The Historic Journey of Jharkhand

  • Home
  • The Historic Journey of Jharkhand

The Historic Journey of Jharkhand This page traces the evolution & transformation of the Jharkhandi identity over the last half century

हमारा एक मात्र उद्देश्य यह है की आने वाली पीढ़ी झारखण्ड के इतिहास को जाने और यह समझे की झारखण्ड का निर्माण एक लम्बे अथक समर का प्रतिफल है।

12/12/2025

स्वतंत्रता सेनानी एवं कोल विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वीर बुली महतो के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर झारखंड निर्माताओं में से एक पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो जी ने उनके इतिहास के महत्व को प्रकाशित किया ।
#झारखंड
#स्वतंत्रता_सेनानी
#वीर_बुली_महतो
#कोल_विद्रोह

Shailendra Mahto

मधुसूदन महतो : स्वतंत्रता से झारखंड आंदोलन तक की अद्वितीय संघर्ष-यात्रा✍️ लेखक : राजेन्द्र प्रसाद महतो 'राजेन'स्वतंत्रता...
10/12/2025

मधुसूदन महतो : स्वतंत्रता से झारखंड आंदोलन तक की अद्वितीय संघर्ष-यात्रा
✍️ लेखक : राजेन्द्र प्रसाद महतो 'राजेन'

स्वतंत्रता आन्दोलन, स्वदेशी आन्दोलन, भूदान आन्दोलन से लेकर झारखंड आंदोलन तक—मधुसूदन महतो सक्रियता पूर्वक और साहस के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे। उनकी राजनीतिक जागरूकता, सामाजिक समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को आज भी क्षेत्र की जनता सम्मानपूर्वक स्मरण करती है।

जन्म व पारिवारिक पृष्ठभूमि

मधुसूदन महतो का जन्म 11 दिसम्बर 1911 को पश्चिम सिंहभूम जिले के पोड़ाहाट पीड़ अन्तर्गत आसनतलिया गाँव में एक साधारण कृषक परिवार में हुआ।

पिता : सुदर्शन महतो
माता : मुक्ता देवी
दीर्घ संघर्षपूर्ण जीवन के पश्चात् 12 दिसम्बर 1989 को उनका निधन हुआ।

शिक्षा व विद्वता मिडिल पास होने के बावजूद वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। आयुर्वेद के ज्ञाता
हिन्दी, अंग्रेजी, उड़िया, बंगला और हो भाषा के जानकार उनका जीवन सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संरचनाओं से गहराई तक जुड़ा हुआ था।

पंचायती नेतृत्व व जनसेवा
पहली पंचायत चुनाव से लेकर 1971 तक वे आसनतलिया ग्राम पंचायत के मुखिया रहे।
हर सुबह उनके आवास पर जन-अदालत जैसी पंचायती लगती थी, जहाँ वे

भूमि-विवाद, पारिवारिक मामले, आपसी झगड़े
आदि को सहजता से निबटाते थे। उनके निर्णय सर्वमान्य होते थे और अधिकतर मामलों को वे अदालत तक जाने से रोक देते थे।

स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका
स्वतंत्रता सेनानी नागेश्वर पंडित के सम्पर्क में आने के बाद वे स्वदेशी और स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुएव वे महात्मा गांधी के कट्टर समर्थक थे और जीवनभर खादी धारण करते रहे।

चार मई 1934 को गांधीजी के चक्रधरपुर आगमन पर वे स्वागत व कार्यक्रम संचालन में अग्रणी भूमिका में थे। इस ऐतिहासिक आगमन ने कोल्हान क्षेत्र के आंदोलनकारियों में नई ऊर्जा का संचार किया।

उनके निकट सहयोगी स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल थे— मंगल प्रसाद, गोपाल कुम्हार, सोहराय राम, कमल कृष्ण महतो, गंगाधर महतो, आचार्य शशिकर, सामुचरण तुबिड, काली प्रसन्न षाड़ंगी, द्वारिका प्रसाद मिश्र, आर.एन. राव, शिवचरण महतो आदि।

