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प्रिय मित्रों,आज विश्व पर्यावरण दिवस पर आप सभी के समर्थन और उदारता ने वास्तव में मेरे हृदय को छू लिया। आपके दान न केवल ह...
05/06/2025

प्रिय मित्रों,
आज विश्व पर्यावरण दिवस पर आप सभी के समर्थन और उदारता ने वास्तव में मेरे हृदय को छू लिया। आपके दान न केवल हमें 5100 रुपये के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद की है बल्कि हमें पर्यावरण संरक्षण के हमारे लक्ष्य की ओर और अधिक बेहतर ढंग से काम करने के लिए प्रेरित भी किया है।

हर योगदान, चाहे वह कितना भी छोटा या बड़ा क्यों न हो, हमारी 29 जून को पेड़ लगाने की पहल को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

आपकी छोटी सी सहायता, भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा और स्वस्थ वातावरण बनाने में मदद करेगी। यदि आपने अभी तक योगदान नहीं किया है, तो आप क्यूआर कोड स्कैन करके अपना योगदान दे सकते हैं। आपका हर छोटा योगदान महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता हैं।

चलिए 29 जून को मिलकर पेड़ लगाएं और अपने पर्यावरण को बेहतर बनाएं।
आपके समर्थन के लिए हमारे दिल से एक बार फिर से धन्यवाद। चलिए अपनी पृथ्वी की रक्षा और संरक्षण के लिए साथ मिलकर काम करते रहें।

धन्यवाद
जोगिंद्र सिंह (ज्ञानकोष भारत)

Dear Friends,On this World Environment Day, your incredible support and generosity have truly touched my heart.

Your donations have not only helped us achieve our target of 5,100 rupees but have also inspired us to work even more diligently toward our goal of environmental conservation.

Every contribution, no matter how big or small, plays a vital role in making our tree-planting initiative on June 29 a success.

Your small act of kindness will help create a greener and healthier environment for future generations.

If you haven’t yet had the chance to contribute, I kindly urge you to scan the QR code and make your donation. Every small contribution can create a significant impact.

Let us come together on June 29 to plant trees and make a positive difference for our environment. Once again, from the bottom of my heart, thank you for your support. Let’s continue working together to protect and preserve our planet.

With gratitude,
Jogindra Singha (Gyaankosh Bharat)

हेलमेट सुरक्षा के लिए पहनो या फिर चालान से बचने के लिए । कारण कोई भी हो, लेकिन कभी भी गलत हेलमेट नहीं खरीदना चाहिए। किस ...
26/03/2025

हेलमेट सुरक्षा के लिए पहनो या फिर चालान से बचने के लिए । कारण कोई भी हो, लेकिन कभी भी गलत हेलमेट नहीं खरीदना चाहिए। किस तरह का हेलमेट खरीदना है और किस तरह का नहीं खरीदना है वो मैने ऊपर तस्वीरों में दिखाया है और उसके पूरा विवरण भी दिया है।

एक सही हेलमेट का चुनाव आपका जीवन बचा सकता है, इसलिए अगली बार नया हेलमेट खरीदते समय ये 3 बातें जरूर ध्यान रखना।
नंबर 1: सबसे पहले जब भी हेलमेट खरीदे उसके अंदर का हिस्सा detachable होना चाहिए। ताकि आप महीने 1 या 2 महीने में उसे निकालकर धो सकें। पसीने और धूल के कारण वो अंदर से बहुत गंदा और कीटाणुयुक्त हो जाता है।
नंबर 2: हेलमेट जब भी खरीदे वो 22 से 25 मिलीमीटर मोटा, 1.2 किलो वजनी और उसपे IS 4151 मार्क जरूर होना चाहिए, तभी वो दुर्घटना के समय आपका सर बचा पाएगा।
नंबर 3: और हेलमेट तीसरी पिक्चर में दिखाए Models में से ही खरीदे।

अप्पा का साम्राज्य : एक छोटे से गांव में शुरू हुई कहानी थी के.पी. रामासामी की। गरीबी और मजबूरी ने उन्हें स्कूल की चौखट स...
25/03/2025

अप्पा का साम्राज्य : एक छोटे से गांव में शुरू हुई कहानी थी के.पी. रामासामी की। गरीबी और मजबूरी ने उन्हें स्कूल की चौखट से दूर कर दिया था, लेकिन उनके मन में कुछ बड़ा करने की आग जल रही थी। मेहनत उनका हथियार थी और सपने उनका ईंधन। धीरे-धीरे उन्होंने एक छोटी सी सिलाई की दुकान से शुरुआत की, जिसे उन्होंने दिन-रात मेहनत करके एक विशाल साम्राज्य "केपीआर मिल" में बदल गए। ये साम्राज्य आज 6,000 करोड़ रुपये का है, और रामासामी का नाम देश के सबसे अमीर 100 लोगों में गूंजता है।

