06/04/2025
*भारतीय मन*
भारतीय मन हर स्थितिमें *राम* को साक्षी बनाने का आदी है।
*दुःख में* --
"हे राम"
*पीड़ा में* --
"ओह राम"
*लज्जा में* --
"हाय राम"
*अशुभ में* --
"अरे राम राम"
*अभिवादन में*--
"राम राम"
*शपथ में*--
"राम दुहाई"
*अज्ञानता में* --
"राम जाने"
*अनिश्चितता में* --
"राम भरोसे"
*अचूकता के लिए*--
"रामबाण"
*सुशासन के लिए*--
"रामराज्य"
*मृत्यु के समय* --
"राम नाम सत्य"
*जैसी अभिव्यक्तियां पग-पग पर "राम"को साथ खड़ा करतीं हैं।*
*"राम"भी इतने सरल हैं कि...*
हर जगह खड़े हो जाते हैं।
जिसका कोई नहीं...उसके *"राम"* हैं
*"निर्बल" के बल "राम"।*
हमारा कारोबार भी
*"राम के हवाले"*
*सबको दिल से राम राम*
🙏🙏