भूदान आंदोलन
वर्ष 1954–55 में वे विनोबा भावे के सम्पर्क में आए और भूदान आंदोलन से प्रभावित होकर 25 डिसमिल भूमि गरीब एवं भूमिहीन परिवारों को दान में दी।

कुड़मी समाज में योगदान
वे कुड़मी (कुरमी) समाज के कई राष्ट्रीय महाधिवेशनों में सक्रिय भागीदार रहे और समाजिक उत्थान के लिए निरंतर कार्य करते रहे।

झारखंड आंदोलन में सहभागिता
वर्ष 1970 के बाद जब झारखंड आंदोलन तेज हुआ, तब शहीद निर्मल महतो (निर्मल दा) 1977–78 में चक्रधरपुर आए और पहली ही भेंट में मधुसूदन महतो से प्रभावित हो गए।

निर्मल दा, शैलेन्द्र महतो (पूर्व सांसद), बहादुर उराँव (पूर्व विधायक), सुला पुरती, पीरू हेम्बोम, शहीद मछुआ गागराई, भुवनेश्वर महतो आदि अक्सर उनके आवास पर रुककर आंदोलन की रणनीति तैयार करते थे। निर्मल दा कई बार उनके घर पर रात्रि-विश्राम भी करते थे।

आंदोलनकारियों पर पुलिस अत्याचार होने पर मधुसूदन महतो हमेशा थाना पहुँच कर न्याय के लिए खड़े होते थे। झारखंड आंदोलनकारी एवं पूर्व विधायक बहादुर उराँव उन्हें अपना राजनीतिक परामर्शदाता मानते थे।

स्थायी संस्थाएँ व विरासत
मधुसूदन बाबू की स्मृति में चक्रधरपुर में कई संस्थाएँ संचालित हैं—

मधुसूदन मेमोरियल एजुकेशन सोसाइटी
मधुसूदन महतो उच्च विद्यालय
मधुसूदन पब्लिक स्कूल
मधुसूदन रेसिडेन्शियल इंस्टीच्यूशन

ये संस्थाएँ उनके समाज-सेवा और संघर्षपूर्ण जीवन की विरासत को आज भी आगे बढ़ा रही है।

Post credits : Kudmi Bandhu "Totemic"

चार वर्षों की सांस्कृतिक यात्रा और 19 एतिहासिक आयोजनबृहद झाड़खण्ड कला संस्कृति मंच के बैनर तले पिछले तीन वर्षों में छोटा...
07/12/2025

चार वर्षों की सांस्कृतिक यात्रा और 19 एतिहासिक आयोजन

बृहद झाड़खण्ड कला संस्कृति मंच के बैनर तले पिछले तीन वर्षों में छोटानागपुर पठार के कुड़मि जनजाति के संस्कृति–प्रेमी युवाओं ने एक अद्भुत सांस्कृतिक जागरण का कार्य किया है।
अपने घर–आंगन तक सीमित पर्व–त्योहारों को कुड़मि बहुल क्षेत्रों से बाहर निकालकर पूरे देश में परिचित कराने का यह प्रयास अत्यंत सफल रहा है।

अब तक कुल 19 बृहद कार्यक्रमों का आयोजन मंच द्वारा किया जा चुका है, और वर्तमान में 2 "डहरे टुसू" कार्यक्रम आयोजित होने जा रहे हैं।
सभी आयोजन एतिहासिक, भव्य और समाज की एकता, संख्या, क्षेत्र, भाषा, कला तथा संस्कृति के स्पष्ट प्रदर्शन का प्रमाण रहे हैं।

वर्षवार प्रमुख आयोजन
वर्ष 2022
1. डहरे करम — बोकारो
2. डहरे सोहराइ चांचर — बरदखुंटा, रामगढ़
3. डहरे टुसू — धनबाद

वर्ष 2023
1. डहरे टुसू — जमशेदपुर
2. डहरे करम — बोकारो
3. डहरे सोहराइ चांचर — बरदखुंटा, रामगढ़
4. डहरे सोहराइ — 81 गुस्टी, 81 किलोमीटर, 81 अखड़ा, जी.टी. रोड
5. डहरे टुसू — धनबाद