लेकिन उनकी असली कमाई पैसा नहीं, बल्कि लोगों का प्यार और सम्मान था। रामासामी को गांव की उन महिलाओं की तकलीफ दिखी, जिनके पास न पढ़ाई थी, न कोई रास्ता। उन्होंने फैसला किया कि इन महिलाओं को सिर्फ काम नहीं, बल्कि जिंदगी जीने का हौसला देना है। उनकी कंपनी में 27,000 से ज्यादा महिलाएं सिलाई का काम करने लगीं। ये वो महिलाएं थीं, जिन्हें बड़े-बड़े ब्रांड्स जैसे H&M और Marks & Spencer के कपड़े सिलने का मौका मिला। लेकिन रामासामी यहीं नहीं रुके।

उन्होंने इन महिलाओं को मुफ्त पढ़ाई का मौका दिया। जो कभी स्कूल का मुंह नहीं देख पाईं, वे 12वीं पास करने लगीं। कुछ की हिम्मत इतनी बढ़ी कि उन्होंने एमबीए किया और नर्सिंग, आईटी, और देश की अन्य कंपनियों में बड़े पदों पर पहुंच गईं। गांव की इन बेटियों ने सपने देखना शुरू किया, और रामासामी बने उनके 'अप्पा' - वो पिता जो अपने बच्चों को आसमान छूने की ताकत देता है।

लोग कहते थे, "अप्पा ने हमें सिर्फ नौकरी नहीं दी, बल्कि जिंदगी दी।" उनके इस साम्राज्य में पैसा तो था ही, पर उससे कहीं ज्यादा थी इंसानियत की वो चमक, जो उन्होंने सुई-धागे से बुनी थी। एक साधारण इंसान से शुरू होकर, रामासामी ने न सिर्फ अपना नाम बनाया, बल्कि हजारों जिंदगियों को रोशन कर दिया। उनकी कहानी आज भी हर उस शख्स को प्रेरणा देती है, जो सपने देखता है औ और मेहनत से उन्हें सच करने की हिम्मत रखता है।
"अप्पा का MATERIAL साम्राज्य सिर्फ कपड़ों का नहीं, बल्कि सपनों का भी था!"

क्या आप जानते हो, पतंग के मांझे की वजह से हर साल बहुत से लोगों के साथ दुर्घटना हो जाती है। जिसमें से बाइक और स्कूटर चलान...
14/01/2025

क्या आप जानते हो, पतंग के मांझे की वजह से हर साल बहुत से लोगों के साथ दुर्घटना हो जाती है। जिसमें से बाइक और स्कूटर चलाने वालों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। अचानक मांझा आ जाने से हाथ और गला कटने का खतरा हमेशा बना रहता है। उससे बचने के लिए ये जुगाड़ बहुत लाभदायक है। और मुझे लगता है जिन शहरों में ज्यादा पतंग उड़ती हैं, वहां के लोगों को इसे जरूर लगवाना चाहिए।

मैने ऐसा क्यों कहा कि ये लाल कपड़े पहने, सफेद दाढ़ी वाला मजाकिया सा, गिफ्ट बांटने वाला Santa Santa Claus नकली है।वैसे, म...
25/12/2024

मैने ऐसा क्यों कहा कि ये लाल कपड़े पहने, सफेद दाढ़ी वाला मजाकिया सा, गिफ्ट बांटने वाला Santa Santa Claus नकली है।

वैसे, माना जाता है कि 25 दिसंबर को जीसस यानी यीशु का जन्म हुआ था, इसलिए यीशु के जन्मदिन को दुनिया भर में रहने वाले ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस के रूप में मनाते हैं.

