श्री हरिद्रा गणपति 👉 छ: भुजाधारी पीले रंग का शरीर....

19. श्री त्र्यैक्ष गणपति 👉 सुनहरे शरीर, तीन नेत्रों वाले चार भुजाधारी

20. श्री वर गणपति 👉 छ: भुजाधारी रक्तवर्ण शरीर....

21. श्री ढुण्डि गणपति 👉 चार भुजाधारी रक्तवर्णी शरीर....

22. श्री क्षिप्र प्रसाद गणपति 👉 छ: भुजाधारी रक्ववर्णी, त्रिनेत्र धारी....

23. श्री ऋण मोचन गणपति 👉 चार भुजाधारी लालवस्त्र धारी....

24. श्री एकदन्त गणपति 👉 छ: भुजाधारी श्याम वर्ण शरीर धारी....

25. श्री सृष्टि गणपति 👉 चार भुजाधारी, मूषक पर सवार रक्तवर्णी शरीर धारी....

26. श्री द्विमुख गणपति 👉 पीले वर्ण के चार भुजाधारी और दो मुख वाले....

27. श्री उद्दण्ड गणपति 👉 बारह भुजाधारी रक्तवर्णी शरीर वाले, हाथ में कुमुदनी और अमृत का पात्र होता है।....

28. श्री दुर्गा गणपति 👉 आठ भुजाधारी रक्तवर्णी और लाल वस्त्र पहने हुए।....

29. श्री त्रिमुख गणपति 👉 तीन मुख वाले, छ: भुजाधारी, रक्तवर्ण शरीर धारी....

30. श्री योग गणपति 👉 योगमुद्रा में विराजित, नीले वस्त्र पहने, चार भुजाधारी....

31. श्री सिंह गणपति –👉 श्वेत वर्णी आठ भुजाधारी, सिंह के मुख और हाथी की सूंड वाले....

32. श्री संकष्ट हरण गणपति 👉 चार भुजाधारी, रक्तवर्णी शरीर, हीरा जडि़त मुकूट पहने....

|| ॐ गं गणपतये नमः ||

मेरे मालिक .......🌹🙏तेरे मोर पंख की छाया में जब हमने अपने आप को पाया है...दिल से कहता हूँ...पूरी कायनात मे सबसे ज्यादा ख...
04/09/2025

मेरे मालिक .......🌹🙏

तेरे मोर पंख की छाया में
जब हमने अपने आप को पाया है...
दिल से कहता हूँ...
पूरी कायनात मे सबसे ज्यादा
खुशकिस्मत अपने आप को पाया है....


🌺श्याम बाबा के श्री चरणों में सहपरिवार बारस की धोक,बाबा हम पे कृपा ऐसे ही हमेशा बनाये रखना🙏🏻

🌺🌺🌺🌺
Radhe राधे
🚩🙏🌹जय श्री श्याम 🌹🙏🚩

*व्यर्थ की चिंता*एक व्यक्ति बहुत दिनों से तनावग्रस्त चल रहा था जिसके कारण वह काफी चिड़चिड़ा तथा क्रोध में रहने लगा था। व...
03/09/2025