वर्ष 2024
1. डहरे टुसू — जमशेदपुर
2. डहरे करम — बोकारो
3. डहरे करम — गोड्डा
4. डहरे सोहराइ — 81 गुस्टी, 81 किलोमीटर, 81 अखड़ा, जी.टी. रोड
5. डहरे टुसू — धनबाद

वर्ष 2025
1. डहरे टुसू — जमशेदपुर
2. डहरे करम — बोकारो
3. डहरे करम — गोड्डा
4. डहरे सोहराइ — 81 गुस्टी, 81 किलोमीटर, 81 अखड़ा, जी.टी. रोड
5. डहरे सोहराइ — रांची
6. डहरे सोहराइ चांचर — बरदखुंटा, रामगढ़

होने जा रहा है
7. 31 दिसंबर — डहरे टुसू, धनबाद

नववर्ष 2026 की शुभ शुरुआत
4 जनवरी — डहरे टुसू, जमशेदपुर

कुड़मि समाज की सांस्कृतिक धरोहर का स्वर्णिम प्रदर्शन ,इन तीन वर्षों की पूरी यात्रा में कुड़मि समाज ने— अपनी संख्या, संगठन, क्षेत्रीय विस्तार, भाषा, कला और समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं
का भव्य और प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।

बृहद झाड़खण्ड कला संस्कृति मंच की यह निरंतर यात्रा आने वाले समय में और भी बड़े सांस्कृतिक इतिहास का निर्माण करेगी।

#झारखंड
#टुसू_परब

06/12/2025

माननीय पूर्व सांसद श्री शैलेंद्र महतो ने सरायकेला के बड़ा काकड़ा मैदान में आयोजित एक जनसभा में कहा,

"एक समय था जब लालू प्रसाद यादव कहते थे कि झारखंड उनकी लाश पर बनेगा, लेकिन झारखंड का निर्माण हो गया। उसी तरह, मुझे पूरा विश्वास और उम्मीद है कि कुड़मी समुदाय भी अनुसूचित जनजाति में शामिल होगा "
श्री शैलेंद्र महतो (झारखंड आंदोलनकारी सह पूर्व सांसद)
________________________________
VIDEO CREDITS: https://youtu.be/LHukzb3ncow
Public Action News






#आदिवासी_कुड़मी
#झारखंड

04/12/2025

"यह टॉर्चर सहते सहते 50 वर्ष से ज्यादा होगया अध्यक्ष महोदय ,हम लोग बहुत दुखी है और यह दुख का अंतिम घड़ी भी हम लोग झेल ले रहे है " : श्रीमती आभा महतो (सांसद,जमशेदपुर)
_______________________________________
बिहार राज्य पुर्नगठन बिल,2000 पेश करने के दौरान जब आरजेडी की सांसद कांति देवी से भीड़ गई थी भाजपा की फायरब्रांड सांसद आभा महतो ,तब पूरे सदन में उन्होंने यह कहां था।
Vc - लोकसभा दूरदर्शन

#लोकसभा
#आभा_महतो


#झारखंड
BJP Jharkhand
PMO India
Narendra Modi
Hemant Soren
Amit Shah
Babulal Marandi
Bhanu Pratap Shahi
Jairam Kumar Mahato
Bharatiya Janata Party (BJP)

03/12/2025

परमवीर चक्र अलबर्ट एक्का जी के शहादत पे हुल उलगुलान
🏹🏹🏹🏹🏹

02/12/2025

झारखंड के 25 वर्ष पूरे हो गए, मैं कौन हूं , मेरी पहचान क्या है, यह एक बड़ा प्रश्न है कि आज तक किसी भी सरकार ने इतने वर्षों में झारखंडियों के लिए स्थानीय नीति क्यों नहीं बनाई : श्रीमती आभा महतो (पूर्व सांसद)

#झारखंड_आंदोलन
#सांसद


#लोकसभा
BJP Jharkhand
Narendra Modi
Hemant Soren
Vc - https://youtu.be/1AYZ-3WIKK8?si=t93v8wvDuw2rpL7s

28 नवम्बर 1977 को झारखंड विरोधी मानसिकता वाले नेताओं, पूँजीपतियों और माफियाओं ने शक्तिनाथ दा की हत्या कर उनकी भविष्यवाणी...
28/11/2025

28 नवम्बर 1977 को झारखंड विरोधी मानसिकता वाले नेताओं, पूँजीपतियों और माफियाओं ने शक्तिनाथ दा की हत्या कर उनकी भविष्यवाणी को सच कर दी।
कोयलांचल का हीरा कहे जाने वाले मजदूरों के क्रांतिकारी नायक शहीद शक्तिनाथ महतो को कोटि कोटि कोटि नमन। 🙏🙏💐💐
#वीर_शहीद_शक्तिनाथ_महतो_अमर_रहे 🙏❤️

#झारखंड_आंदोलन

27/11/2025

बिहार राज्य पुनर्गठन बिल, 2000 पेश करने के दौरान जमशेदपुर की तत्कालीन सांसद श्रीमती आभा महतो जी ने झारखंड आंदोलन की पृष्ठभूमि रखने वाले झारखंड पार्टी के अध्यक्ष जयपाल सिंह मुंडा , झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष निर्मल महतो के हत्या के बाद झारखंड आंदोलन का उग्र होना,फिर भारतीय जनता पार्टी के महाधिवेशन में झारखंड आंदोलन का समर्थन करना एवं वनांचल राज्य को बनाने को लेकर रेजोल्यूशन पास करना अथवा पूंजीपतियों एवं शिक्षा रोजगार में झारखंडियों के साथ किये जा रहे भेदभाव तथा उच्च पदों पर बिहार के लोगों की नियुक्ति के संबंध में लोकसभा में अपनी बात रखी।
BJP Jharkhand PMO India
Abha Mahto Narendra Modi Tiger Jairam Mahato - Krantikari The Historic Journey of Jharkhand
#झारखंड #सांसद

26/11/2025

बिहार राज्य पुनर्गठन बिल,2000 के दौरान झारखंड शब्द का ऐतिहासिक पहलू जमशेदपुर की तत्कालीन सांसद श्रीमती आभा महतो द्वारा लोकसभा में पेश किया गया था।
VC : loksabha Doordarshan

#झारखंड
#आभा_महतो

BJP Jharkhand

#लोकसभा
#आभा_महतो
#झारखंड
Abha Mahto
#सांसद

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार  कल 27 नवंबर 2025 (गुरुवार) को स्वतंत्रता सेनानी कोल विद्रोह के अगुवा वीर  #बुली_महत...
26/11/2025

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कल 27 नवंबर 2025 (गुरुवार) को स्वतंत्रता सेनानी कोल विद्रोह के अगुवा वीर #बुली_महतो का जयंती मनाया जाएगा। भकुवाडीह मोड़ सोनाहातु में बीते 11/11/2025 को विधिवत भूमि पूजन के साथ प्रतिमा स्थापित निर्माण कार्य शुरू किया गया था। जिसका कल भव्य प्रतिमा अनावरण राष्ट्रवाद से अभिभूत प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम राष्ट्रगीत,राष्ट्रगान व देशभक्ति संगीत के साथ किया जाएगा। ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ स्वतंत्रता सेनानी वीर बुली महतो के आंदोलन का नाटकी प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम किया जाएगा। प्रशासन व जनसाधारण से सहयोग का अभिलाषा है।

#स्वतंत्रता_सेनानी_वीर_बुली_महतो_प्रतिमा_अनावरण

हर किसी के हितों की रक्षा हो ऐसा विधान है, हर किसी को जोड़ कर रखें ऐसा भारत का संविधान है.❤️🇮🇳संविधान दिवस पर आप सभी को ...
25/11/2025

हर किसी के हितों की रक्षा हो ऐसा विधान है, हर किसी को जोड़ कर रखें ऐसा भारत का संविधान है.❤️🇮🇳
संविधान दिवस पर आप सभी को शुभकामनाएं 🙏🙏

Address


Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when The Historic Journey of Jharkhand posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to The Historic Journey of Jharkhand:

  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share