और दोस्तो, Original Santa Claus का असली नाम Saint Nicholas था, जो Myra शहर (आजकल तुर्की देश का Demre शहर) में एक ग्रीक क्रिश्चियन बिशप थे।

चौथी शताब्दी में जन्में सेंट निकोलस को क्रिसमस के दिन छोटे बच्चों को चुपके चुपके गिफ्ट देना अच्छा लगता था। जिसकी वजह से वो पूरे यूरोप महाद्वीप में प्रसिद्ध हो गए थे। और लोग उनकी तरह इस दिन बच्चों को गिफ्ट और चॉकलेट बांटने लगे थे।

वैसे आजकल लाल कपड़ो और सफेद दाढ़ी में दिखने वाले हसमुख से Santa Claus को Coca-Cola कंपनी ने अपनी कंपनी के विज्ञापन हेतु बनाया था। दरहसल 1931 में कुछ अलग करने के लिए CocaCola ने Haddon Sundblom को लाल रंग कपड़े पहना, बर्फ जैसी दाढ़ी वाला, हसमुख, गिफ्ट देने वाला Santa Claus बनाने के लिए कहा। और Santa Claus का ये रूप इतना पॉपुलर हुआ कि आज लगभग 100 सालों बाद भी लोग वैसा ही Santa Claus बनाते हैं।

क्या आपने कभी सोचा है कि Christmas के दिन लोग Merry Christmas बोलकर क्यों wish करते है, Happy Christmas बोलकर Wish क्यों...
25/12/2024

क्या आपने कभी सोचा है कि Christmas के दिन लोग Merry Christmas बोलकर क्यों wish करते है, Happy Christmas बोलकर Wish क्यों नहीं करते ।

इसके पहले 😀 बता दूं कि बचपन में हिंदी मीडियम में पढ़ाई करने की वजह से अक्सर हम लोग अपने टीचर और दोस्तो को, हिंदी में मैरी क्रिसमस (Marry Christmas) बोलकर भी शुभकामनाएं दे देते थे। College में जाने के बाद पता चला कि सही शब्द Marry (मैरी मतलब शादी) नहीं बल्कि Merry (मेरी मतलब खुशी) है।😀

आपको बता दें, Merry शब्द जर्मन और ओल्ड इंग्लिश से मिलकर बना है. साधारण भाषा में इसका मतलब Happy ही होता है. यानी Happy और Merry एक ही शब्द है. अब सवाल ये उठता है को लोग इस दिन Happy Christmas या फिर Remembering Lord Jesus on His Birth Anniversary कहकर एक दूसरे को शुभकामनाएं क्यों नहीं देते।

इतिहास में इससे संबंधित दो कहानियां है।
1. Merry शब्द इंग्लैंड के बिशप जॉन फिशर से जुड़ा है. उन्होंने 1534 में हेनरी VIII के मुख्यमंत्री थॉमस क्रॉमवेल को एक लेटर लिखा था, जिसमें उन्होंने "Merry Christmas" कहकर शुभकामनाएं दी थीं और तभी से ईसाई लोग ऐसे ही एक दूसरे को Merry Christmas बोलकर Wish करने लगे।

2. इतिहास में एक मशहूर साहित्यकार हुए थे जिनका नाम चार्ल्स डिकेंस था. उन्होंने 1843 में एक किताब लिखी थी जिसका नाम था "A Christmas Carol". इस किताब में उन्होंने कई स्थान पर Happy की जगह Merry शब्द का प्रयोग किया था. ये किताब उन दिनों खूब लोकप्रिय हुई थी जिसकी वजह से लोग Happy Christmas की जगह Merry Christmas बोलने लगें.

एक ऐसा आदमी जिसने सिर्फ पर्दे के पीछे काम करके भारत की कई टीमों और खिलाड़ियों को बड़े बड़े पदम और कप जीतने में मदद की।वो...
19/12/2024

एक ऐसा आदमी जिसने सिर्फ पर्दे के पीछे काम करके भारत की कई टीमों और खिलाड़ियों को बड़े बड़े पदम और कप जीतने में मदद की।

वो क्या करते हैं और उनका नाम क्या है उसके पहले जानिए इनकी उपलब्धियां...!

1. 2008 में राजस्थान रॉयल्स को IPL ट्रॉफी जीतने में मदद की।
2. भारतीय क्रिकेट टीम 2009 में पहली बार आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 बनी।
3. भारतीय क्रिकेट टीम ने 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता।
4. भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 2024 ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता।
5. Gukesh Dommaraju ने 2024 में मात्र 18 साल की उम्र में World Chess Championship जीता।

इन सब उपलब्धियों के पीछे एक नाम सर्वत्र था, वो है दक्षिण अफ्रीका के Paddy Upton का। वो लोगो के दिमाग में इतना आत्मविश्वाश भर देते है कि खिलाड़ी के पास जीतने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता। इनके पास केपटाउन यूनिवर्सिटी से MSc (स्पोर्ट्स साइंस) और मिडिलसेक्स यूनिवर्सिटी से MA (प्रोफेशनल डेवलपमेंट और कोचिंग) की डिग्री।

02/04/2024

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