*व्यर्थ की चिंता*
एक व्यक्ति बहुत दिनों से तनावग्रस्त चल रहा था जिसके कारण वह काफी चिड़चिड़ा तथा क्रोध में रहने लगा था।
वह सदैव इस बात से परेशान रहता था कि घर के सारे खर्चे उसे ही उठाने पड़ते हैं, पूरे परिवार की जिम्मेदारी उसी के ऊपर है, किसी ना किसी रिश्तेदार का उसके यहाँ रोज आना जाना लगा ही रहता है, उसे बहुत ज्यादा ख़र्च करना पड़ता है आदि - आदि।
इन्ही बातों को सोच सोच कर वह अक़्सर बहुत परेशान रहता था, अपने बच्चों को अक्सर डांट देता था तथा अपनी पत्नी से भी अधिकतर उसका किसी न किसी बात पर झगड़ा होता रहता था।
इसी प्रकार समय बीत ता गया ।
एक दिन उसका बेटा उसके पास आया और बोला...... पिताजी मेरा स्कूल का होमवर्क करा दीजिये प्लीज।
वह व्यक्ति पहले से ही तनाव में था, इसलिए उसने बेटे को जोर से डांट कर भगा दिया, लेकिन जब थोड़ी देर बाद उसका क्रोध शांत हुआ तो वह बेटे के पास गया। उसने देखा कि बेटा गहरी नींद में सोया हुआ है और उसके हाथ में उसके होमवर्क की कॉपी है।
उसने धीरे से जब कॉपी लेकर जैसे ही नीचे रखनी चाही, उसकी नजर होमवर्क के टाइटल पर पड़ी।
होमवर्क का टाइटल था.....वे चीजें जो हमें शुरू में अच्छी नहीं लगतीं, लेकिन बाद में वे अच्छी ही होती हैं।
इस टाइटल पर बच्चे को एक पैराग्राफ लिखना था जो उसने लिख लिया था। उत्सुकतावश उसने बच्चे का लिखा पढना शुरू किया बच्चे ने लिखा था...
मैं अपने फाइनल एग्जाम को बहुंत धन्यवाद् देता हूँ क्योंकि शुरू में तो ये बिलकुल अच्छे नहीं लगते लेकिन इनके बाद स्कूल की छुट्टियाँ पड़ जाती हैं।
मैं ख़राब स्वाद वाली कड़वी दवाइयों को बहुत धन्यवाद् देता हूँ क्योंकि शुरू में तो ये कड़वी लगती हैं लेकिन ये मुझे बीमारी से ठीक करती हैं।
मैं सुबह - सुबह जगाने वाली उस अलार्म घड़ी को बहुत धन्यवाद् देता हूँ जो मुझे हर सुबह बताती है कि मैं जीवित हूँ।
मैं ईश्वर को भी बहुत धन्यवाद देता हूँ जिसने मुझे इतने अच्छे पिता दिए क्योंकि उनकी डांट मुझे शुरू में तो बहुत बुरी लगती है लेकिन वो मेरे लिए खिलौने लाते हैं, मुझे घुमाने ले जाते हैं और मुझे अच्छी अच्छी चीजें खिलाते हैं और मुझे इस बात की ख़ुशी है कि मेरे पास पिता हैं क्योंकि मेरे दोस्त राजू के तो पिता ही इस दुनिया में नहीं हैं।
बच्चे का होमवर्क पढने के बाद वह व्यक्ति जैसे अचानक नींद से जाग गया हो। उसकी सोच बदल सी गयी। बच्चे की लिखी बातें उसके दिमाग में बार बार घूम रही थी। खासकर वह अंतिम वाली लाइन। उसकी नींद उड़ गयी थी। फिर वह व्यक्ति थोडा शांत होकर बैठा और उसने अपनी परेशानियों के बारे में सोचना शुरू किया...
मुझे घर के सारे खर्चे उठाने पड़ते हैं, इसका मतलब है कि मेरे पास घर है और ईश्वर की कृपा से मैं उन लोगों से बेहतर स्थिति में हूँ जिनके पास घर नहीं है।
मुझे पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ती है, इसका मतलब है कि मेरा परिवार है, पत्नी बच्चे हैं और ईश्वर की कृपा से मैं उन लोगों से ज्यादा खुशनसीब हूँ जिनके पास परिवार नहीं हैं और वो दुनियाँ में बिल्कुल अकेले हैं।
मेरे यहाँ कोई ना कोई मित्र या रिश्तेदार आता जाता रहता है, इसका मतलब है कि मेरी एक सामाजिक हैसियत है और मेरे पास मेरे सुख दुःख में साथ देने वाले लोग हैं।
मैं बहुत ज्यादा ख़र्च करता हूँ, इसका मतलब है कि मेरे पास अच्छी नौकरी है और मैं उन लोगों से बेहतर हूँ जो बेरोजगार हैं या पैसों की वजह से बहुत सी चीजों और सुविधाओं से वंचित हैं।
हे ! मेरे भगवान् ! तेरा बहुंत बहुंत धन्यवाद मुझे क्षमा करना, मैं तेरी कृपा को पहचान नहीं पाया।
इसके बाद उसकी सोच एकदम से बदल गयी, उसकी सारी परेशानी, सारी चिंता एक दम से जैसे ख़त्म हो गयी। वह एकदम से बदल सा गया। वह भागकर अपने बेटे के पास गया और सोते हुए बेटे को गोद में उठाकर उसके माथे को चूमने लगा और अपने बेटे को तथा ईश्वर को धन्यवाद देने लगा।
*बन्धुओ...हमारे सामने जो भी परेशानियाँ हैं, हम जब तक उनको नकारात्मक नज़रिये से देखते रहेंगे तब तक हम गंभीर परेशानियों से घिरे रहेंगे, लेकिन जैसे ही हम उन्हीं चीजों को, उन्ही परिस्तिथियों को सकारात्मक नज़रिये से देखेंगे, हमारी सोच एकदम से बदल जाएगी, हमारी सारी चिंताएं, सारी परेशानियाँ, सारे तनाव एक दम से ख़त्म हो जायेंगे और हमें मुश्किलों से निकलने के नए-नए रास्ते दिखाई देने लगेंगे..!!*
🌺🙏🏻जय श्री राधे कृष्णा जय श्री राधे कृष्णा.🙏🏻🌺

परिवर्तनीय व्रत कथा:एक समय की बात है, एक गांव में एक गरीब परिवार रहता था। उनकी बेटी का नाम सीता था। सीता बहुत ही भोली और...
03/09/2025

परिवर्तनीय व्रत कथा:

एक समय की बात है, एक गांव में एक गरीब परिवार रहता था। उनकी बेटी का नाम सीता था। सीता बहुत ही भोली और सच्ची थी। उसने एक दिन परिवर्तनीय व्रत रखने का निर्णय लिया, जिसमें वह अपने परिवार की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए भगवान से प्रार्थना करेगी।

सीता ने व्रत रखा और भगवान की पूजा की। उसने अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। भगवान उसकी भक्ति से प्रसन्न हुए और उसके परिवार को सुख-समृद्धि और खुशहाली से भर दिया।

परिवर्तनीय व्रत की महिमा से सीता का परिवार धन्य हो गया। सीता की कहानी गांव में फैल गई और लोगों ने भी परिवर्तनीय व्रत रखना शुरू कर दिया।

इस व्रत को रखने से परिवार में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है और भगवान की कृपा बनी रहती है।

आप इस कथा को अपने परिवार और दोस्तों के साथ बांट सकते हैं और परिवर्तनीय व्रत की महिमा को समझा सकते हैं।
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03/09/2025

एकादशी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं श्री श्याम सुंदर आप सभी की मनोकामना पूरी करें राधे-राधे 🌺

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