26/07/2025
गिरिडीह जिला उपायुक्त रामनिवास यादव शनिवार को गिरिडीह के जीतपुर पंचायत अंतर्गत पहाड़पुर गांव पहुंचे, जहां उन्होंने मूंगफली की खेती, धान की रोपाई, पानी टंकी और डीप बोरिंग जैसी कृषि एवं सिंचाई से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का स्थल पर जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ किसानों से सीधी बातचीत की बल्कि खेतों में उतर कर खुद किसान के हल से खेत जोतने का कार्य भी किया।
डीसी को खेत में हल चलाता देख ग्रामीणों और किसानों में उत्साह की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों के अनुसार यह पहली बार था जब किसी उच्च अधिकारी ने जमीन पर उतरकर उनके काम को इतने करीब से देखा और समझा। यह दृश्य पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गया।
निरीक्षण के क्रम में डीसी ने मूंगफली की खेती की स्थिति का जायजा लिया और बीज की गुणवत्ता, मात्रा और उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि बीज वितरण में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित हो और प्रत्येक किसान को समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराया जाए।
धान रोपाई की स्थिति का आकलन करते हुए डीसी ने बीज वितरण व्यवस्था और अन्य आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किसानों की समस्याओं के प्रति पूरी तरह सजग और संवेदनशील है। बीज विक्रेताओं की गतिविधियों पर निगरानी रखने और किसी भी प्रकार की कालाबाजारी या अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई करने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया गया।
सिंचाई योजनाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने पानी टंकी और डीप बोरिंग की कार्यप्रणाली की स्थिति का अवलोकन किया और अधिकारियों से कहा कि सभी जलस्रोतों को ठीक ढंग से संचालित किया जाए ताकि खेतों की सिंचाई निर्बाध रूप से हो सके।
निरीक्षण के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रतिनिधि, आत्मा उपनिदेशक, कृषि प्रबंधक सहित कई संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। डीसी ने निर्देश दिया कि अधिकारी लगातार किसानों के संपर्क में रहें और उनके समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें।
उपायुक्त रामनिवास यादव की लगातार ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिनमें वे सीधे तौर पर आम लोगों से जुड़ते हुए दिखते हैं। कभी वे पानी टंकी पर चढ़कर जलापूर्ति की स्थिति की जांच करते हैं, तो कभी स्कूल में बच्चों के लिए बन रहे भोजन की रसोई में जाकर खुद कलछुल चलाते नजर आते हैं। अब इसी क्रम में किसानों का मनोबल बढ़ाने के लिए खेत में हल चलाते उनकी तस्वीरें सामने आई हैं, जो यह दर्शाती हैं कि वे केवल आदेश देने तक सीमित नहीं, बल्कि ज़मीनी हकीकत को समझने के लिए खुद मौके पर मौजूद रहते हैं।