16/09/2025
"यह सिर्फ संगठन नहीं, यह जनता की हुंकार है।
आज बेरोज़गारी ने युवाओं का भविष्य निगल लिया है,
महँगाई ने आम आदमी की रसोई बुझा दी है,
किसान आत्महत्या को मजबूर हैं,
और सत्ता बस झूठे वादों और दिखावे की राजनीति में उलझी है।
शिक्षा बिक रही है, स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई है,
भ्रष्टाचार सत्ता की नींव बन चुका है,
और न्याय अब पैसे वालों की जागीर हो गया है।
अब और चुप नहीं! ✊