01/07/2025
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे बाबा बालक नाथ के विभिन्न रूपों पर महंतश्री ने जताई आपत्ति
कहा- देव भूमि व देवी देवताओं से जुड़े श्रद्धालुओं की भावनाओं से न खेलें
भजनों के लिए उचित शब्दों का करें चयन, देवी देवताओं के स्वरूप से छेड़छाड़ निदनीय
हमीरपुर
देवभूमि हिमाचल के धौलगिरी पर्वत की दियोट गुफा में बिराजमान वाल योगी बाबा बालक नाथ के स्वरूप को बदलकर सोशल मीडिया पर डालने का ट्रेंड चल रहा है। उस पर गद्दीनसीन महंत श्रीश्रीश्री 1008 राजेंद्र गिरी महाराज ने कड़ी आपत्ति व नाराजगी जताई है। महंतश्री ने मीडिया को जारी ब्यान मे कहा है कि कुछ लोगों द्वारा बाबा जी के असली स्वरूप को बदलकर अलग अलग रूपों मे सोशल मीडिया मे डाला जा रहा है इससे न केवल धार्मिक आस्था को ठेस पंहुच रही है बल्कि हमारी संस्कृति और सभ्यता पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा जी से देश दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था जुडी हुई है लेकिन सोशल मीडिया पर शुरू हुए इस ट्रेंड से श्रद्धालु भी आहात हुए है। महंतश्री ने बाबा जी के सभी भगतों से आग्रह किया कि इस तरह के बनावटी वीडियो सोशल मीडिया पर लोड न करें। उन्होंने संदेश देते हुए कहा है कि हिमाचल देव भूमि है और यहां कोटि देवी देवताओं का वास है। हमारी संस्कृति, मर्यादा और संस्कार भी देवों के अनुशरण के अनुसार बने हुए है। हमें हिमाचल की संस्कृति और मर्यादाओं पर चलते हुए अपनी संस्कृति को बढ़ाबा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों की भाषा शैली को भी अपनी संस्कृति के मुताबिक बनाने की जरूरत है। इसके अलावा बाबा जी की फोटो के साथ सोशल मीडिया पर जिस तरह के गानों व भजनों को लोड किया जा रहा है उस पर भी महंतश्री ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वह केवल उन्ही भजनों का इस्तेमाल करें जो समाज में सभ्यता और धार्मिकता को मजबूत करने वाले गायकों से भी आग्रह किया गया है कि बाबा बालक नाथ के भजनो व गानों मे उन्ही चुनिदा शब्दों का प्रयोग करें जिनसे किसी की आस्था प्रभावित न हो।
बाबा बालक नाथ जी के स्वरूप से कुछ लोगों द्वारा छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर डाला जा रहा है जोकि हमारी सभ्यता व संस्कृति के विपरीत है। इससे श्रद्धालुओं की आस्था को भी ठेस पंहुच रही है इसकी महंत आवास कड़ी निदा करता है। अपने धंधे को चमकाने के लिए देवी देवताओं के स्वरूप से छेड़छाड़ सही नहीं है। श्रद्धालुओं से आग्रह है कि देव भूमि की संस्कृति और मर्यादा को बनाये रखें।
श्रीश्रीश्री राजेंद्र गिरी महाराज,
गद्दीनसीन महंत, ट्रस्ट बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध।