23/08/2025
✨ हारे का सहारा – खाटू श्याम हमारा ✨
खाटू श्याम जी, जिनको कलियुग का कृष्ण कहा जाता है, भक्तों के लिए आस्था और विश्वास का सबसे बड़ा केंद्र हैं। राजस्थान के सीकर जिले के छोटे से गाँव खाटू में स्थित यह धाम आज पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
खाटू श्याम जी का वास्तविक नाम बारबारिक था। वे भीम पुत्र घटोत्कच के बेटे थे और महाभारत काल के महान योद्धाओं में से एक माने जाते हैं। उनकी वीरता और त्याग से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया था कि कलियुग में वे "श्याम" नाम से पूजे जाएँगे और उनके दरबार में आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूरी होगी।
भक्त सच्चे मन से श्याम जी को याद करते हैं तो उनकी झोली कभी खाली नहीं लौटती। कहा भी गया है –
"जो माँगे श्याम से, वह पाए श्याम से,
ना कोई खाली जाए दरबार से।"
खाटू धाम में प्रवेश करते ही भक्ति और श्रद्धा का ऐसा माहौल मिलता है जो मन को शांति और आत्मा को सुकून से भर देता है। फूलों की सुगंध, भजनों की गूंज और बाबा की दयालु मूर्ति देखकर आँखें श्रद्धा से नम हो जाती हैं।
हर साल फाल्गुन मेला में लाखों भक्त बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं। दूर-दूर से लोग "जय श्री श्याम" का जयघोष करते हुए खाटू पहुँचते हैं और अपनी आत्मा को बाबा की कृपा में समर्पित कर देते हैं।
बाबा श्याम का दरबार सच में "हारे का सहारा" है।
जो टूट चुका है, हारा हुआ है, निराश है – श्याम जी उसका सहारा बनते हैं।
🙏 आइए, सच्चे मन से पुकारें –
जय श्री श्याम 🙏💐
"हारे का सहारा, खाटू श्याम हमारा 🙏💐
जिसे सच्चे दिल से पुकारो, श्याम जी उसकी झोली खुशियों से भर देते हैं।
जय श्री श्याम 💕✨"
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