16/05/2022
गुलाबी सुंडी प्रबंधन को लेकर बधाना में लगा जिलास्तरीय किसान मेला
समय पर मिट्टी पानी की जांच करवाएं किसान
कृषि वैज्ञानिकों की सलाह जरूर लें किसान : प्रो. बीआर काम्बोज
आज समाज नेटवर्क
जींद। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विष्वविद्यालय हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा द्वारा बुधवार को महारणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के शहीद कैप्टन पवन कुमार क्षेत्रीय केंद्र बधाना में किसान मेले का आयोजन किया गया। मेले में किसानों को कपास में गुलाबी सुंडी प्रबंधन को लेकर जागरूक किया गया। मुख्यातिथि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने किसानों को कहा कि आज ग्रामीण परिपेक्ष को मजबूत बनाने की सख्त आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्र देश व प्रदेश के विकास मे मुख्य भूमिका अदा करते हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे रोजगारोन्मुख खेती को प्राथमिकता दें। वे खेती के साथ-साथ बागवानी, मधुमक्खी पालन, सब्जी को स्थान दें। किसान अपनी किसानी उत्पादक संगठन बना कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं व खुद के सस्ते व शुद्ध उत्पाद बनाकर लोगों की भलाई का कार्य भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फसलें बोने से पहले किसान मिट्टी व पानी की जांच अवष्य करवाएं। धान की सीधी रोपाई करके न केवल पानी बचाया जा सकता है अपितु वातावरण व मिट्टी को भी स्वस्थ रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र विशेष अनुसार किसान जो फसल किसान नहीं ले पा रहे हैं या तो वो फसल दूसरी बोएं या फिर दूसरी तकनीक से फसलें बोएं ताकि उनको भरपूर फायदा हो सके। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों से अनुरोध किया कि जब किसान भाई तपती धूप में खेती कार्य कर सकते हैं तो उनका भी फर्ज बनता है कि वे किसानो को घर व खेतों मे जाकर उत्तम व आधुनिक तकनीकों से अवगत करवाएं। विश्वविद्यालय के विस्तार षिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह बांगर के इस क्षेत्र में कपास की बुआई ज्यादा है और इस फसल में गुलाबी सुंडी का प्रकोप कुछ सालों से चल रहा है। इसको रोकने के लिए वैज्ञानिकों से जुड़े रहें। समय पर मिट्टी पानी की जांच करवाएं तथा प्रदूषण को रोकने में अपना अहम योगदान दें। विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डा. जीतराम शर्मा ने कहा कि किसानों को मिट्टी व पानी को बचाने की सख्त जरूरत है। आज भूमिगत पानी नीचे जा रहा है और मृदा भी खराब हो रही है। इसलिए किसानों को पानी व मिट्टी का पूरा ख्याल रखना चाहिए। समय-समय पर जांच करवा लेनी चाहिए। उन्होंने फाने न फूंकने तथा फसल विविधिकरण को अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में सहनिदेशक विस्तार शिक्षा निदेशालय डा. सुनील ढांडा, केंद्र प्रभारी डा. आरडी पंवार, कृषि उप निदेशक डा. सुरेंद्र मलिक, डा. मनमोहन सिंह, डा. आरपी सिहाग, डा. संदीप, डा. करमल सिंह उपस्थित थे। प्रगतिशील किसान दशरथ बधाना, सुबेर सिंह, नफे सिंह, राममेहर, केंद्र के वैज्ञानिक डा. धीरज, डा. रवि सीवान, डा. पवन कुमार, डा. राजेश, डा. सरोज, डा. प्रीति मलिक भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस अवसर पर यहां कई स्टाल भी लगाए गए थे।